बलरामपुर
एम्बुलेंस तक पहुंचाने महिलाओं ने भी की जद्दोजहद
विधायक व प्रशासनिक अधिकारी ट्रैक्टर से पहुंचे आमाडांड़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 20 अगस्त। आजादी के 75 साल बाद भी बलरामपुर जिले में एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसने विकास के सारे दावों की पोल खोल दी। ग्राम पंचायत नवकी के आमाडाँड़ में एक मरीज को ग्रामीणों ने खाट पर ढोकर इलाज के लिए ले जाया गया। जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों को खबर लगते ही आनन फानन में तत्काल मौके पर पहुँचे और मरीज को एम्बुलेंस की मदद से इलाज के लिए भेजवाया गया। इस बात की जानकारी जब सामरी विधायक को लगी तो उन्होंने रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ट्रैक्टर से नवकी गाँव के आमाडाँड़ पहुँचे।
मामला है ब्लॉक मुख्यालय राजपुर से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत नवकी के आमाडाँड़ की, जहाँ की मुख्य सडक़ से अंदर जाने वाली सडक़ बेहद दयनीय स्थिति में है, यहाँ पहुँचने के लिए दो रास्ते हैं एक में पुल नहीं होने से जहाँ बारिश में पूरी तरह बंद हो जाती है वहीं दूसरी सडक़ भी कीचड़ की वजह से वाहनों का आना जाना बंद हो जाता है। बारिश के मौसम में आलम यह है कि यहां पैदल चलना भी काफी मुश्किल है।
शनिवार को ग्रामीणों ने एक मरीज को खाट पर ढोकर इलाज कराने ले जाया गया, पुरुष जब थक गए तो महिलाओं ने खाट को उठाकर रास्ता तय किया। एम्बुलेंस तो पहुँची पर कीचड़ की वजह से मुख्य मार्ग ही खड़ा रहा मरीज तक एम्बुलेंस पहुँच ही नही पाया जिससे ग्रामीणों में गुस्सा चरम पर था।
ग्रामीणों की परेशानी और खाट पर मरीज की जानकारी मिलने के बाद एसडीएम और बीएमओ खुद मौके पर पहुंचे और उन्होंने मरीज को ग्रामीणों की मदद से एम्बुलेंस तक पहुंचाया। शनिवार की घटना की जानकारी लगते ही सामरी विधायक व संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज स्वयं रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ टैेक्टर से नवकी गाँव के आमाडाँड़ पहुँचे और मौके का जायजा लिया। जिसके बाद विधायक स्वयं श्रमदान कर सडक़ में मुरम व डस्ट डालकर काम को चालू कराया। विधायक ने वहाँ जनचौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और जल्द निराकरण करने का आश्वासन दिया।