राजनांदगांव
10 दिन के भीतर लाखों के जेवर लेकर फरार आरोपी पकड़ाए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 मई। डोंगरगढ़ शहर में एक महिला से परिवार के सदस्यों की अकाल मृत्यु का डर दिखाकर लाखों रुपए लेकर फरार ठगों को पुलिस ने धरदबोचा है। हिप्नोटिज्म (सम्मोहन) के जरिये ठगों ने पहले महिला को पति और बच्चों की असमय मौत होने का डर दिखाया और समाधान के तौर पर लाखों रुपए के जेवर मांगे और वहां से फरार हो गए। घटना 24 अप्रैल की है।
पुलिस के मुताबिक डोंगरगढ़ के कालकापारा मोहल्ले की रहने वाली कंचन टेम्भुरकर घटना के दिन घरेलू काम कर रही थी। उस दौरान 4 लोग सांई रथ लेकर उसके घर के पास पहुंचे और सांई दर्शन करने के लिए प्रेरित करने लगे। महिला ने भी सांई बाबा का दर्शन किया। इस बीच 4 आरोपियों में अनिल सावंत, शरद सावंत, शंकर शेगर और आकाश सनिचे ने महिला से धार्मिक विषयों पर बात की।
पीने के लिए पानी मांगकर आरोपियों में से एक महिला के घर दाखिल हुआ और आपसी चर्चा के दौरान पति और बच्चों की असमय मौत होने का डर दिखाया। महिला ने इस समस्या का समाधान जब पूछा तो बड़ी चालाकी से आरोपियों ने महिला से घर में रखे सोने-चांदी के जेवर बाबा को सुपुर्द करने की सलाह दी।
उनकी बातों से प्रभावित होकर महिला ने 3 लाख 30 हजार रुपए के नेकलेस, दो सोने की चैन, दो सोने के टॉप्स, झुमका आरोपियों के हवाले कर दिया। इसके बाद वहां से सभी अपना काम साधकर फरार हो गए।
आरोपियों के जाने के बाद महिला को ठगी का अहसास हुआ। पुलिस में मामले की शिकायत हुई। इसके बाद डोंगरगढ़ एसडीओपी आशीष कुंजाम के नेतृत्व में ठगों की खोजबीन शुरू की गई।
पुलिस ने महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के थानों में सांई रथ के आड़ में चोरी और ठगी की घटना से जुड़ी जानकारी जुटाई। जिसमें चारों आरोपियों के पूर्व में किए गए अपराधों को लेकर जानकारी मिली। इस आधार पर महाराष्ट्र के अमरावती में पहुंचकर पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की ओर से कार्रवाई जारी है।