सारंगढ़-बिलाईगढ़
कलेक्टर से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़ बिलाईगढ़, 24 अपै्रल। छत्तीसगढ़ सरकार गिरते जल स्तर को लेकर भले ही चिंतित हो, लेकिन स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी निस्तारी तालाबों पर हो रहे अवैध कब्जों को नहीं रोक पा रहे हैं।
पवनीं नगरवासियों ने सामूहिक लिखित इसकी शिकायत सारंगढ़ -बिलाईगढ़ जिला कलेक्टर धर्मेंद्र साहू से की है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं पा पाया है। और कार्रवाई नहीं होने से भूमाफियों अवैध कब्जा धारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे है। पवनीं नगरवासियों ने बताया कि खेमलाल साहू जो कि शासकीय कर्मचारी होने के बाद भी निस्तारी दर्री तालाब पर अवैध कब्जा किया है, वहीं वर्तमान में निस्तारी दर्री तालाब को सैकड़ों ट्रेक्टर मुरुम डलवा कर तालाब को पटाने का काम किया जा रहा है। ऐसे ही कई वषों से इसका अवैध कब्जा करना धंधा बन गया है, अवैध कब्जा कर बेचने का काम विगत 15 वषों से किया जा रहा है। आज भी अवैध कब्जा करने का सिलसिला निरंतर जारी है।
ज्ञात हो कि नगर के जनप्रतिनिधियों ने पटवारी व बिलाईगढ़ अधिकारी को अवगत कराया गया लेकिन अवैध कब्जे को रोकने के लिए अधिकारी भी प्रयास नहीं कर रहे हैं। बिलाईगढ़ प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के कारण कब्जेदार के हौसले बुलंद हैं। लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। दिनोंदिन निस्तारी तालाब को मुरुम से पाट कर अवैध कब्जा किया जा रहा है। कही न कही इस मामले में स्थानीय अधिकारियों व पटवारी,नगर पंचायत अध्यक्ष के साठगांठ होने की चर्चा नगर में बनी हुई है।
नगरवासियों ने सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिला कलेक्टर धर्मेंद्र साहू को लिखित अवगत करा दिया गया है यह सोचनी वाली बात है आखिर क्या वजह की इस भूमाफियों पर अंकुश नहीं लगा पा रहे है सोचनी वाली बात है, लेकिन पवनीं नगरवासी कोई। इस पर कार्रवाई नहीं होने निस्तारी दर्री तालाब पर अवैध कब्जे जारी है। लोगों को तालाब का महत्व शायद अभी नजर नहीं आ रहा है। लेकिन जब पीने तक के लिए पानी नहीं मिलेगा। उस दिन लोगों को तालाबों की याद आएगी। कुछ लोग निजी स्वार्थ के चलते तालाब पर कब्जा रहे हैं।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बिलाईगढ़ के अध्यक्ष भागवत साहू ने कहा कि निस्तारी तालाब के किनारे पर पहले अस्थाई अतिक्रमण किया गया और फिर कुछ साल बाद इस जमीन को अपनी बताते हुए तालाब को मुरुम डलवा कर पाटने का काम कर रहे है। तालाब का क्षेत्रफल हर दिन घटता ही जा रहा है। कई बार शिकायत की, लेकिन तालाब से अवैध कब्जा नहीं हटवाया गया है।