राजनांदगांव
राजनांदगांव, 22 दिसंबर। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद मधुसूदन यादव ने कटाक्ष किया है कि विगत दिनों राजनांदगांव के प्रवास पर भेंट-मुलाकात करने आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजनांदगांव विधानसभा के ग्रामीणों को ऐसे सपने दिखाकर निकल गए, जो संभव ही नहीं है। मुख्यमंत्री सपनों के सौदागर बनकर आए और सपने बेचकर चले गए।
पूर्व सांसद मधुसूदन ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि मुख्यमंत्री कि सुकुलदैहान में दिया गया यह आश्वाशन कि मनकी बांध से सुकुलदैहान, लिटिया, धनगांव, बागतराई, गतापार आदि को सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराया जाएगा, सफेद झूठ है, क्योंकि पूर्व में ग्रामीणों की मांग पर अनेक सर्वे हो चुके हैं, जहां यह प्रमाणित हो चुका है कि सुकुलदैहान की ऊंचाई मनकी बांध से ऊपर है, जहां किसी भी स्थिति में प्राकृतिक बहाव के विपरीत, पानी नहीं पहुंच सकता है। उसी प्रकार सुरगी के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में ग्राम आलीखूंटा में सूखानाला से सिंचाई उपलब्ध कराए जाने की घोषणा कौन सी तकनीक से संभव होगी, यह रहस्य का विषय है। मुख्यमंत्री ने कौन से आलीखूंटा का उल्लेख किया है यह भी समझ से परे है, क्योंकि राजनांदगांव विकासखंड का ग्राम आलीखुंटा, सूखानाला से न सिर्फ दूर है वरन ऊंचाई पर भी है। ऐसी परिस्थिति में मटियामोती के पानी को लिफ्ट करवाकर चांदो नहर में डालने से ही आलीखूंटा की सिंचाई संभव है।
श्री यादव ने सीएम के भेंट-मुलाकात आयोजन में प्रमाणित ढंग से चिन्हित कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से सीएम के वार्तालाप को प्रशासन द्वारा प्रायोजित वार्ता एवं उपस्थित ग्रामीणों से धोखाधड़ी करार दिया है, जहां मुख्यमंत्री को प्रश्न और चिन्हित कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को उत्तर रटवा देने का षड्यंत्र रचा गया है। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को आय और व्यय की गणना ठीक से नहीं कराई गई थी, यह शोध का विषय है कि 50 क्विंटल गोबर बेचकर एक लाख रुपए कैसे कमाया जाता है, जो अर्जुनी के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में ग्राम कोपेडीह के महिला कृषक द्वारा प्रायोजित रूप से कहलवाई गई है और जिसके लिए मुख्यमंत्री को उस महिला से धन्यवाद भी दिलवाया गया है।