रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 अगस्त। छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी से शहर में संचालित कोचिंग संस्थानों को स्कूल के समय पर संचालित करने पर रोक लगाने की मांग की है . सीबीएसई के नए सर्कुलर में भी स्कूलों में विद्यार्थियों की 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य कर दी है।
जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग को विद्यार्थियों के ऊपर बढ़ते दबाव को दूर करने के लिए संगठन ने इस पर सख्त कार्रवाई करने का निवेदन किया है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता, और सचिव मोतीलाल जैन ने एक बयान में कहा ज्ञात हो की कोचिंग सेंटरों के गढ़ कोटा में लगातार बच्चों की आत्महत्याओं ने पूरे देश का ध्यान कोचिंग संस्थानों की अनैतिक गतिविधियों की ओर खींचा है. रायपुर में
बहुत से कोचिंग संस्थान संचालित है. इन कोचिंग संस्थाओं में स्कूलों में अध्यनरत विद्यार्थी जो कक्षा ग्यारहवीं एवं बारहवीं के हैं वह भी स्कूल के समय इन कोचिंग संस्थाओं में अपनी उपस्थिति दे रहे हैं जो कि नियमित: गलत है। ऐसे बहुत से स्कूल है जो अपने स्कूल की हाजिरी भी कोचिंग संस्थाओं में ही लगा रहे।
स्कूल संचालन के समय सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक स्कूलों में पढऩे वाले 11वीं तथा 12वीं के बच्चों को प्रवेश ना दें. बिहार में भी स्कूल के समय पर कोचिंग संस्थानों के संचालक पर रोक लग गई है।
संगठन कोचिंग संस्थाओं या कोचिंग में पढऩे से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन स्कूल के समय ड्राप लिए हुए विद्यार्थियों को पढाया जाए। इससे पहले की प्रदेश ऐसी समस्याओं से गिर जाए इस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है, कोचिंग संस्थाओं पर कार्यवाही के लिए पूर्व में 26 अप्रैल को भी एक पत्र संगठन द्वारा लिखा जा चूका था।