बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 7 अक्टूबर। जगदलपुर के आसना में स्थित बादल संस्था में शनिवार को राज्य स्तरीय तीन दिवसीय बहुभाषा शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ, जिसमें बहुभाषा शिक्षा कार्यक्रम के अगले चरण की तैयारी के लिए प्रदेश के समस्त जिलों से आये 60 से अधिक जिला स्तरीय कोर ग्रुप का प्रशिक्षण लैंग्वेज एंड लर्निंग फाउंडेशन एवं रूम टू रीड फाउंडेशन के तत्वावधान में प्रारंभ हुआ।
बहुभाषा शिक्षा कार्यक्रम के प्रशिक्षण कार्यक्रम में बस्तर जिले से डीएमसी अखिलेश मिश्र और खंड स्रोत समन्वयक जगदलपुर, बकावंड तथा बस्तर उपस्थित रहे। साथ ही इस कार्यक्रम हेतु विशेष रूप से समग्र शिक्षा राज्य कार्यालय रायपुर से एपीसी राजकुमार चापेकर तथा ताराचंद जायसवाल तथा लैंग्वेज एंड लर्निंग फाउंडेशन के डॉ. महेन्द्र मिश्रा व सुश्री मंजू गर्ग, मधुलिका, संजय गुलाटी एवं रूम टू रीड से राज्य कार्यक्रम प्रभारी प्रदीप सिंह व रणधीर सिंह उपस्थित रहे।
बहुभाषा शिक्षा कार्यक्रम के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षक के रूप में प्रमिला कुशवाहा, अमित अवस्थी तथा जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान से एफएलएन प्रभारी राजेन्द्र जोशी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अपने उद्बोधन के दौरान एपीसी बस्तर अखिलेश मिश्र द्वारा बहुभाषा शिक्षण की आवश्यकता एवं महत्व पर प्रकाश डाला तथा डॉ. महेंद्र मिश्रा द्वारा पूरे देश मे शिक्षा के माध्यम के रूप में बहुभाषा शिक्षण के उपयोग से प्राप्त हो रहे लाभ के बारे में विस्तारपूर्वक अवगत कराया गया।
ज्ञातव्य है कि केंद्र शासन द्वारा हाल ही में लागू की गई नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को रोचक एवं प्रभावी शिक्षा प्रदान करने हेतु बहुभाषा शिक्षा को अपनाया गया है, जिसमें बच्चों के पूर्वज्ञान को कक्षकीय ज्ञान से सम्बद्ध करते हुये छात्रों के सीखने की क्षमता व स्तर को बढ़ाया जा सके।