रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 अक्टूबर। राजस्थान में मतदान की डेट बदलने के बाद छत्तीसगढ़ में भी आम वोटर्स के साथ दलीय नेताओं ने भी मांग शुरू कर दी है ।
आयोग की ओर से प्रदेश में 7 और 17 नवंबर को मतदान तिथि निर्धारित की गई है। इसी क्रम में आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव ने ज्ञापन सौंपकर चुनाव आयोग से मांग करते हुए कहा कि छठ पर्व और चुनाव आसपास होने से प्रदेश के मतदाता पशोपेश की स्थिति में हैं। चुनाव आयोग को चाहिए कि विधानसभा चुनाव की तिथि को आगे बढ़ाई जाय।
उत्तम जायसवाल ने निर्वाचन आयोग से प्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के तिथि को आगे बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि दरअसल, 17 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान होना है। मतदान के दिन छठ महापर्व को देखते हुए प्रदेश की जनता दुविधा और परेशानी की स्थिति में हैं। चुनाव आयोग को चाहिए कि जनता की तिथि बढ़ाने की मांग पर संज्ञान लेते हुए। उन्हें इस समस्या से मुक्त करना चाहिए।
साथ ही कोमल हुपेंडी ने कहा कि राजस्थान में चुनाव आयोग शादियों और देव उठनी एकादशी की वजह से तारीख में बदलाव कर 23 नवंबर को होने वाले मतदान की तारीख को आगे बढ़ाकर 25 नवंबर हो सकती है। तब छत्तीसगढ़ में ऐसा क्यों नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी मामला राजस्थान प्रदेश की तरह ही जनभावना से जुड़ा हुआ है। जिस पर तत्काल प्रभाव से निर्वाचन आयोग को सुनवाई करनी चाहिए। प्रदेश प्रवक्ता विजय कुमार झा ने बताया है कि 17 नवंबर को आयोजित द्वितीय चरण के मतदान में प्रदेश में त्योहारों का सीजन है। जिसमें प्रमुख रूप से दीपावली, गोवर्धन पूजा, मातर, भाई दूज, के साथ वृहत मात्रा में उत्तर भारतीय क्षेत्र के नागरिक छठ पूजा करते हैं और यह छठ पूजा 17 नवंबर को ही है। जबकि छठ पूजा के 1 दिन पूर्व ही नहाए, खाए की पूजा से शुरू होकर महिलाएं सपत्नीक, सपरिवार सूर्य को अर्घ देते हैं। 20 अक्टूबर को डूबते सूर्य को अर्घ देकर वे पारण कर उपवास को समाप्त करेंगे। प्रदेश के शासकीय कर्मचारी भी चुनाव की तिथि से नाराज हैं। क्योंकि दशहरा और दिपावली का बड़ा त्यौहार, जिसमें घरों की पुताई लिपाई सफाई आदि का कार्य 10 15 दिन तक किया जाता है। इस चुनाव में उनके लिए बाधा उत्पन्न हो रहा है। जबकि दीपावली में सपरिवार धनतेरस में नवीन वस्त्र आभूषण आदि क्रय कर बाजार जाकर खरीदी करते हैं। ऐसे में मतदान के प्रतिशत के कम होने, तथा चुनाव के प्रभावित होने की पूर्ण संभावना है। प्रदेश महासचिव वदूद आलम ने भाजपा कांग्रेस व अन्य दलों के नेताओं से भी अपेक्षा की है कि 25 नवंबर के आसपास करने समर्थन करें।