राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 दिसंबर। भगवा से नफरत कांग्रेस के लिए कोई नई बात नहीं है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भगवा रंग के बयान पर राजनांदगांव जिला पंचायत अध्यक्ष गीता घासी साहू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर तीखा प्रहार करते कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने बयान में भाजपा और बजरंग दल के लिए ऐसा बयान दिया है। जिससे लगता है कि वो अपने पिता के नक्शे कदम पर चल रहे हैं। जैसे उनके पिता नंदकुमार बघेल ने भगवान राम का अपमान किया। ठीक उसी तरह उनके पुत्र जो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री है, उन्होंने बजरंग बली के भक्तों और भगवा रंग पर गलत बयान दिया है। साथ ही कहा कि ये लोगों ने समाज के लिए क्या किया है, ये गुंडे हैं। इस बयान की जितनी भत्सना की जाए वो कम है। आखिर हिन्दू और हिन्दू संगठन से जुड़े लोगों से इतनी नफरत क्यों करते हैं। भूपेश बघेल और शायद इनको हिन्दू संस्कृति की जानकारी नहीं है, इसलिए वो इस तरह बयान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में हिंदुओं की जो स्तिथि बनी हुई है और जितने धर्मान्तरण हो रहे हैं वो किसी से छुपे नहीं हैं। छत्तीसगढ़ में सुनियोजित तरीके से धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाले मुख्यमंत्री, हनुमान भक्तों को वसूलीबाज गुंडे कह रहे हैं।
जिपं अध्यक्ष श्रीमती साहू ने मुख्यमंत्री द्वारा भगवा एवं बजरंग दल के बजरंगियों पर दिए गए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते बयान वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि यदि बजरंगी कही वसूली कर रहे है तो प्रदेश में पूरा शासन-प्रशासन मुख्यमंत्री के हाथ में है। वे ऐसे तत्वों की जांच कराएं व जांच में दोषी पाए जाने पर उनके विरूद्ध कार्रवाई करें। बजरंगी गौ तस्करी रोकने, लव जिहाद रोकने, धर्म की रक्षा करने के लिए संघर्षरत है।
श्रीमती साहू ने मुख्यमंत्री के बयान को द्वेषपूर्ण बताया है।