राजनांदगांव
सीएम को मां बम्लेश्वरी मिनरल्स में हुए भ्रष्टाचार की जांच के लिए लिखा पत्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 नवंबर। शहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं पूर्व पार्षद हेमंत ओस्तवाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर मां बम्लेश्वरी मिनरल्स इस्पात के भ्रष्टाचार एवं अवैध खनन मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की संलिप्तता की जांच ईडी (प्रवर्तन निर्देेशालय) से करवाने की मांग की।
श्री ओस्तवाल ने मुख्यमंत्री से मां बम्लेश्वरी मिनरल्स इस्पात के भ्रष्टाचार एवं अवैध खनन के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री एवं कंपनी में जिन-जिन लोगों के नाम लीज जारी की गई, उन सबकी इस मामले से संबंधित दोषियों के विरूद्ध ईडी से जांच करवाने की मांग की। साथ ही एफआईआर दर्ज करवाकर और अवैध खनन की संपूर्ण राशि ब्याज सहित वसूली एवं दोषियों के विरूद्ध अवैध खनन के केंद्र व राज्य सरकार के कानूनों के तहत सख्त कार्रवाई करने की मांग रखी।
श्री ओस्तवाल ने कहा कि जिले के साल्हेवारा क्षेत्र स्थित मां बम्लेश्वरी माईंस एंड इस्पात को अवैध ढंग से लौह अयस्क खदान देने के मामले में पूर्व विधायक स्व. उदय मुदलियार, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष स्व. नंदकुमार पटेल सहित अन्य पार्टी के विधायक व प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों द्वारा बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें प्रदेश कांग्रेस के महासचिव भूपेश बघेल को तैयार किया गया। उन्होंने ही राज्यपाल से ही डॉ. रमन सिंह पर अपराध दज करवाने की अनुमति मांगी थी, जिस पर राज्यपाल ने कोई फैसला नहीं लिया।
नियमानुसार 30 दिनों के भीतर राज्यपाल फैसला नहीं लेते हैं तो आवेदक को अपनी लड़ाई लडऩे का अधिकार होता है। कांग्रेस ने इसी व्यवस्था के तहत मुख्यमंत्री पर मुकदमा दायर करवाने का फैसला लिया था। मां बम्लेश्वरी मिनरल्स को खदान दिए जाने के मामले में जनहित याचिका दायर करने का जिम्मा पूर्व विधायक स्व. उदय मुदलियार को सौंपा गया।
श्री ओस्तवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से यह मांग की है कि आज वर्तमान में डॉ. रमन सिंह के नाम के आगे पूर्व मुख्यमंत्री है, इसलिए जो पूर्व में कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री के पद में रहते भ्रष्टाचार एवं नियम विरूद्ध अवैध खनन के मामले में कानूनी कार्रवाई के लिए जो प्रक्रिया थी, वह आज उतनी नहीं होगी, इसलियेे पूरे मामले में तत्काल कार्यवाही ईडी से जांच करवाई जानी चाहिए एवं दोषियों के विरूद्ध आपराधिक मामला दर्ज करवाकर संपूर्ण अवैध खनन की राशि भी दोषियों से वसूल की जाए।