राजनांदगांव
छतों पर रात गुजारने ग्रामीण मजबूर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जून। मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के वनांचल क्षेत्र में एक बार फिर हाथी का आतंक शुरू हो गया। हाथी के आतंक से इलाके के बाशिंदें घरों और स्कूल भवनों के छतों में रात गुजारने मजबूर हो रहे हैं। हाथी की दहशत से छोटे बच्चों से लेकर महिलाओं और पुरूषों को भी दहशत में रात गुजारी पड़ रही है। वहीं वन अमला भी सूचना के बाद गांव में पहुंचकर हाथी को भगाने की कोशिश में जुटी हुई है। साथ ही हाथियों के चहल-कदमी पर नजर बनाए हुए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मोहला-मानपुर-अं.चौकी जिले के औंधी इलाके के गट्टेपायली गांव में गुरुवार देर शाम एक हाथी के पहुंचने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो गई थी। वहीं मुनियादी के बाद ग्रामीण स्कूल भवन के छतों और मकानों के छतों में रात गुजारी। इधर हाथी के गांव में पहुंचने से सन्नाटे में बदल गया था। गांव की गलियां और रास्ते हाथी की दहशत से सूना पड़ा गया था। वहीं गरीब तबके के ग्रामीण स्कूल भवन में आश्रय लेने मजबूर हुए। वहीं कुछ ग्रामीणों को स्कूल भवन के छतों में रात गुजारी पड़ी। इसके अलावा कुछ लोग घरों के छतों में रहकर हाथी की चहल-कदमी पर नजर बनाए हुए थे।
सूत्रों का कहना है कि हाथी की दस्तक की सूचना वन विभाग को भी दी गई। सूचना के बाद वन अमला भी गांव में पहुंचकर ग्रामीणों की सुरक्षा में जुटे रहे। हाथी के गांव में पहुंचने से गांव में अफरा-तफरी का माहौल भी बना रहा। सूत्रों का कहना है कि गट्टेपायली गांव में एक हाथी पहुंचा था, शायद वह अपने दल से बिछुड़ गया होगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गट्टेपायली गांव में हाथी के पहुंचने से अफरा-तफरी मचने के बाद आसपास क्षेत्र के गांवों में भी मुनादी कराने की सूचना है। वहीं वन अमला हाथी की चहल-कदमी पर नजर बनाए रखकर ग्रामीणों को अलर्ट कर रही है।