कोण्डागांव
एफएसटी, एसएसटी, वीएसटी, वीवीटी सहित विभिन्न दलों को प्रशिक्षण
कोण्डागांव, 4 अक्टूबर। कलेक्टर दीपक सोनी ने स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी निर्वाचन में निगरानी दलों की अहम भूमिका बताई। उन्होंने कहा कि निर्वाचन के लिए आदर्श आचरण संहिता का पालन निगरानी दलों के माध्यम से सुनिश्चित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन को प्रभावित करने के लिए कहीं भी धन, शराब या सामग्री बांटने या बिना अनुमति रैली, आमसभा का आयोजन करने, किसी भी प्रकार की हिंसात्मक गतिविधियों की शिकायत प्राप्त होने पर उस क्षेत्र के उडऩदस्ता दल को सूचित किया जाएगा, जिससे वे मौके पर पहुंचकर कार्यवाही कर सकें। इसके साथ ही आने-जाने वाले वाहनों के जांच की जिम्मेदारी स्थैतिक निगरानी दलों पर होगी।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की अवैधानिक गतिविधि की सूचना प्राप्त होते ही उडऩदस्ता दल तत्काल मौके पर पहुंचकर कार्यवाही सुनिश्चित करे। उडऩदस्ता दल को किसी वाहन में अनुचित सामग्री के परिवहन की सूचना प्राप्त होने पर निकटतम स्थैतिक निगरानी दल और थाने को भी सूचित करने पर जोर दिया, जिससे धरपकड़ की कार्यवाही की जा सके।
उन्होंने कहा कि उडऩदस्ता दल तथा स्थैतिक निगरानी दल अपनी कार्यवाही के दौरान पूरी गतिविधि की वीडियोग्राफी करवाए और अपने प्रतिवेदन के साथ वीडियो भी प्रस्तुत करे। उन्होंने बताया कि उडऩदस्ता दल और स्थैतिक निगरानी दल द्वारा जब्त की गई सामग्री की वापसी के लिए जिला स्तर पर गठित समिति के समक्ष अपील की जा सकेगी। इसी तरह अनुमति प्राप्त करने के पश्चात् आयोजित सभा, जुलूस और रैलियों में खर्च के आंकलन के लिए वीडियो निगरानी दल को जिम्मेदारी दी गई है। यह दल आयोजन स्थल का बारीकी से वीडियोग्राफी के पश्चात् वीडियो अवलोकन दल को प्रस्तुत करेगी। वीडियो अवलोकन दल व लेखा दल की जिम्मेदारी होगी कि वे निर्धारित राशि के अनुसार खर्च का आंकलन करें।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेम प्रकाश शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पोर्ते, संयुक्त कलेक्टर मनोज केसरिया सहित निगरानी दलों के सदस्य उपस्थित थे।