धमतरी
![पेड़-पौधों को पानी दिया होता तो आज कूलर में पानी डालने की जरुरत नहीं होती-पं. प्रदीप मिश्रा पेड़-पौधों को पानी दिया होता तो आज कूलर में पानी डालने की जरुरत नहीं होती-पं. प्रदीप मिश्रा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1716198891011.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 20 मई। यदि पहले पेड़ पौधों को पानी दिया होता तो आज हमें कूलर में रोज दो बाल्टी पानी डालने की जरुरत नहीं होती इसीलिए सनातन में प्रकृति को मां का दर्जा दिया गया है। उक्त बातें पं. प्रदीप मिश्रा ने शिवमहापुराण की कथा सुनाते हुए चौथे दिन व्यासपीठ से कही। उन्होंने अध्यात्मिक विषयों के साथ साथ पर्यावरण संतुलन के प्रति भी लोगों को आगाह करते हुए कहा कि प्रकृति के बैगर मानव अधूरा है।
16 मई से कुरुद में श्रीधर शर्मा परिवार द्वारा आयोजित शिवमहापुराण कथा में रविवार को विख्यात कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने लाखों की भीड़ की भीड़ में शिव पार्वती व गणेश जी का प्रसंग छेड़ते हुए बताया कि दुनिया में मां बाप से बड़ा कोई नहीं होता। बच्चों को संस्कारवान बनाने एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखने का काम माता पिता का ही होता है। संस्कार रहित संतान बड़ी होकर माँ बाप को ही नालायक समझने लगती है।
उन्होंने कहा कि प्रकृति, पृथ्वी, गौ माता और जन्म देने वाली माँ का कभी भी अनादर नहीं करना चाहिए, माँ के आशीर्वाद से बड़ा दुनिया में कुछ भी नहीं मां के पैरों तले स्वर्ग होता है। आप किसी परेशानी में हों उसे अपनी माँ को बताएं सारे डिप्रेशन दूर हो जाएंगे। कथावाचक ने पर्यावरण की बिगड़ती सेहत का उल्लेख करते हुए कहा कि प्राकृतिक संतुलन के बिना हम मानव मात्र के विकास की कल्पना नहीं कर सकते।
ज्ञात हो कि 16 से 22 मई तक चलने वाले इस धार्मिक आयोजन में भाग लेने छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य प्रदेशों से भी लोग आएं हैं। यहां के अधिकांश रहवासी के घर में 4-6 मेहमान ठहरें हैं। कुरुद की कुल आबादी से बीस गुना ज्यादा लोगों का यहां रोज आगमन हो रहा है। इतनी भीड़ को सम्हालने के लिए जरूरी इंतजाम का जिम्मा उठाने वाले विधायक अजय चन्द्राकर की काबिलियत की प्रशंसा करते हुए पंडित मिश्रा ने कहा कि कुरुद जैसे छोटे नगर में ऐसी व्यवस्था उपलब्ध कराना हर किसी के बस की बात नहीं है।
बैठक एवं पार्किंग व्यवस्था में नित्य होने वाली समस्या का निदान कर अगले दिन उसे बेहतर करने सैकड़ों लोगों की टीम काम कर रही है, प्रशासन भी इस काम में पुरी तरह मुस्तैद है। कथा का रसपान करने सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। जिससे पंडाल खचाखच भर रहा है।
आयोजकों को हर रोज बैठक व्यवस्था को बढ़ाना पड़ रहा है। इसके बावजूद लोग खुले धूप में बैठकर कथा सुन रहे हैं, भीड़ के अनुपात में कूलर पंखे नाकाफी साबित हो रहे हैं, वीआईपी, वीवीआईपी दीर्घा में बैठे लोग भी कानों से कथा सुन अपने हाथों को आस पास की हवा को गति देने में लगाएं हुए हैं। मौके का फायदा उठा कुछ धंधे बाज पार्किंग एवं कुछ समानों के अधिक दाम वसूल कुरुद की शाख पर बट्टा लगाने का काम कर रहे है। एसडीएम मंडावी ने ऐसे लोगों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।