रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अक्टूबर। पखवाड़ेभर श्राद्ध पक्ष के अंतिम दिन शनिवार को लोगों ने अपने स्वर्गवासी पूर्वजों के आत्म शांति के लिए विशेष श्राद्ध तर्पण कर विसर्जन किया। इस मौके पर पंडित पुजारियों को भोजन कराने तथा दान देने का भी विधान है। नियम को लोगों ने बखूबी निभाया। महादेवघाट में सुबह से ही पंडितों, और यजमानों की भीड़ रही।
हिन्दू धर्म की मान्यता रही है ऐसा करने से जहां पितृदोष से मुक्ति मिलती है वहीं पितृलोक से मृत्यु लोक में पधारे पितृदेव अपने वंशजों के द्वारा किये श्राद्ध तर्पण से तर्पित हो कर आशिश प्रदान करते हैं। इसी धार्मिक आस्था को लेकर श्रद्धालुओ ने 15 दिनों तक अपने पूर्वजों के निमित्त श्राद्ध तर्पण किये। पंडित पुजारियों तथा जरूरत मंदों को भोजन कराया दान दक्षिणा दिये।पितृपक्ष के अंतिम दिन श्राद्ध तर्पण करने की क्रिया को विराम देते हुए विधिवत विसर्जन किया गया पूरे पक्ष अर्थात 16 दिनों तक चलने वाले श्राद्ध तर्पण करने का सिलसिला खत्म हुआ। श्रद्धालुओं ने तीर्थ क्षेत्रों में जाकर भी पुरखों के आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध तर्पण पूजा अनुष्ठान किया।