राजनांदगांव
राजनांदगांव, 17 फरवरी। सत्संग समिति व हरि साधक परिवार तुमड़ीबोड के तत्वावधान में पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की साधिका शिष्या साध्वी सुशीला बहन का एक दिवशीय गीता भागवत सत्संग व मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम सरस्वती शिशु मंदिर प्रांगण तुमड़ीबोड में सम्पन्न हुआ। आयोजन समिति के खेलुराम साहू व अमरोतन साहू ने बताया कि आज के युवाओं को सही दिशा मिले और माता-पिता के प्रति आदर भाव व सम्मान भाव बढ़े, इसके लिए अहमदाबाद से साध्वी सुशीला बहन का आगमन तुमड़ीबोड हुआ, जहां बच्चों के लिए विशेष सत्संग व मातृ-पितृ पूजन के कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। साध्वी सुशीला बहन ने प्रवचन में कहा कि बच्चों को बाल्यकाल में जैसे संस्कार दिया जाए वैसा उसका भविष्य होता है अच्छे संस्कार व्यक्ति को महान बना सकता है और वहीं बुरे संस्कार इंसान को पतन की खाई में गिरा सकता है । आज के युवाओं में दिनों-दिन बढ़ती निराशा, असफलता का एक कारण है। अच्छे संस्कार का अभाव। इन्हीं कमी को दूर करने पूज्य बापूजी ने एक अभियान चलाया जो मातृ-पितृ पूजन कहलाया। माता-पिता के पूजन करने से सारे देवी देवताओं का पूजन का फल मिल जाता है और जब पूजन से माता-पिता का दिल भर आता है तो उनके मुख से निकला आशीर्वाद बच्चों की भविष्य बदल जाता है।