राजनांदगांव
सभी विभागों का कार्य हुआ प्रभावित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 जुलाई। नियमितीकरण की मांग को लेकर राज्य सरकार के अधीन अलग-अलग विभागों में कार्यरत सैकड़ों संविदाकर्मियों ने सोमवार को सामूहिक अनिश्चितकालीन हड़ताल का रूख किया। छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तैले आज से सभी विभागों के संविदाकर्मी हड़ताल पर चले गए। कर्मियों के हड़ताल में जाने से स्वभाविक रूप से विभागों का कामकाज प्रभावित होगा।
हड़तालियों का आरोप है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार ने संविदा एवं दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को नियमित करने का वायदा किया था, लेकिन अपने किए गए घोषणा को कांग्रेस सरकार ने आज पर्यन्त पूरा नहीं किया। स्थानीय कलेक्टोरेट परिसर के सामने जिला स्तर पर कर्मियों ने हड़ताल करते सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
एक ज्ञापन के जरिये अपनी मांगों पर ध्यान आकर्षित करते संविदा कर्मियों ने कहा कि कोविड़ महामारी में कार्य करने वाले संविदा कर्मियों के आश्रित परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी गइ। जिससे उनका परिवार उजड़ गया। 2019 के पश्चात राज्य सरकार ने विभिन्न पदों पर कार्यरत संविदाकर्मियों के वेतन का निर्धारण नहीं किया। जबकि नियमित कर्मचारियों को 33 प्रतिशत महंगाई भत्ता के आधार पर वेतन दिया जा रहा है। राज्य के संविदा कर्मचारी नौकरी में सुरक्षा नहीं होने के कारण सेवा से पृथक किए जा रहे हैं एवं 62 वर्ष तक की नौकरी भी नहीं कर पा रहे हैं। वर्षों से निरंतर सेवा देने के बाद भी संविदाकर्मियों को कर्मचारी बीमा, पेंशन, ग्रेज्युटी, वेतन भत्ते, अनुदान राशि, अनुकंपा नियुक्ति, सामाजिक सुरक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं दी जा रही है। इसी के चलते संविदाकर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। संविदाकर्मियों के हड़ताल में जाने से विभागों के कामकाज प्रभावित हुए हैं। विशेषकर स्वास्थ्य विभाग में 400 से ज्यादा संविदा कर्मियों के हड़ताल में होने से स्वास्थ्यगत सुविधाओं पर प्रतिकूल असर पडऩा तय है।