राजनांदगांव
डेढ़ दर्जन किसानों के साथ की थी धोखाधड़ी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 मार्च। खैरागढ़ जिले के मोहगांव क्षेत्र के किसानों का फर्जी तरीके से केसीसी लोन निकालकर करोड़ों रुपए का चूना लगाने वाले मुख्य आरोपी और उसके एक साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर कार्रवाई की। वहीं मामले में दो आरोपी बैंक मैनेजर और एक अन्य फरार है।
बताया गया कि मुख्य आरोपी अपने साथी और बैंक कर्मचारी के साथ मिलकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देता था। आरोपी द्वारा किसानों को अलग-अलग तरीकों से अपने झांसे में लेकर उनका ऋण पुस्तिका एवं जमीन का कागजात लेकर फर्जी तरीके से बैंक वालों के साथ मिलकर केसीसी लोन निकालकर धोखाधड़ी करता था।
मामले का खुलास उस वक्त हुआ, जब किसानों को बैंक से ऋण चुकाने का नोटिस मिला। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी किसानों का केसीसी लोन की राशि 2019 से फरार था। पुलिस ने प्रकरण में ब्रांच मैनेजर को भी आरोपी बनाया है। पुलिस को आरोपियों के विरूद्ध कुल 13 प्रकरणों में शिकायत मिली है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम बेंगरी निवासी सियाराम गोंड ने शिकायत की है कि उसके केसीसी बैंक खाते से 3 लाख 98 हजार रुपए जीवन गोंड के बैंक खाते में फर्जी तरीके से ट्रांसफर हुआ है। जांच करने पर यह तथ्य सामने आया कि आरोपी जीवन द्वारा ललित शर्मा और निखिल श्रीवास्तव के कहने पर उनके साथ भारतीय स्टेट बैंक शाखा गंडई जाकर अपने बैंक खाते से 3 लाख 98 हजार रुपए निकालकर 3 लाख रुपए को ललित शर्मा को देना व 50 हजार रुपए को निखिल श्रीवास्तव को देना तथा 48 हजार रुपए को स्वयं रखना बताया गया। आवेदन जांच पर अनावेदकगणों ललित शर्मा, निखिल श्रीवास्तव, जीवनलाल गोंड़ द्वारा एसबीआई गंडई के बैंक कर्मचारी से मिलकर षडयंत्रपूर्वक आवेदक सियाराम गोंड़ का फर्जी हस्ताक्षर कर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर सदोष लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से आवेदक के बैंक खाते से जीवनलाल गोंड़ के बैंक खाते 3.98 लाख ट्रांसफर कर उक्त रकम को आहरण कर आवेदक को आर्थिक नुकसान पहुंचाकर उसके साथ धोखाधड़ी करना पाया गया।
मिली जानकारी के अनुसार प्रकरण में मोहगांव थाना क्षेत्र के 15 से 20 किसान रामदयाल यादव निवासी डुमरिया, बिरझूराम यादव ग्राम खर्रा, तोरन कंवर ग्राम गहिराटोला, शांतिबाई पैलीमेटा, रोहित मशखरे भण्डारपुर, आजूराम ध्रुव, दरबानटोला, राजेंद्र मेरावी खैरानवापारा, पुनाराम दरबानटेला, मनहरण मेरावी बेलगांव, जेठू यादव मानपुर व अन्य लोगों के साथ भी ललित शर्मा और निखिल श्रीवास्तव द्वारा बैंक के कर्मचारी के साथ मिलकर षडयंत्रपूर्वक केसीसी लोन निकलवाकर लोन की राशि को स्वयं रखकर किसानों के साथ धोखाधड़ी करने संबंधी शिकायत प्राप्त हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार आवेदकों की शिकायत पर ललित शर्मा निवासी पैलीमेटा, निखिल श्रीवास्तव, जीवनलाल गोड निवासी बेंगरी और प्यारे पोर्ते निवासी दरबानटोला और अरविंद कुमार तत्कालीन शाखा प्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक गंडई के विरूद्ध अलग-अलग प्रकरण में अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की गंभीरता को लेकर केसीसी एसपी त्रिलोक बंसल ने प्रकरण के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मोहगांव थाना प्रभारी धर्मेन्द्र वैष्णव के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए रवाना किया गया। प्रकरण के शातिर आरोपी ललित शर्मा को उरला रायपुर से हिरासत में लेकर घटना के संबंध में पूछताछ किया गया। आरोपी ललित द्वारा कम समय में अधिक पैसा कमाने के लालच में अपने साथी और बैंक कर्मचारी के साथ मिलीभगत कर किसानों को केसीसी लोन निकलवाने का झांसा देकर धोखाधड़ी करना स्वीकार किया। बताया गया कि किसानों के लोन की राशि को स्वयं रखकर निखिल श्रीवास्तव के साथ बंटवारा किया गया है। किसानों द्वारा शिकायत करने पर पैलीमेटा से फरार हो गया था। विवेचना दौरान प्रकरण के आरोपी ललित शर्मा (38) और जीवन गोंड़ (37) को 28 फरवरी को गिरफ्तार किया गया, जिसे रिमांड पर न्यायालय पेश किया जाएगा। प्रकरण में अन्य आरोपी फरार है।
जिनकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।