बस्तर
पहले भी कई ग्रामीण बच्चों का कर चुकी हंै सौदा, लंबे समय से थी नजर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 12 जनवरी। सुकमा जिला अस्पताल में पदस्थ स्टाफ नर्स द्वारा नवजात बच्चों का सौदा कर बेचने का मामला प्रकाश में आया है। गुरुवार को मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बताया जा रहा है कि सुकमा जिले के अंदरूनी इलाकों से रोजाना कई गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल लाया जाता है, साथ ही कई ऐसी भी युवतियां या महिलाएं भी आती हैं, जो शादी से पहले गर्भवती हो चुकी होती हैं। जिला अस्पताल की एक स्टाफ नर्स के द्वारा ग्रामीण महिलाओं को पैसे का लालच देकर उनके बच्चों को दूसरों को बेच देती थी। यह मामला कई महीनों से चला आ रहा था।
स्टाफ नर्स के द्वारा इससे पूर्व भी कुछ बच्चों को बेचने का आरोप भी सामने आया। इसी दौरान कुछ दिन पहले एक ग्रामीण महिला ने बालक बच्चे को जन्म दिया, जिसकी जानकारी स्टाफ नर्स को लगी ,और उसने बच्चे को दूसरे लोगों को 30 हजार में बेच दिया। इसकी जानकारी कुछ लोगों को लगी, जिसके बाद इसकी सूचना गोपनीय रूप से जिला बाल संरक्षण अधिकारी जितेंद्र सिंह को मिली। जिसके बाद जांच टीम के द्वारा स्टाफ नर्स को पकड़ा गया।
बाल संरक्षण अधिकारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि सूचना मिली कि एक ग्रामीण महिला के बच्चे को स्टाफ नर्स ने 30 हजार रुपये के लालच में बेच दिया है। मामले की जांच करने पर सही पाए जाने पर सुकमा थाना में मामला दर्ज कराया गया है। जांच में यह भी पता चला है कि महिला ने जिस युवक को बच्चा बेचा है, वह पैसे देकर बच्चे को लेकर जा चुका है। मामले की जांच कोतवाली पुलिस के द्वारा किया जा रहा है।
वही सुकमा थाना प्रभारी शशिकांत भारद्वाज ने बताया कि जिला बाल संरक्षण अधिकारी की ओर से मामला दर्ज कराया गया है। मामले की जांच की जा रही है, वहीं स्टाफ नर्स से लगातार पुलिस के द्वारा पूछताछ की जा रही है।