रायगढ़
![जल-जंगल-जमीन बचाने एकजुट हुए बजरमुड़ा के ग्रामीण जल-जंगल-जमीन बचाने एकजुट हुए बजरमुड़ा के ग्रामीण](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16092435441.jpg)
कहा- गांव से विस्थापित नहीं होंगे, जन आंदोलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 29 दिसंबर। तमनार ब्लॉक के बजरमुड़ा के ग्रामीण अब अपनी जल जंगल जमीन बचाने के लिए एकजुट होकर आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं।
यहां के ग्रामीणों का आरोप है कि आए दिन पर्यावरण प्रदूषण चरम सीमा के ऊपर जा रहा है, जल दूषित हो गया है। जिससे विभिन्न प्रकार की बीमारी से क्षेत्र के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शासन और प्रशासन के द्वारा डीएमएफ फंड का सदुपयोग नहीं किया जा रहा है। वन भूमि पर भी कुछ कंपनी के द्वारा खनन का कार्य शुरू कर दिया गया है तथा वनों की कटाई लगातार की जा रही है।
17 दिसंबर को बजरमुड़ा गांव के ग्रामीणों को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व)घरघोड़ा, के द्वारा नोटिस दिया गया है जिस पर कहा गया है निजी/आबादी भूमि पर निर्मित मकान पर सतही अधिकार के प्रकरण में व्यक्तिगत सुनवाई रखी गई है। सुनवाई के लिए 28 दिसंबर को किसी प्रकार की कोई आपत्ति हो उसके लिए नोटिस दिया गया है। यह नोटिस पाकर ग्रामीणों को गांव से विस्थापित होने की चिंता सता रही है। इस बाबत आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव में बैठक कर जल, जंगल, जमीन बचाने और गांव को नहीं छोडऩे की बात कही। उन्होंने कहा जरूरत पड़ी तो इसके लिए जन आंदोलन भी करेंगे। रायगढ़ में जल,जंगल, जमीन बचाओ आंदोलन चला रहे गोंडवाना समग्र विकास क्रांति आंदोलन के राजेश सिंह मरकाम ने लोगों को पेसा ग्राम सभा, पांचवी अनुसूची, जल, जंगल, जमीन और खनिज पर अधिकार हमारा है का नारा देते हुए ग्रामीणों को उनके संवैधानिक अधिकार से अवगत कराया। आंदोलन को समर्थन दे रहे छत्तीसगढ़ एकता मंच के सूरज कुमार यादव तथा जनचेतना मंच रायगढ़ के राजेश कुमार गुप्ता, शिव कुमार पटेल, आरती राठिया, पार्वती भगत, कार्तिक राम पोर्ते उपस्थित रहे।
अदानी कंपनी के खिलाफ बजरमूडा के ग्रामीणों ने विरोध कर एसडीएम घरघोड़ा के नोटिस के खिलाफ सैकड़ों की संख्या में एसडीएम कार्यालय घरघोड़ा पहुंचकर यहां का घेराव किया। इन ग्रामीणों का कहना है कि जल जंगल जमीन एवं प्राकृतिक संसाधन में समुदाय का सबसे पहला हक है प्रशासन और कंपनी मिलकर ग्रामीणों के खिलाफ अभियान की तरह काम कर रही हैं जिसका हम ग्रामीण कंपनी और प्रशासन का जमकर विरोध करेंगे।