बलरामपुर
कई बार मांग के बाद भी नहीं बनी पुलिया, गांव में नहीं पहुंच पाती है एंबुलेंस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज,13 जुलाई। बलरामपुर रामानुजगंज जिला के जनपद पंचायत रामचंद्रपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत मरमा में आज भी विकास की बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। नाले पर पुलिया नहीं होने की वजह से बारिश के मौसम में स्थानीय ग्रामीणों सहित स्कूली छात्र छात्राओं को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
ज्ञात हो कि यह मार्ग मरमा को रामानुजगंज और वाड्रफनगर से जोड़ता है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है। सैकड़ों की आबादी होने के बाद भी आवागमन की समस्या बनी हुई है। यहां लगभग 150-200 घर मौजूद हैं, जहां लगभग 500 की आबादी रहती है, लेकिन पुलिया नहीं होने की वजह से लोगों को प्रतिदिन आवागमन में समस्या होती है।
अगर रात में किसी ग्रामीण का तबीयत खराब हो जाए तो घर तक एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाता है। बारिश के मौसम शुरू होते ही दैनिक जरूरतों के लिए आना-जाना भी मुश्किल हो गया है।
स्कूल जाने में होती है समस्या-छात्रा
ग्राम पंचायत मरमा की स्कूली छात्र अंजना कुमारी का कहना है कि बारिश में स्कूल पहुंचना बहुत मुश्किल हो जाता है। बारिश के मौसम में स्कूली जाने वाले बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं,ज्यादा पानी रहने पर बच्चे नाले में गिर भी जाते हैं। नाले में जल्द से जल्द पुलिया निर्माण कराने की आवश्यकता है।
लंबे समय से की जा रही पुलिया निर्माण की मांग-सरपंच
ग्राम पंचायत मरमा के सरपंच सुनील सिंह का कहना है कि लंबे समय से पुलिया निर्माण कराने की मांग शासन-प्रशासन से करते आ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई, जिससे पुलिया का निर्माण कार्य नहीं हो सका है। इस नाले में अचानक बहुत तेजी से बाढ़ आ जाता है, नाले के पार बड़ी संख्या में आदिवासी भुइयां, खैरवार और कोडाक़ू जनजाति के लोग निवास करते हैं। यहां के बच्चे पुलिया नहीं होने के कारण स्कूल नहीं जा पाते हैं और शिक्षा से वंचित हो जाते हैं। गांव में अगर कोई बीमार हो जाए तो एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाता है जिससे लोगों की जान जान भी चली जाती है. गांव के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।