सूरजपुर
अफसरों ने माना हो रही थी लापरवाही, सडक़ उखाड़ कर पुन: निर्माण करवाने का दिया आश्वासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 22 अप्रैल। सडक़ निर्माण कार्य में भारी अनियमितता का मामला आया है। घटिया निर्माण पर ग्रामीणों का गुस्सा फूटा और काम बंद करवाया। अधिकारियों ने सडक़ उखाड़ कर पुन: निर्माण करवाने का आश्वासन दिया।
सूरजपुर जिले के भैसामुंडा से घाट,पेंडारी,धोन्धा तक बन रही सडक़ रामानुजगंज पीडब्ल्यूडी विभाग सडक़ निर्माण के तहत आता है। ज्ञात हो कि सूरजपुर जिले का उक्त क्षेत्र पीडब्ल्यूडी रामानुजगंज के अंतर्गत में आने के कारण रामानुजगंज पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा उक्त सडक़ का निर्माण साढ़े 17 किलोमीटर की पेच रिपेयरिंग सहित निर्माण करना था, जिसकी लागत 19 करोड़ से अधिक की है।
ग्रामीणों ने घटिया निर्माण का जमकर विरोध करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सहित मंत्री प्रतिनिधि कुमार सिंह देव से इस विषय पर चर्चा करते हुए उक्त सडक़ निर्माण को रुकवा दिए। जिस पर रामानुजगंज से पीडब्ल्यूडी के अधिकारी मौके पर उपस्थित हुए और सडक़ की दुर्दशा देखकर उन्होंने इस घटिया निर्माण पर विरोध जताते हुए बने हुए सडक़ को उखड़वाने प्रारंभ कर दिए।
इस विषय में विजय भारती एसडीओ पीडब्ल्यूडी रामानुजगंज ने बताया कि मैं मौके पर दल बल के साथ में पहुंचा हूं तथा घटिया निर्माण का शिकायत मिला था जहां-जहां डामरीकरण हुई है सभी स्थानों को खंडवा के गुणवत्तापूर्ण सडक़ का निर्माण करवाया जा रहा है। कार्य में लापरवाही हो रही थी यह मैं मानता हूं।
इस संबंध में एसडीएम दीपिका नेताम ने बताया कि पीडब्ल्यूडी रामानुजगंज का यह सडक़ निर्माण विभाग के अंतर्गत में आता है ईस विषय में आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को प्रेषित करती हूं।
इस विषय में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है। गुणवत्तापूर्ण सडक़ निर्माण कराने की अगर किसी प्रकार की लापरवाही बढ़ती गई तो इसकी जिम्मेदारी रामानुजगंज डिविजनल के पीडब्ल्यूडी अधिकारियों की होगा।
इस संबंध में मंत्री प्रतिनिधि कुमार सिंह देव ने कहा कि सूरजपुर जिले का मुख्य मार्ग जो कि अंबिकापुर से बनारस,सूरजपुर मार्ग प्रमुख मार्ग है। गुणवत्ता विहीन सडक़ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की अनुशंसा की जाएगी।
ज्ञात हो कि मिट्टी के ऊपर डामर बिछाकर आनन-फानन में ठेकेदार के द्वारा कार्य किया जा रहा था जिस पर ग्रामीणों ने कड़ा विरोध करते हुए गुणवत्तापूर्ण कार्य करने की हिदायत दी। इस विषय में मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह ने भी अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई एवं मंत्री प्रतिनिधि कुमार सिंह देव ने भी अधिकारियों से बात करके गुणवत्तापूर्ण सडक़ बनाने की बात कही,नहीं तो अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग उच्च अधिकारियों से की जाएगी।
ग्रामीणों के अनुसार के सडक़ निर्माण सडक़ में मिट्टी के ऊपर में डायरेक्ट डामरीकरण किया जा रहा था जिसके कारण से डामरीकरण होते के साथ सडक़ रोटी के सामान उखड़ रहा था। जिस पर सैकड़ों ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर इसकी शिकायत की।
इस दौरान विजय नारायण कुशवाहा,चंद्रिका कुशवाहा, हरि कुशवाहा,अजय गुप्ता,रामसूरत पैकरा,संजय कुशवाहा, जीतेश्वर राजवाड़े, मनोहर कुशवाहा, वंश लाल, महेंद्र नापित, अरुण कश्यप, घूरन सिंह,राजमन कुशवाहा,रामनाथ यादव, हरिश्चंद्र यादव सहित भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।