राजनांदगांव
नक्सल प्रभावित खुज्जी विस के अंतिम गांव झाड़ीखैरी में ग्रामीणों का श्रमदान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अगस्त। खुज्जी विधानसभा के सबसे सघन नक्सल क्षेत्र माने जाने वाले वनांचल के ग्राम झाड़ीखैरी में ग्रामीणों द्वारा अंतर्राजीय सीमा को जोडऩे वाले सडक़ मार्ग को बनाने नवाज भाई के साथ जुट गए। निश्चित रूप से श्रमदान करने ग्रामीण किसानों, महिलाओं और युवाओं की पहल सकारात्मक है। खासकर ग्रामीण, युवा, किसान भूपेश बघेल की किसान और ग्रामीण विकास की जनहितैषी नीति से प्रभावित लोगों के रचनात्मक प्रयासों और सरकार की कई योजनाओं से प्रसन्न होकर अपने गांवों में सडक़ या सुविधा जुटाने की सकारत्मक पहल ग्रामीण स्वस्फूर्त कर रहे हैं। खास बात यह है कि सभी जो गांवों में रह रहे हैं अपनी स्वेच्छा व इच्छा और दृढ संकल्प को लेकर विकास में अपनी भागीदारी तय कर रहे हैं। ग्राम पंचायत झाड़ीखैरी में नवाज भाई ने झाड़ीखैरी से महाराष्ट्र जोडऩे वाले रोड में श्रमदान किया।
छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर में घने जंगल वनांचल में बसे ग्राम पंचायत झाड़ीखैरी में नवाज भाई ने किया। जिसमें ग्रामीणों की संख्या सैकड़ों में रही है। नवाज भाई के साथ श्रमदान करने वाले चुम्मन साहू, सरपंच हेमसिंग निर्मलकर, सुनील लारोकर, ग्राम पटेल रोहित राम, कृष्णा कोमरे, बालसिंह मंडावी, रोहित राम पटेल, गणपत कतलाम, गंभीर पुर्राम, हरिचंद पुर्रामे, मेहतर तारम, सम्हारू मंडावी, बालेश्वर नरेटी, भैय्या राम श्याम, रामप्रसाद छावरे, रामसाय छवरे व झाड़ीखैरी के समस्त ग्रामवासी महिला-पुरुष स्वस्फूर्त श्रमदान किया है।
किसान के यहां नवाज ने किया भोजन
झाड़ीखैरी के किसान के यहां जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष नवाज भाई ने उनके आग्रह पर भोजन स्वीकारा। किसान श्यामलाल मंडावी के निवास में भोजन करने के पश्चात परिजनों से भी मुलाकात की। नवाज भाई को किसान श्यामलाल के परिजनों ने अपने यहां पाकर अति हर्षित हुए।
खुज्जी विस के नक्सल प्रभावित अंतिम गांव झाड़ीखैरी में नवाज के नेतृत्व में ग्रामीणों का श्रमदान किया।
चैतन्य आश्रम भी पहुंचे नवाज
झाड़ीखैरी में स्थित तीस वर्ष पुराने आश्रम में पहुंचकर नवाज रामप्रसाद चैतन्य के आश्रम जाकर आशीर्वाद लिया। अद्भुत आध्यात्मिक चेतना के लिए निरंतर कार्य करने वाले रामप्रसाद चेतन का जीवन सादगी भरा रहा। उन्होंने समाज के उत्थान के लिए कार्य किया। आज भी लोग उन्हें अपना प्रेरणा स्रोत मानते हैं। झाड़ीखैरी के उनके आश्रम में लगातार आसपास के लोगों का आना-जाना होता है। सबसे बड़ी बात यह है कि छत्तीसगढ़ की परंपराओं को वह अपने जीवन में उतारकर संत कबीर की राह पर चलकर अपना सारा जीवन न्यौछावर कर दिया। ग्रामीणजनों में और आसपास के क्षेत्र में उनके मानने वाले लोगों की तादाद निरंतर बढ़ते चले जा रही है।
धान की कीमत बढ़ाने का किया काम
नवाज ने कार्यक्रम में किसानों से कहा कि प्रदेश सरकार ने उनका ख्याल रखते कई ऐतिहासिक निर्णय लिए है। जिसमें ढाई हजार रुपए प्रति क्विंटल कीमत से लेकर 20 क्विंटल प्रति एकड़ खरीदी के काम शामिल है। उन्होंने कहा कि सरकार के ऐतिहासिक फैसलों का ही परिणाम है कि साढ़े चार साल में प्रदेश के भीतर धान बेचने वाले किसानों की संख्या दोगुनी और खरीदी का आंकड़ा भी रिकार्ड बढ़ोत्तरी हुई है।
रोजगार के दिए अवसर
ग्रामीणों को संबोधित करते नवाज ने कहा कि मजदूरों के हित में सरकार ने लगातार काम किए हंै। इसके अलावा बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने का काम भी प्रदेश सरकार ने लगातार किया है। इसी का असर है कि देश में रोजगार देने वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ का नाम शीर्ष के राज्यों में शामिल है।
नवाज ने श्रमदान को बनाया महाभियान
किसान संपर्क अभियान में निकले नवज ने अब पैरादान के बाद श्रमदान को महाभियान के रूप में क्रियान्वयन करने का बीड़ा उठाया है। खुज्जी विधानसभा क्षेत्र के दूसरे चरण के किसानों के संपर्क अभियान में निकले नवाज को जब ग्रामीण किसानों ने आग्रह किया कि अब वह छोटी-मोटी समस्याओं पर श्रमदान करना चाह रहे हैं, ताकि हम भी विकास के कार्यों में अपनी मेहनत का कुछ हिस्सा लगा सकें। यह सुनते ही नवाज भाई ने इसमें भी अपनी सहभागिता देने का निर्णय लिया और अब छोटे-मोटे ग्रामीण समस्याओं को लेकर श्रमदान करने की मुहिम को आगे बढ़ाने का जिम्मा उठाया है। उन्होंने कहा कि गांव की समस्या में वह भी धमेला और रापा उठाने से गुरेज नहीं करेंगे, निश्चित रूप से उसी क्रम में श्रमदान का भी सकारात्मक कार्य शुरू हो गया है।