राजनांदगांव
नसीहत देने पर बड़े भाई को गंवानी पड़ी जान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 मई। छुईखदान के अमलीडीहीकला गांव में एक युवक की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझाते मृतक की छोटी बहन को आरोपी बनाया है। बड़े भाई का मोबाइल को लेकर बार-बार टोकना छोटी बहन को रास नहीं आया और उसने आक्रोशित होकर भाई पर सोते हुए कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी। हत्या को दूसरा रूप देने की नाबालिग ने कोशिश की, लेकिन पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया।
पुलिस के मुताबिक खैरागढ़-छुईखदान -गंडई जिले के अमलीडीहकला का रहने वाला 18 साल का देवप्रसाद वर्मा ने 3 मई को अपनी छोटी बहन के लडक़ों से मोबाइल में बात करने पर घटना के दिन नाराजगी जाहिर की। उसने नसीहत के तौर पर 14 वर्षीय छोटी बहन को मोबाइल से दूर रहने के लिए फटकार लगाई।
इसी बात से खफा होकर नाबालिग ने घर में सो रहे देवप्रसाद वर्मा पर कुल्हाड़ी से कई वार कर दिए। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात के बाद नाबालिग नहाने के लिए तालाब चली गई, वहां उसने खून से सने कपड़ों को धो लिया। घर लौटकर उसने भाई की अज्ञात लोगों द्वारा हत्या की जानकारी दी।
घटना के समय मृतक के माता-पिता खेत में थे। भाई की हत्या होने पर नाबालिग ने काफी शोर मचाया। घटनास्थल पर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उसे नाबालिग पर शक हुआ।
पुलिस जांच में यह स्पष्ट हो गया कि घर में मृतक के परिवार के सदस्य ने ही हत्या की है। फॉरेंसिक, सायबर टीम, डॉग स्क्वाड समेत अन्य तंत्र के माध्यम से पुलिस ने वारदात से जुड़ी जानकारी के तथ्य जुटाए। उस आधार पर नाबालिग से संदेह के आधार पर पुलिस ने सवाल पूछे। गोलमोल जवाब देने के कारण पुलिस को स्पष्ट हो गया कि वारदात के पीछे नाबालिग का हाथ है। पुलिस के समक्ष आखिरकार नाबालिग ने हत्या करना कबूल कर लिया।
पुलिस ने नाबालिग के हवाले से बताया कि भाई द्वारा मोबाइल पर रोकना-टोकना उसे पसंद नहीं था, इसलिए गुस्से में आकर उसके हाथों हत्या जैसा संगीन जुर्म हो गया।