राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि के रूप में गुरुवार दोपहर 2 बजे अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में आयोजित 79वीं महंत राजा सर्वेश्वर दास स्मृति अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता 2022-23 के फाईनल मैच में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम के लिए फ्लड लाईट और पवेलियन बनाने 2 करोड़ रुपए की घोषणा की।
कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले राजनांदगांव में महंत राजा सर्वेश्वर दास अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता में देशभर से 20 टीमों ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिता में टीम की जीत-हार महत्वपूर्ण होती है, लेकिन इससे ज्यादा महत्वपूर्ण यह होता है कि टीम ने नया क्या सीखा। अपने खेल के अवसर को निखारने क्या नया अर्जित किया। निश्चित रूप से सभी टीमों ने यहां ऐसा बहुत कुछ अर्जित किया होगा, जो उनके खेल को नई ऊंचाई प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 1970 में राजनांदगांव के अखिल भारतीय प्रतियोगिता में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद भी अपने खेल का प्रदर्शन कर चुके हैं। राजनांदगांव एवं जशपुर ऐसा क्षेत्र है, जहां हॉकी का वातावरण हमेशा बना रहता है। इन शहरों ने देश को कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं। राजनांदगांव में एयरमेन बेस्टियन छत्तीसगढ़ के पहले ओलम्पियन हुए। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद राजनांदगांव की बेटी रेणुका यादव ने प्रथम महिला ओलम्पियन बनकर शहर को और छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि अधोसंरचना और सुविधाओं के विकास तथा खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण प्रोत्साहन के मामलों में हमने ऐसे ही उपलब्धियां अन्य खेल के क्षेत्र में हासिल की है। वर्ष 2021 एवं वर्ष 2022 में एथलीट अकादमी की शुरूआत हुई। वर्ष 2022 में बिलासपुर आवासीय अकादमी तथा एक्सीलेंस सेंटर तथा रायपुर में तीरंदाजी अकादमी का संचालन शुरू कर दिया गया है। वर्ष 2021 में शिवतराई बिलासपुर में तीरंदाजी उप केन्द्र, वर्ष 2022 में बिलासपुर में बालिका कबड्डी अकादमी, रायपुर आवासीय तीरंदाजी अकादमी, फुटबाल एवं गैर आवासीय एथलेटिक अकादमी की शुरूआत की गई। वर्ष 2019 के पहले हॉकी एवं तीरंदाजी के दो गैर आवासीय अकादमी थे। लेकिन यह अकादमी के रूप में न हो कर नियमित प्रशिक्षण के रूप में हो रहा था। पिछले चार वर्षों में छत्तीसगढ़ की खेल प्रतिभाओं तराशने के लिए शासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
हमारे खिलाडिय़ों के लिए अच्छे प्रशिक्षण की व्यवस्था और उन्हें बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने बढिय़ा खेल अधोसंरचना के निर्माण करने का कार्य निरंतर किया जा रहा है।