राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 मार्च। लोकसभा चुनाव को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो गई है। राजनांदगांव लोकसभा से टिकट के लिए कई नेता दावा कर रहे हैं। दावेदार आरएसएस की पृष्ठभूमि और शीर्ष नेताओं से बेहतर संबंध होने के आधार पर टिकट के लिए पूरजोर कोशिश कर रहे हैं। टिकट की दौड़ में पूर्व सांसद द्वय अभिषेक सिंह और मधुसूदन यादव के अलावा मौजूदा सांसद संतोष पांडेय के बीच रस्साकशी बढ़ गई है।
पार्टी में नए चेहरों को लेकर भी मौका दिए जाने की चर्चा जोरों पर है। ऐसी स्थिति में प्रदेश प्रवक्ता नीलू शर्मा, पूर्व विधायक कोमल जंघेल और हाल ही में प्रदेश महामंत्री बने भरत वर्मा का नाम संगठन के भीतर चर्चा में है। पिछले दो दशक से राजनांदगांव लोकसभा में भाजपा का कब्जा है।
दिलचस्प बात यह है कि पार्टी ने किसी भी सांसद को दोबारा चुनाव लडऩे का मौका नहीं दिया। ऐसे में मौजूदा सांसद संतोष पांडे की टिकट को लेकर संशय की स्थिति है। वहीं दो पूर्व सांसद अभिषेक सिंह और मधुसूदन यादव भी दावा कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह अपने सुपुत्र अभिषेक सिंह को दोबारा टिकट दिलाने के लिए राष्ट्रीय नेताओं पर दबाव बनाए हुए हैं। मधुसूदन यादव को उनकी बेहतर राजनीतिक साख के चलते टिकट दिए जाने की पार्टी के भीतर चर्चा में है।
आगामी कुछ दिनों के भीतर टिकट को लेकर स्थिति साफ हो जाएगी। लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए पार्टी प्रवक्ता नीलू शर्मा भी दिलचस्पी ले रहे हैं। वह युवा होने के साथ-साथ जुझारू भी माने जाते हैं। पूर्व विधायक कोमल जंघेल की भी संगठन में अच्छी दखल है। खैरागढ़ विधानसभा से वह 5 बार टिकट हासिल करने रिकार्ड बना चुके हैं।
उनकी आम लोगों के बीच अच्छी साख है। प्रदेश महामंत्री बने भरत वर्मा भी चुनाव लडऩे के इच्छुक बताए जा रहे हैं। बीते विधानसभा चुनाव में वह काफी कम अंतरों से डोंगरगांव विधानसभा से पराजित हुए, लेकिन संगठन ने इस हार से परे उन्हें महामंत्री जैसा वजनदार पद दिया। वह लोकसभा चुनाव लडऩे का इरादा लेकर सांगठनिक कामकाज कर रहे हैं।