दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 मार्च। जिले में फसल कटाई प्रयोग के आधार पर खरीफ फसल वर्ष 2023-24 की प्राप्त वास्तविक औसत अनावरी रिपोर्ट तैयार हो गई है इसके मुताबिक जिले के 307 ग्रामों 80 पैसे से अधिक आनावारी है, वहीं 16 ग्रामों की आनावारी सौ पैसे अधिक है। जिले के 430 ग्रामों में से एक भी ग्राम में50 पैसे से कम की आनावारी नहीं है अर्थात इस बार खरीफ सीजन में किसानों को अच्छा उत्पादन प्राप्त हुआ है।
सबसे ज्यादा गातापार में 147 पैसे आनावारी
जिले के पाटन तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम गातापार में सबसे ज्यादा 147 पैसे वास्तविक आनावारी रही वहीं दर्ग तहसील के ग्राम पुरई की आनावारी 124 पैसे इसी प्रकार ग्राम नगपुरा, रिसाली, खम्हरिया, मालूद, बेलौदी, तितुरघाट, भिंभौरी, कंदई, कोकड़ी, खजरी, पेंडरीतराई, अकलोरडीह, अरसी एवं सुखरीकला की भी वास्तविक अनावरी सौ पैसे से अधिक रही वहीं35 ग्रामों में की अनावरी 90 से 100 पैसे के बीच रही 256 में 80 से 90,107 में 70 से 80 एवं 13 ग्रामों में 60 से 70 पैसे के बीच आलावारी रही मात्र 3 ग्रामों में 60 पैसे से कम आनावारी रही इनमें सबसे कम 58 पैसे आनावारी बरहापुर ग्राम की है
बोरी तहसील में सर्वाधिक 90 पैसे औसत आनावारी
जिले के 6 तहसीलो में से सर्वाधिक 90 पैसे औसत आनावारी बोरी तहसील की है जबकि सबसे कम 73 पैसे औसत आनावारी भिलाई 3 तहसील की रही इसी प्रकार दुर्ग 84, धमधा 82, पाटन80 एवं अहिवारा तहसील की औसत आनावारी 79 पैसे है
गत वर्ष मात्र 78 ग्राम की थी 80 पैसे से अधिक आनावारी
जिले में गत वर्ष मात्र 78 ग्रामों में 80 प्रतिशत या इससे अधिक आनावारी थी ज्यादातर ग्रामों में 50 से 70 प्रतिशत आनावारी आई थी। 1 ग्राम की आनावारी तो 37 पैसे से कम थी वहीं 12 ग्रामों की वास्तविक अनावरी 38 से 50 पैसे के बीच ही थी।