राजनांदगांव
50 हजार श्रमिक तोड़ेंगे 80800 मानक बोरा तेन्दूपत्ता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 मई। ‘हरा सोना’ यानी तेन्दूपत्ता की तोड़ाई रविवार 5 मई से प्रारंभ हो गई। राजनंादगांव, मोहला-मानपुर, खैरागढ़ जिले में अलग-अलग मानक बोरा के तहत तोड़ाई होगी। 50 हजार श्रमिक तेन्दूपत्ता की तोड़ाई करेंगे। अकेले राजनांदगांव जिले के अधीन समितियों में 80800 मानक बोरा की तोड़ाई का लक्ष्य रखा गया है। तेन्दूपत्ता संग्रहण सुनिश्चित करने के लिए 686 फड तैयार किए गए हैं। इसके लिए लाटों की नीलामी भी हो गई। आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना के बड़े-बड़े तेन्दूपत्ता ठेकेदारों ने नीलामी में भाग लिया। बताया जा रहा है कि लाटों की बोली अच्छे दाम पर हुई है। वन विभाग को अच्छी कमाई की उम्मीद है।
मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव जिले के साथ-साथ नवगठित जिले मोहला-मानपुर-अं. चौकी के वन क्षेत्र में तेन्दूपत्ता की तोड़ाई 5 मई से शुरू कर दी गई है। तेन्दूपत्ता की तोड़ाई के लिए 50 समितियां तैयार की गई है। मोहला-मानपुर-अं. चौकी जिले के अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र में अच्छी क्वालिटी का तेन्दूपत्ता होने के कारण यहां पर अधिक से अधिक तेन्दूपत्ता का संग्रहण कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
औंधी से लेकर डोंगरगांव, बागनदी, छुरिया, आसरा, जोब आदि स्थानों पर तेन्दूपत्ता का संग्रहण कराने के लिए फड़ तैयार किए गए हैं। कुल 686 फड़ के माध्यम से तेन्दूपत्ता का संग्रहण सुनिश्चित किया जा रहा है। राजनांदगांव सहित मोहला-मानपुर-अं. चौकी जिले में पड़ रही भीषण गर्मी का असर तेन्दूपत्ता के संग्रहण पर भी देखने को मिल रहा है। तेन्दूपत्ता तोड़ाई के लिए 50 हजार से अधिक श्रमिक जुड़े हुए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार तेन्दूपत्ता का संग्रहण करने वालों के लिए इस बार पारिश्रमिक की राशि भी बढ़ा दी गई है। 5500 रुपए प्रति हजार मानक बोरा तेन्दूपत्ता की पारिश्रमिक राशि दी जा रही है।