बस्तर
विशाखापट्टनम जाने वाली बसों में 4 दिन पहले से बुकिंग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 15 अक्टूबर। पहाड़ दरकने से 16 दिनों तक बाधित रही किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन में रेल आवागमन शुरू हो गया है, लेकिन यात्री ट्रेनों का संचालन अभी भी बंद है।
घटनास्थल कोरापुट जंक्शन और जगदलपुर के बीच है, इसलिए केवल विशाखापट्टनम ही नहीं हावड़ा, भुवनेश्वर, राउरकेला से आने वाली ट्रेनें भी जगदलपुर नहीं आ पा रही हैं।
24 सितंबर को घटना हुई थी, तभी से बस्तर में रेल यात्री सेवा ठप है। बीस दिन हो चुके हैं और आगे कब तक रेल यात्री सेवा बंद रहेगी, रेलवे के अधिकारी भी इस पर दावे के साथ कुछ नहीं बोल पा रहे हैं।
रविवार से नवरात्र पर्व शुरू हो रहा है। अगले 15 दिनों तक विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व की भी धूम रहेगी। बस्तर दशहरा में पूर्वी भारत से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। रेल यात्री सेवा यदि आगे भी बंद रहती है तो पर्यटकों की आवाजाही पर भी प्रभाव पड़ेगा क्योंकि पर्यटक बस्तर आने के लिए रेल सफर को ज्यादा उपयुक्त मानते हैं।
कई दिनों से पहले से ट्रेनों में बर्थ की बुकिंग कराने वाले लोग ट्रेनों के शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। ट्रेनें बंद होने से किरंदुल व जगदलपुर से विशाखापट्टनम जाने वाली यात्री बसों में भीड़ बढ़ गई है। तीन से चार दिन पहले से यात्री सीटों की एडवांस बुकिंग कराने के बाद सफर कर रहे हैं। इसकी एक वजह इस रूट पर कम संख्या में बसों का संचालन होना भी एक मुख्य कारण है। इलाज के लिए विशाखापट्टनम, जाने वाले लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। बसों में किराया और समय दोनों अधिक लग रहा है।
स्टेशन से निराश होकर लौट रहे यात्री
स्टेशन अधीक्षक एमआर नायक से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि हर लोग यात्री ट्रेनों के परिचालन की स्थिति जानने स्टेशन पहुंच रहे हैं। स्टेशन में फोन करके भी लोग जानकारी ले रहे हैं। इधर बस स्टैंड में विशाखापट्टनम जाने बस में टिकट की बुकिंग कराने पहुंचे कुछ लोगों से चर्चा करने पर उनका कहना था कि ट्रेन का सफर ज्यादा आरामदायक होता है। विशेषकर मरीजों के लिए लेकिन ट्रेनें बंद है इसलिए बस में लोग सफर कर रहे हैं।
यात्री ट्रेनों को लेकर अभी निर्देश नहीं
वाल्टेयर रेलमंडल के प्रबंधक सौरभ प्रसाद ने चर्चा में कहा कि रेलमार्ग से मलबा हटाने के बाद रेल आवागमन शुरू किया जा चुका है। अभी घटनास्थल क्षेत्र में मालगाडिय़ां कम गति से चलाई जा रही हैं। रेल यात्री सुरक्षा को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है। यात्री ट्रेनें भी आगे चलकर संचालित की जाएंगी। अभी इसके लिए निर्देश नहीं मिला है।