राजनांदगांव
राजनांदगांव, 5 नवंबर। भाजपा नेता और खैरागढ़ के पूर्व विधायक कोमल जंघेल ने जारी विज्ञप्ति में छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार पर आरोप लगाते कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने घोषणा किया था कि किसानों के धान को एक नवंबर से खरीदी प्रारंभ करेंगे, लेकिन सरकार बिना तैयारी के अव्यवस्थित तरीके से प्रारंभ किया है।
टोकन भी नहीं दिया जा रहा है, किसान परेशान है, किसान एक नवंबर को धान सोसायटी में ले जाने और समर्थन मूल्य पर बेचने की पूर्ण रूप से तैयारी कर चुके हैं। हरूना वेरायटी के धान कट चुके हैं और आगे भी तेजी से कटाई कर रहे हैं, लेकिन सरकार सिर्फ बोल दिया है कि 1 नवंबर से धान खरीदेंगे पर सोसायटी कि दशा अव्यवस्थित है। समिति प्रबंधक अपनी मांगो को लेकर हड़ताल पर हंै और आपरेटरों को खरीदी केंद्र का प्रभारी बना दिया गया है ।
और आपरेटर भी इस काम को करने मना कर रहे है क्योंकि आपरेटर को सोसायटी में दिनभर अनेक कार्यों में व्यस्त रहना होता है, इसलिए इनके प्रभार में धान खरीदी बहुत कठिनाई होंगी।
कोमल जंघेल ने कहा है कि सिर्फ ये कह देना कि हम 1 नवंबर से धान खरीदेंगे मात्र दिखावा साबित हो रहा है। इसी तरह पिछले साल सरकार बोरा के लिए किसानों को परेशान किया था और अब टोकन के लिए भटकना पड़ रहा है, सरकार कोई न कोई अड़चन पैदा कर किसानों को धान खरीदी के समय परेशानी में डालते रहता है, बिना योजना बनाए, बिना व्यवस्था के धान खरीदी करने का निर्णय किसानों के साथ छल करने जैसा है। कोमल जंघेल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग किया है कि तत्काल सभी सहकारी समितियो में व्यवस्था दुरस्त करें। समिति प्रबंधकों की मांग को जल्द पूरा करे, टोकन जारी करे, सोसायटियों की साफ-सफाई करें, ताकि धान खरीदी सुचारु रूप से संचालित हो सके और किसान धान काटकर समय में बेच सकें, इसकी चिंता करें।