रायपुर
जगदलपुर में काम नहीं करूंगा....
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 अक्टूबर। विधानसभा टिकट की घोषणा के बाद असंतोष को दूर करने के लिए खुद प्रदेश भाजपा प्रभारी ओम माथुर ने कमान संभाल लिया है। माथुर ने टिकट से नाराज संतोष बाफना, और ओजस्वी मंडावी को चर्चा के लिए बुलाया है। माथुर से मुलाकात से पहले ही बाफना ने साफ कर दिया है कि वो जगदलपुर को छोडक़र बाकी विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं।
पूर्व विधायक संतोष बाफना टिकट नहीं मिलने से खफा हैं। उन्होंने कह दिया है कि एक तरह से अब उनका राजनीतिक जीवन समाप्ति की ओर है। कहा जा रहा है कि प्रदेश प्रभारी माथुर ने बाफना को चर्चा के लिए बुलाया है। बाफना, माथुर से चर्चा के लिए जगदलपुर से रवाना भी हो गए हैं।
उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि वो राजस्थान जा रहे हैं। राजस्थान से लौटने के बाद पार्टी नेतृत्व उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगा, उसे संभालने के लिए तैयार हैं। बाफना ने कहा कि वो जगदलपुर में किसी भी हालत में काम नहीं करेंगे। बाफना दो बार के विधायक रहे हैं, और उनकी जगदलपुर में अच्छी पकड़ है। ये बात अलग है कि पिछला चुनाव वो हार गए थे। पार्टी ने उनकी जगह पूर्व मेयर किरण देव को टिकट दी है। किरण देव, और संतोष बाफना में प्रतिद्वंदिता रही है। कुछ लोगों का अंदाजा है कि बाफना के नहीं रहने से किरण देव को नुकसान उठाना पड़ सकता है। प्रदेश प्रभारी माथुर उनसे चर्चा कर मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
दूसरी तरफ, दिवंगत भाजपा विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी ने भी टिकट नहीं मिलने पर खुलकर नाराजगी जाहिर की है। ओजस्वी को विधानसभा उपचुनाव लड़ाया गया था, लेकिन वो करीब 10 हजार वोटों से हार गई। इसके बाद माथुर ने उन्हें भी चर्चा के लिए बुलाया है। बिलासपुर, रायपुर उत्तर के प्रमुख नेताओं से भी माथुर ने चर्चा कर समझाइश दी है। धरसीवां से भी बागियों को मनाने की कोशिश की जा रही है। पार्टी नेताओं का मानना है कि ज्यादातर असंतुष्ट नेताओं को मना लिया जाएगा।