राजनांदगांव
राजनीति के 'काका' पंचतत्व में विलीन
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अगस्त। अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री लीलाराम भोजवानी गुरुवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। पूर्व मंत्री के निधन पर समूचा शहर अंतिम दर्शन करने के लिए उमड़ पड़ा। राजनीति के 'काका' माने जाने वाले भोजवानी सरलता और नम्र व्यवहार से हर कोई प्रभावित रहा। बुधवार देर शाम को रायपुर के एक निजी अस्पताल में उनका निधन हो गया।
84 साल की उम्र में भोजवानी ने अंतिम सांस ली। राजनांदगांव में उन्हें भाजपा का आधार स्तंभ माना जाता था। उनकी खासियत थी कि वह गैर भाजपा नेताओं के भी पसंदीदा रहे। इधर गुरुवार देर शाम को स्थानीय मुक्तिधाम में उनकी अंत्येष्ठि कर दी गई। स्थानीय इंदिरा नगर स्थित निवास से भोजवानी के पार्थिव काया एक वाहन में सजाकर शहर के मार्गों से मुक्तिधाम ले जाया गया। उनके दर्शन के लिए सभी समाज के लोग उमड़ पड़े। इस बीच उनके शवयात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी पहुंचे। पूर्व सीएम ने कहा कि भोजवानी जी के निधन से सभी को गहरा धक्का लगा है। उनके स्थान की भरपाई करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनीति में उन्होंने कई आयाम स्थापित किए। राजनीतिक जगत के लिए वह एक मिसाल थे।
महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि उनके निधन की खबर से हर कोई विचलित है। सरल स्वभाव से उनका व्यवहार विशिष्ट रहा। लंबे राजनीतिक जीवन में उनका किसी से कोई विवाद नहीं हुआ। यह एक सकारात्मक उदाहरण है। इधर खुले जीप में उनके निवास से अंतिम यात्रा के लिए पार्थिव शरीर को रखा गया। कई स्थानों पर लोगों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। हजारों की भीड़ में उनकी काया को पंचतत्व में विलीन किया गया।