बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 22 दिसंंबर। रामानुजगंज से छठवीं बार विधायक चुने गए रामविचार नेताम के मंत्री बनने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं सहित क्षेत्र के आम जनों में उत्साह है। नेताम छत्तीसगढ़ के कद्दावर आदिवासी नेता हैं। नेताम के मंत्री बनने के बाद क्षेत्र में जमकर आतिशबाजी भी शुरू हो चुकी है। वे पूर्व में छत्तीसगढ़ सरकार में अहम मंत्रालयों के मंत्री और राज्यसभा के सांसद भी रह चुके हैं।
पहले भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं नेताम
रामविचार नेताम डॉ. रमन सिंह की सरकार में 2003 से लेकर 2013 तक बतौर कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। नेताम गृहमंत्री सहित जल संसाधन पंचायत एवं ग्रामीण उच्च शिक्षा सहित अन्य कई मंत्रालयों का जिम्मा संभाल चुके हैं। वे मूलत: सरगुजा संभाग के बलरामपुर जिले के सनावल के रहने वाले हैं।
शिक्षक की नौकरी छोडक़र आए थे राजनीति में
रामविचार नेताम छात्र राजनीति के दौरान विद्यार्थी परिषद और युवा मोर्चा में सक्रिय थे, लेकिन तब उन्हें शिक्षक की नौकरी मिली। परिवार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए उन्होंने कुछ सालों तक नौकरी भी की। रामचंद्रपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत चाकी के सरकारी स्कूल में पढ़ाने के लिए साइकिल से जाया करते थे, लेकिन तभी अचानक से शिक्षक नौकरी छोडक़र राजनीति के क्षेत्र में आए और 1990 में पाल विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतकर पहली बार विधायक चुने गए।
छठवीं बार चुने गए विधायक
रामविचार नेताम ने रामानुजगंज विधानसभा सीट से छठवीं बार जीत हासिल की है। 1990 से लेकर 2013 तक लगातार विधायक रहे, 2013 के विधानसभा चुनाव में नेताम को हार का सामना करना पड़ा। नेताम ने एक बार फिर से 2023 विधानसभा चुनाव में रामानुजगंज सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी को शिकस्त देकर करीब 30 हजार वोटों के बड़े अंतर से चुनाव जीतकर छठवीं बार विधायक चुने गए हैं। मंत्री का शपथ ग्रहण करने के बाद रामानुजगंज विधानसभा में अनेकों जगहों पर मिठाई एवं पटाखे के साथ खुशी जाहिर किए।