राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 दिसंबर। खुज्जी विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में सतनाम धर्म के प्रणेता संत बाबा गुरु घासीदास की 266वीं जयंती के आयोजनों में खुज्जी विधायक छन्नी साहू शामिल हुई। विधायक श्रीमती साहू ने उनके उपदेशों और शिक्षा को याद किया। उन्होंने कहा कि मानवीय गुणों के विकास का रास्ता दिखाया और नैतिक मूल्यों की पुनस्र्थापना की।
खुज्जी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कापा, जरहामहका और रामपुर में आयोजित इन कार्यक्रमों में सामाजिकजनों ने मुख्य अतिथि विधायक श्रीमती साहू का स्वागत किया। इन आयोजनों में जैतखाम में ध्वज फहराकर व पूजा अर्चना कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। विधायक श्रीमती साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पावन धरा पर 18 दिसंबर 1756 को गुरु घासीदास का रायपुर जिले के गिरौद में अवतरण हुआ। उन्होंने मानवीयता की जो अलख जगाई उसने समाज पर गहरा प्रभाव डाला है।
श्रीमती साहू ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास ने सम्पूर्ण मानव जाति को मनखे-मनखे एक समान का प्रेरक संदेश दिया। यानि सभी मनुष्य एक समान है। गुरु घासीदास ने अपने उपदेशों के माध्यम से दुनिया को सत्य, हिंसा और सामाजिक सद्भावना का मार्ग दिखाया। उनका जीवन दर्शन और विचार मूल्य आज भी प्रासंगिक और समस्त मानव जाति के लिए अनुकरणीय है।
इन आयोजनों के दौरान रामछत्री चंद्रवंशी, विपिन यादव, चुमन्न साहू, रितेश जैन, एकनाथ सिन्हा, अमित अग्रवाल, लादूराम तुमरेकी, देहारू मालेकर, अंजलि धावडे, घनश्याम साहू, थानसिंह कंवर, सुखनंदन साहू, सीताराम साहू, प्रताप धावे, नरेंद्र निर्मलकर, विजय मालेकर, मनोहर कोसमा, जेठूराम साहू, माधवदास, निर्मल साहू, मोतीराम साहू, जेठू साहू, गोपीराम उइके, भरोसाराम ठाकुर, आसाराम ठाकुर, काशीराम साहू, हेमंत साहू, राधे जोशी, रतनलाल बघेल, मुरली प्रसाद यादव, दुखीराम, परदेसीराम, रजवंतीन बाई, पूर्णिमाबाई, राधेलाल, ऋषि राम, भोजराम भारती, ईश्वर लहरे, भुवन बग्गा, लतेलराम चंद्रवंशी, पवन सिन्हा, धीराजीराम चंद्रवंशी, कनसराम मेहता चंद्रवंशी, विश्वनाथ, दुकालूराम साहू, कोमल साहू, शत्रुघ्न साहू, सेठूराम साहू, पूरन साहू, चुम्मन सेन, विक्रम साहू, रामलाल गजेंद्र, तुलाराम सिरमौर, भगवानदास, अरुण कुमार सिरमौर, चमनलाल, चंदूलाल सिरमोर, लेखराम सिरमौर, तेजराम सिरमोर, रोहित लहरे, राजूलाल चंदेल, हेमंत चंदेल, मनोज बंजारे, मिलउराम बांधे, मीलू बांधे, हेमराज, पुनेश्वर चंद्रवंशी, पूरन साहू, सरवन बांधे, महेश बांधे, दीपक बांधे, पन्नालाल बंजारे, कांता बांधे, मेघनाथ साहू, गणपत साहू, गणपत बांधे सहित अन्य उपस्थित थे।