बलरामपुर
सूचना अवैध इमारती लकड़ी की थी, लेकिन मिले मवेशी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 4 जुलाई। पिकअप से अवैध रूप से इमारती लकड़ी के परिवहन की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम चोरपहरी नाका में तैनात थी। इस दौरान तिरपाल से ढंककर जब पिकअप आती देखी तो उसे रोकने के लिए नाका गिरा दिया गया, परंतु पिकअप की गति इतनी तेज रफ्तार से थी कि नाका तोड़ते हुए भागने लगा। वन विभाग की टीम पीछा करने लगी तो रामानुजनगगंज के वार्ड क्रमांक 1 पेट्रोल पंप रोड के गली में पिकअप छोडक़र ड्राइवर फरार हो गया। वन विभाग की टीम ने तिरपाल खोला गया तो उसमें ठूंस-ठूंस कर 6 गोवंश रखा गया था। वन विभाग के द्वारा उसे रामानुजगजगंज थाने को सौंप दिया गया। ततपश्चात पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई की।
वन विभाग को मुखबिर से सूचना मिली कि राजपुर क्षेत्र से इमारती लकड़ी पिकअप वाहन से लोड कर रामानुजगंज की ओर लाया जा रहा है, जिसके बाद वन परीक्षेत्र अधिकारी संतोष पांडे के निर्देश पर वनपाल दयाशंकर सिंह, वनरक्षक राजनाथ सिंह, पिंटू मालाकार सहित वन अमला चोरपहरी नाका के पास पिकअप पकडऩे के लिए तैनात हो गये।
मंगलवार सुबह 5 बजे के करीब जब एक पिकअप वाहन को आता देखा तो उसे रोकने के लिए नाका को गिरा दिया गया, परंतु पिकअप वाहन इतना तेज था कि नाका को तोड़ते हुए भागने लगा जिसका पीछा वन विभाग के द्वारा किया गया।
पिकअप रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 1 पेट्रोल पंप के समीप एक गली में घुसकर ड्राइवर गाड़ी छोडक़र मौके से फरार हो गया, वहीं वन विभाग की टीम जब तिरपाल खोला तो उसमें गोवंश को ठंूस-ठूंस कर रखा गया था। जिसके बाद वाहन को रामानुजगंज थाने के सुपुर्द कर दिया गया।
थाना प्रभारी संतलाल आयाम ने बताया कि कृषक पशु परीक्षण अधिनियम, पशु क्रूरता अधिनियम 1985 की धारा 11,घ, लोक संपत्ति क्षति अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला पंजीबद्ध कर कार्रवाई की जा रही है। गोवंश को देवगई गौशाला भेज दिया गया है।