राजनांदगांव
नेता प्रतिपक्ष किशुन के खिलाफ की ढेरों शिकायतें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 फरवरी। नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु के लिए राजनीतिक मुश्किलें बढऩे लगी है। उनके पार्टी के भाजपा पार्षदों ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात कर निगम में विपक्षी दल की हैसियत से उठाए जाने वाले मुद्दों में नरमी बरते जाने की एक ओर शिकायत हुई। वहीं नेता प्रतिपक्ष के रवैये को लेकर भाजपा पार्षदों ने शिकायतों का पुलिंदा खोल दिया। पूर्व सीएम से चर्चा में नगर निगम में व्याप्त अफसरशाही, अविश्वास प्रस्ताव और बूढ़ासागर सौंदर्यीकरण भ्रष्टाचार के मामलों में जोरशोर से आवाज नहीं उठाने का मुद्दा पाषदों ने रखा।
पार्टी के भाजपा पार्षदों के इस रूख से नगर निगम की सियासत में खलबली मच गई है। बताया जा रहा है कि दर्जनभर भाजपा पार्षदों ने पूर्व सीएम से रविवार को मुलाकात कर लंबी चर्चा की। जनहित के मुद्दों पर कथित रूप से समझौतावादी रवैया अपनाने को लेकर भाजपा पार्षदों ने पूर्व सीएम के समक्ष कई अंदरूनी मसलों को सामने रखा। शिकायत करने के लिए पहुंचे भाजपा पार्षदों की अगुवाई नगर निगम के एक वरिष्ठ पार्षद ने की है। वहीं नाराज पार्षदों में कुछ पार्षद पूर्व सांसद मधुसूदन यादव के समर्थकों में से एक हैं।
बताया जा रहा है कि स्थानीय संगठन भी मान रहा है कि विपक्षी दल के रूप में आम लोगों के बीच प्रभाव कमजोर हुआ है। वहीं भाजपा पार्षदों में लगातार आपसी मतभेद भी बढ़े हैं। राजनीतिक रूप से पार्षद दल में तेजी से गुटबाजी ने जगह बना ली है। यही कारण है कि जनहित के मुद्दों को लेकर विपक्षी पार्षद अलग-अलग धड़ों में बंट गए हैं। बताया जा रहा है कि मौजूदा जिलाध्यक्ष रमेश पटेल भाजपा पार्षदों को कई दफे एकजुट होने की नसीहत भी दे चुके हैं, लेकिन गुटबाजी के सामने उनका फरमान बेअसर साबित हुआ है।
बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से एक घंटे की मुलाकात में विपक्षी नेता यदु के खिलाफ ढ़ेरों शिकायतें की गई है। पार्षदों ने चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष की काबिलियत पर सवाल उठाए हैं। पूर्व सीएम ने पार्षदों की शिकायतों को लेकर स्पष्ट जवाब नहीं दिया, लेकिन उन्होंने शिकायतों को गंभीरता से सुना। बताया जा रहा है कि पूर्व सीएम इस मामले में भाजपा के स्थानीय नेताओं से चर्चा कर सकते हैं। नगर निगम की राजनीति में दमदार विपक्ष की उम्मीद लगाए पार्टी को अपेक्षित नतीजे नहीं मिल रहे हैं।