बस्तर
जगदलपुर, 8 अक्टूबर। बस्तर की प्राकृतिक सुंदरता, वन्यजीव और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण हेतु स्कूली विद्यार्थियों को जागरूक करने हेतु कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान द्वारा आमचो रान आमचो जीवना कार्यक्रम को शुरूवात करने 6 अक्टूबर को कार्यशाला का आयोजन किया गया।
स्कूली विद्यार्थियों के लिए अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय, बेंगलुरु के सहयोग से गतिविधि आधारित पाठ्यक्रम तैयार किया गया है, जिससे प्रत्येक शनिवार को विद्यार्थियों को गतिविधि आधारित शिक्षा प्रदान की जाएगी। प्रथम चरण में छठवीं से आठवीं के विद्यार्थियों के लिए यह मॉड्यूल तैयार किया गया है।
इस कार्यक्रम में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से डॉ. सुरेश कुमार साहू, और अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय, बेंगलुरु से सीमा मुंडोली,मिस अश्वथी विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रहे। यह कार्यशाला राष्ट्रीय उद्यान के सभी मैदानी अधिकारी कर्मचारी, मैना मित्र और युवोदय वन मितान के लिए आयोजित की गई थी, जिससे वे गतिविधि आधारित ‘आमचो रान आमचो जीवना’ कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालन कर सके।
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक धम्मशील गणवीर ने बताया कि बस्तर में शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के सहयोग से इस अभिनव कार्यक्रम की शुरुआत की गई है, जिससे हम स्कूली विद्यार्थियों को प्रकृति, संस्कृति और वन्यजीव संरक्षण की दिशा में जोड़ सकते हैं।