धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 16 दिसंबर। नगर में विकराल होती जा रही प्रदूषण की समस्या का हल निकालने नपं अध्यक्ष ने राइस मिलर्स की बैठक ली। जिसमें मिलर्स से काली राखड, भूसा एवं मिलों से निकलने वाले बदबूदार पानी से नगरवासियों को निजात दिलाने के बारे में दो टूक बात की। जिस पर मिल ओनर्स ने प्रदूषण नियंत्रण हेतु प्रशासन के साथ मिलकर काम करने पर सहमति जताई।
शुक्रवार को नगर पंचायत के सभाहाल में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर हुई बैठक में अध्यक्ष तपन चंद्राकर ने बताया कि विभिन्न वार्डो में लगाए जा रहे जन समस्या निवारण शिविर में सर्वाधिक शिकायत काली राखड की आ रही है। औधौगिक प्रदूषण के चलते जनस्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। उपाध्यक्ष मंजू प्रमोद साहू ने भी इस मुद्दे पर अपनी सहमति जताते हुए इसमें रोकथाम लगाने की महती जरुरत बताई।
जनभावना से अवगत होकर राइस मिल एसोसिएशन के संरक्षण अनिल चन्द्राकर, अध्यक्ष विजय केला ने बताया कि चिमनी से उडऩे वाली काली राख एवं बायलर प्लांट से निकलने वाले पानी के निपटारे हेतु आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन ठंड में हवा की आद्रता के चलते राखड की समस्या आ रही है। इससे निपटने मिलों में साइक्लोन सिस्टम लगाया जा रहा है। बैठक में शामिल वार्ड पार्षदों ने नगर में बढ़ती इस गंभीर समस्या के आगे मिलर्स की दलीलों को खारिज करते हुए ठोस कार्रवाई की मांग पर अड़ गए तब यह तय हुआ कि निर्वाचित जनप्रतिनिधि, अधिकारी तकनीकी विशेषज्ञ के साथ मिलों में जाकर प्रदूषण फैलने के कारणों को समझ अपना सुझाव देंगे। उसी मुताबिक मिलर्स को उपाय करना होगा।
पदाधिकारियों के साथ साथ सुनील अग्रवाल, हितेंद्र केला, कुशल सुखरामणी, सुरेश महावर, सौरभ चन्द्राकर,मोहन महावर आदि मिल मालिकों ने सीएमओ दीपक खाड़े के समक्ष प्रस्ताव रखा कि मिल के गंदे पानी को एक जगह रोकने के लिए जमीन खरीद कर देने के लिए मिलर्स तैयार है। उसमें फिल्टर प्लांट लगाकर निकाय साफ़ पानी का उपयोग विभिन्न कार्यों में कर सकती है। बैठक में पार्षद डुमेश साहू, उत्तम साहू, रोशन जांगड़े ,चूम्मन दीवान , राघवेंद्र सोनी, टूमेश्वरी ध्रुव, मनोज अग्रवाल, राम रत्लानी, बसंत बैस, सब इंजीनियर भोजराज सिन्हा, सतीश आदि शामिल थे।।