रायपुर
19 पर कार्रवाई के निर्देश लेकिन जांच समेटा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 जुलाई। आरंग नगर पंचायत के क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग करने वालों पर जिन्हें जांच का जिम्मा सौंपा गया अब उन्हीं अफसरों के बीच जमीन गिफ्ट करने का मामला सामने आया है। खबर है कि जांच अफसरों ने यहां पर अपने ही नाम पर जमीन की रजिस्ट्री करा ली है। सस्ते दामों में जमीन के बदले रकम का भुगतान किया है। एक पटवारी का नाम सामने आने के बाद अब क्षेत्र के एक थानेदार के भी नाम का हल्ला मचा हुआ है।
आरंग क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग को लेकर दो महीने से मामला गरमाया हुआ है। कुछ समय पहले ही दो गूटों में झड़प होने के बाद शिकायत आरंग थाना में दर्ज कराया गया था। बता दें यहां पर नगर पंचायत के निर्देश पर अफसर जब कार्रवाई के लिए पहुंचे थे उनके साथ भी बदसलूकी की गई थी। अफसरों ने भी मामले में विवाद करने वालों के खिलाफ में एफआईआर दर्ज कराई थी। एक करीबी सूत्र का कहना है आरंग क्षेत्र में करीब 22 एकड़ जमीन में अवैध प्लाटिंग किया गया है। बिना किसी अनुमति लिए ही अवैधानिक रूप से जमीन का कारोबार किया जा रहा है। इस मामले को लेकर स्थानीय नेताओं ने भी प्रशासन से शिकायत दर्ज कराई है, बावजूद जब जांच अफसरों को जांच उपरांत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं अब उन्हीं के नाम से इसी प्लाट में जमीन रजिस्ट्री के खुलासे हो रहे हैं। सबसे पहले पटवारी के नाम पर जमीन रजिस्ट्री कराने का मामला सामने आया है, अब एक थानेदार की भी चर्चा है। जिस थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है जांच के नाम पर पुलिस वालों ने भी जमीन का टुकड़ा अपने नाम पर करा लिया है। प्रशासिनक कार्रवाई में आगे और भी नामों का खुलासा हो सकता है।
10 महीने के बाद भी नहीं दी रिपोर्ट
एसडीएम ने अवैध प्लाटिंग को लेकर पटवारी को जांच कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। दस महीने बाद भी पटवारी की तरफ से कोई रिपोर्ट पेश नहीं किया गया। राजस्व विभाग की जांच पड़ताल में मालूम हुआ कि अवैध प्लाटिंग होने वाले जगह में ही पटवारी के नाम से 1500 वर्गफीट प्लाट का रजिस्ट्रेशन है। इस तरह से मामला उजागर हुआ।
एफआईआर टालने के बदले जमीन
आरंग थाना में नगर पालिका के अधिकारियों ने 19 भू माफियाओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने यहां पर नाममात्र की कार्रवाई की। मालूम हुआ है इसके बदले में जमीन की पेशकश की गई। जांच पड़ताल में मालूम हुआ है क्षेत्र में थानेदार ने भी यहां की जमीन खरीदकर उसे बेटी के नाम पर रजिस्ट्री कराया है।
अवैध प्लाटिंग की जांच
क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग करने के मामले में जांच पड़ताल की जा रही है। प्लाट किस किस ने खरीदा है इस बारे में कहना अभी मुश्किल है। अवैध प्लाटिंग के मामले में वैधानिक कार्रवाई करेंगे।
- अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम आरंग
प्रशासनिक तंत्र कमजोर
क्षेत्र में जिस तरह से अवैध प्लाटिंग का कारोबार चल रहा है प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह से फेल साबित हुआ है। अफसरों की संलिप्तता की वजह से क्षेत्र में भू माफिया सक्रिय है।
- परमानंद जांगड़े, आप नेता