धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 18 अप्रैल। रमजान के पवित्र महीने में मुस्लिम समाज के लोग रोजे और इबादत में समय गुजार रहे हैं। भीषण गर्मी के बावजूद रोजदारों के हौसले बुलंद हैं, बड़ों के साथ साथ छोटे बच्चों में भी रोज़े रखने का जज्बा काबिले तारीफ है।
ज्ञात हो कि इस बार रमजान 23 मार्च से शुरू हुआ, मौसम की मेहरबानी से शुरुआती दो सप्ताह रोजदारों के लिए आसान था। इसके बाद सूरज ने अपने तेवर दिखाए तो तापमान का पारा रोज़ ऊपर चढऩे लगा। लेकिन रोजदारों को इस बात की परवाह नहीं वे तो अपने खुदा के हुक्म का पालन कर रोज़े रख रहे हैं। यही जज्बा समाज के छोटे बच्चों में भी नजर आ रहा है।
व्यवसाई अमीन हालारी की 6 वर्षीय नन्ही बेटी अस्फिया फातिमा ने दस साल की अपनी बड़ी बहन अक्शा फातिमा के साथ रोज़ा रखना शुरू किया। इसी तरह वसीम हालारी की बेटी आफिया फातिमा 7 साल ने अपने 11 वर्षीय भाई अहयान को देख रोज़े रखना शुरू किया जो अभी भी जारी है।
हर रोज शाम को मस्जिद जाकर ये बच्चे रोज़ा इफ्तार के इंतजाम में मदद कर सभी रोजदारों को ठंडा शर्बत पिलाते हैं ।