राजनांदगांव
छत्तीसगढ़ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 मई। भीषण गर्मी और लगातार बढ़ते तापमान के चलते लोगों को हलाकान होना पड़ रहा है। वहीं छत्तीसगढ़ में देशी फ्रिज के रूप में जाना पहचाना जाने वाले घड़े बाजार में सज चुके हैं। इसकी मांग गर्मी की दस्तक के साथ ही बढऩे लगी है। तापमान 40 से 42 डिग्री तक होने से लोग हलाकान हो गए हैं।
इधर, तालाबों व सरोवर सूख रहे है। गर्मी की दस्तक के साथ ही बाजार में शीतल पेय पदार्थों और टोपी-चश्में की मांग बढ़ रही है। मई के पहले सप्ताह में गर्मी ने अपने उग्र तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से तापमान में उतार-चढ़ाव का आलम बना हुआ है। चालू महीने में ही पारा लगभग 40 से 42 डिग्री तक पहुंच गया है। इसके चलते गरीब वर्ग के लोग देशी फ्रिज मटका की खरीदी करने पहुंच रहे हैं। वहीं घड़ा का व्यापार करने वाले दुकानदारों ने भी बाजार में इसकी बिक्री के लिए स्टॉक मंगवा लिए हैं।
बताया जाता है कि मई माह लगते ही गर्मी व धूप ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इधर गर्मी के चलते दोपहर में गर्म हवाओं के थपेड़ों से सडक़ें भी सूनसान नजर आने लगी है। वहीं देर शाम होते ही तापमान में थोड़ी गिरावट होने से लोगों को राहत भी मिलने लगी है।
एसी-कूलर का बढ़ा उपयोग
तापमान में वृद्धि होने के साथ ही दुकानदार व व्यापारी वर्ग के लोग एसी व कूलर का उपयोग शुरू कर दिए हैं। वहीं एसी व कूलर के व्यापारी भी इसकी बिक्री करने स्टॉक कर लिए हैं। इधर सुबह 10 बजे के बाद धूप तेज होने के चलते ही गर्मी बढऩे के साथ ही एसी व कूलर का उपयोग लोग देर शाम तक करने लगे हैं।
ठंडे पेय पदार्थों की बढ़ी मांग
तापमान में वृद्धि होने के साथ ही बाजार में शीतल पेय पदार्थों की मांग भी बढ़ गई है। बाजार में गन्ना रस, लस्सी और अन्य पेय पदार्थ की ग्राहकों भी बढऩे लगी है। बताया जाता है कि तीखे धूप से बचने के लिए महिलाएं छतरी के साथ घर से बाहर निकल रही है। दोपहर के बाद से लेकर शाम तक सूर्य की तपिश अपना असर दिखा रही है।