बलरामपुर
18 घंटे कराया जाता था काम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज,11 अगस्त। बलरामपुर जिले के रामानुजगंज थाना क्षेत्र के मजदूरों को कर्नाटक में काम दिलाने के नाम पर बंधक बनाकर शोषण किया जाता था। सूचना मिलने पर बेंगलुरु से 9 श्रमिकों को पुलिस टीम सकुशल वापस लेकर रामानुजगंज आई है।
बताया जाता है कि रामानुजगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत आरागाही के रहने वाले नौ मजदूरों को समसाद अंसारी नाम के ठेकेदार ने कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम दिलाने का झांसा देकर मजदूरों को कर्नाटक के बेंगलुरु लेकर गया था। रामानुजगंज के नौ मजदूरों को काम दिलाने के बहाने कर्नाटक के बैंगलोर में कंस्ट्रक्शन कंपनी में बंधक बनाकर उत्पीडऩ और शोषण करने की सूचना मिलने पर टीम बनाकर बेंगलुरु भेजा गया था। पुलिस टीम बंधक मजदूरों को मुक्त कराकर सकुशल वापस लेकर आई है।
मजदूरों का किया जा रहा था शोषण
कर्नाटक के बेंगलुरु शहर में कंस्ट्रक्शन कंपनी ने काम करने गए हुए मजदूरों को वहां खाना पीना भी दिया जात था और जब मजदूर विरोध करते तो उनके साथ वहां मारपीट किया जाता और उनसे 18 घंटे तक काम कराया जाता और मजदूरी भुगतान भी नहीं किया जाता था।
विधायक की पहल से पहुंची पुलिस
बेंगलुरु में काम करने के दौरान जब मजदूरों का शोषण किया जाने लगा तो उन्होंने वापस घर लौटने का फैसला किया और विधायक बृहस्पति सिंह को फोन के जरिए संपर्क किया, जिसके बाद विधायक ने पुलिस अधीक्षक को पूरे मामले की सूचना दी। पुलिस अधीक्षक ने टीम गठित कर बेंगलुरु के लिए रवाना किया सभी मजदूरों को सकुशल वापस रामानुजगंज लाया गया।
इन बंधक मजदूरों को कराया गया मुक्त
रामानुजगंज पुलिस टीम ने बेंगलुरु में बंधक बनाए गए मजदूर देवकुमार, दीनू राम, मनोज राम, कुलदीप कुमार, लक्ष्मण राम, बृहस्पति राम, अर्जून राम, टुली राम, आशितोष सिंह सहित नौ मजदूरों को मुक्त कराकर सकुशल वापस रामानुजगंज लाया गया है।