राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 फरवरी। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल सदस्य निखिल द्विवेदी ने कहा कि विगत 4 साल से बेरोजगार हो चुकी भाजपा द्वारा गांव-गांव जाकर जन भावना के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
श्री द्विवेदी ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि जिस आवास का सर्वे 2011 में हुआ, पंचायत प्रस्ताव 2013 में स्वीकृत हो चुका है और 2016 से चिन्हांकित लिस्ट पर मकान आवंटन शुरू हो चुका है। उसी लिस्ट के विपरीत भाजपाई जन भावना से खिलवाड़ करते गांव-गांव जाकर सभी निवासियों से आवेदन ले रहे हैं। जबकि भाजपाइयों को भी मालूम है कि उनका नाम पात्रता सूची में नहीं है और मामला आज नहीं तो कल गंभीर रूप लेगा।
निखिल ने कहा कि पिछले साल भाजपा की केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को आबंटित 7 लाख 84 हजार आबंटन रद्द किया और इस वर्ष मात्र 80 हजार मकान स्वीकृति का आदेश जारी किया है।
जबकि छत्तीसगढ़ में लगभग 9 लाख मकान बनना शेष है। केंद्र की मोदी सरकार ने वादा किया था कि 2022 तक पूरे देश में आवाज बन चुका होगा। जबकि सच्चाई है कि 7 साल से उत्तर प्रदेश में सत्ता में काबिज बीजेपी की राज्य सरकार ने स्वीकृत आवास में से 8 लाख 65 हजार मकान नहीं बनाए।
उन्होंने कहा, मध्यप्रदेश में 17 साल से बीजेपी 5 लाख 25 हजार मकान नहीं बना पाई। 27 साल से गुजरात में काबिज भाजपा स्वीकृत मकानों की तुलना में एक लाख 72 हजार मकान नहीं बना पाई और तो और असम राज्य में 7 साल से भाजपा स्वीकृत मकानों की तुलना में 10 लाख मकान नहीं बना पाई। जबकि खुद उनकी केंद्रीय रूरल डेवलपमेंट सरकारी वेबसाइट में छत्तीसगढ़ को आज तक आबंटित आवास के लिए 80 प्रतिशत हाउस होल्ड बताया गया है।