सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 19 अप्रैल। विकासखण्ड भैयाथान के पंचायत सचिव अपनी मांगों को लेकर 16 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जिससे पंचायतों में कार्य प्रभावित हो रहे हंै। मंगलवार को पंचायत सचिव संघ के जिला अध्यक्ष इंद्रपाल तिवारी के नेतृत्व में भटगांव विधायक व संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े को मुख्यमंत्री के नाम पांच बिंदुओं को लेकर ज्ञापन सौंपा है।
सौपे गए उक्त ज्ञापन में पंचायत सचिवों ने कहा है कि त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत स्तर पर कार्यरत कर्मचारी शासकीय सेवक है, किन्तु पंचायती राज की बुनियाद आधार स्तम्भ कहे जाने वाले ग्राम पंचायत में कार्यरत कर्मचारी पंचायत सचिव शासकीय सेवक नहीं है। वही पंचायत सचिव 29 विभागों के 200 प्रकार के कार्य को जमीनी स्तर तक जिम्मेदारी के साथ ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करते हुए तथा राज्य शासन एवं केन्द्र शासन के समस्त योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य करते हैं। साथ ही शासन की महत्वकांक्षी न्याय योजना जैसे राजीव गांधी न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदुर न्याय योजना, गोधन न्याय योजना सहित नरूवा गरूवा, घुरुवा अउ बारी के तहत् ग्राम गौठान निर्माण एवं मनरेगा के कार्यों को जिम्मेदारी पूर्वक निर्हवन कर रहे हैं।
पंचायत सचिवों को शासकीयकरण करने हेतु प्रदेश के 65 विधायकों के द्वारा अनुशंसा किया गया है। साथ ही पंचायत सचिवों को कार्य करते हुए 28 वर्ष से अधिक हो गया है। पंचायत सचिवों के साथ नियुक्त हुए अन्य विभाग के कर्मचारी जैसे शिक्षककर्मी/ वनकर्मी / लोक निमाण कर्मी को शासकीयकरण किया जा चुका है, वहीं दो वर्ष की परिविक्षा अवधि पश्चात् पंचायत सचिवों को शासकीयकरण करते हुए पदोन्नति एवं क्रमोन्नति देने की मांग की गई है।
इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष आनन्द प्रताप सिंह, उदय प्रताप सिंह, लक्ष्मी पैकरा,सतीश गुर्जर ,अरविंद प्रकाश साहू,नरेंद्र कुशवाहा, अर्जुन सिंह, राधे कृष्ण तिवारी, सुरेंद्र पैकरा, हौसला प्रसाद, मटुकधारी कुशवाहा, रामकुमार, उमेश्वर पैकरा, दिलाराम, देवचंद यादव, सियाराम यादव, रामवृक्ष सोनी, देवनारायण राजवाड़े, सुखलाल राजवाड़े, संजय गुप्ता, बृजेश साहू सहित काफी संख्या में पंचायत सचिव उपस्थित थे।