सूरजपुर

जंगली सुअर के हमले से ग्रामीण की मौत
23-Jan-2024 9:59 PM
जंगली सुअर के हमले से ग्रामीण की मौत

कुत्ते ने नहीं छोड़ा मालिक का साथ, लाश के पास बैठा रहा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

उदयपुर, 23 जनवरी। वन परिक्षेत्र उदयपुर अंतर्गत परोगिया के जंगल बेंवरा बहार में सोमवार को भैंस चराने गये 58 वर्षीय ग्रामीण की जंगली सुअर के हमले से मौत हो गई। उसका पालतू कुत्ता अपने मालिक के शव के पास बैठा रहा, जब परिजन व ग्रामीण पहुंचे, तब वह लोगों के साथ जंगल से वापस घर आया।

घटना ग्राम परोगिया की है जहां के सदर साय भैंस चराने खेत बेंवरा बहार के पास दोपहर को  गया था। गांव का मंगल साय जो कि उसी जंगल में भैंस एवं बकरी चराने गया हुआ था, उसने सदर साय के घर शाम को आकर उसके बेटे को बताया कि तुम्हारे पिता को जंगली सुअर मार दिया है।

 घटना की जानकारी होने पर मृतक के परिजन सूचनाकर्ता मंगल समेत अन्य ग्रामीणों के साथ सायं 5.30 बजे बेंवरा बहार जंगल पहुंचे और शव को उठाकर घर लेकर आए।

घटना की सूचना उदयपुर वन विभाग की टीम व पुलिस को दी गई। मंगलवार को प्रधान आरक्षक विमल सिंह, आरक्षक कुंजलाल सोरी तथा वन अमला की टीम परिक्षेत्र सहायक बासेन अजीत सिंह, परमेश्वर सिंह, भरत सिंह, नंदू सुबह 8 बजे मृतक के घर पहुंचकर वस्तु स्थिति का जायजा लिया। शव का पंचनामा कराकर सीएचसी उदयपुर पोस्टमार्टम के लिए भेजकर घटना स्थल जंगल का मुआयना करने पुलिए एवं वन विभाग की टीम गई।

मुख्य मार्ग से लगभग डेढ़ किलोमीटर घनघोर जंगल में पैदल चलकर सभी घटना स्थल पहुंचे। यहां जंगली सुअर के हमले से बचने के लिए सदर साय ने मौत से पहले काफी संघर्ष किया होगा, जिसकी कहानी वहां लगभग पांच मीटर के दायरे में जमीन में पेड़ पत्तों पर बिखरे हुये खून के छींटे बयां कर रहे थे।

अनुमान लगाया जा रहा है कि जंगली सुअर के हमले से जंगल में भागने का अवसर नहीं मिलने और शरीर से अधिक खून बह जाने की वजह से सदर साय की मौके पर ही मौत हो गई। जंगली सुअर ने सदर साय के कमर के नीचे वाले हिस्से में व पैर में कई जगह हमला किया था, उसके दांतों के निशान शरीर पर पड़े हुये थे। घटनास्थल का निरीक्षण कर पुलिस व वन विभाग की टीम वापस उदयपुर आकर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।

  वन अमला की टीम द्वारा वन परिक्षेत्र अधिकारी गजेन्द्र दोहरे, परिक्षेत्र सहायक अजीत सिंह द्वारा 25 हजार रूपये की तात्कालिक सहायता राशि सोमवार की रात को ही प्रदान कर दी गई तथा शासन के निर्देशानुसार मुआवजा प्रकरण तैयार कर आगे की कार्यवाही करने की बात कही गई है।

वफादार कुत्ते ने नहीं छोड़ा मालिक का साथ

सदर साय का पालतू कुत्ता अपने मालिक के शव के पास बैठा रहा, जब मंगल साय व परिजन ग्रामीणों के साथ पहुंचे तब वह लोगों के साथ जंगल से वापस घर आया। सूचनाकर्ता मंगल साय ने बताया कि कुत्ते के भौंकने की आवाज सुनकर वह उक्त घटनास्थल पर पहुंचा था, तब भी वह कुत्ता अपने मालिक का साथ नहीं छोड़ा था।

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