राजनांदगांव
जिले में डेढ़ दर्जन डेंजर प्वाईंट, बीते साल 786 दुर्घटनाएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जनवरी। राजनांदगांव जिले के सडक़ों में गुजरे साल हुए थोक के भाव में वाहन दुर्घटनाओं में पौने तीन सौ लोगों को बेसमय अपनी जान गंवानी पड़ी। सडक़ हादसे में हुई मौत के कारण कई परिवार के दीये बुझ गए। वहीं हादसों के कारण परिवारों में आर्थिक और सामाजिक संकट खड़ा हो गया। वाहनों के बढऩे और तेज रफ्तार चलाने के चलन भी मौत की वजह बना। जबकि जिले में यातायात को समय-समय पर पुख्ता बनाने की विभाग की ओर से कोशिशें होती रही है। हालांकि यातायात की नियमित कार्रवाई नहीं होने के कारण भी हादसों में बढ़ोत्तरी हुई है। बताया जा रहा है कि जिले में डेढ़ दर्जन डेंजर प्वाईंट हैं, जिन्हें हादसों के लिहाज से खतरनाक माना गया है। ऐसे प्वाईंट में अक्सर हादसे होने की संभावनाएं रहती है।
मिली जानकारी के मुताबिक 15 प्वाईंट को चिन्हांकित कर यातायात विभाग ने लोगों को वाहन चलाने के दौरान सावधानी बरतने के लिए आगाह किया है। इसके बावजूद हादसों में कमी नहीं हुई है। गुजरे साल 786 सडक़ दुर्घटनाएं हुई है। यह हादसे ऐसे समय में हुए हैं जब करीब 3 माह तक लॉकडाउन के चलते लोग घरों में कैद थे। लॉकडाउन नहीं होने की सूरत में यह आंकड़ा बढ़ सकता था। कुल मिलाकर जिले में 282 लोगों की जान चली गई। वहीं इन हादसों में कुछ अपंग हो गए। हादसे में लोगों को व्यक्तिगत तौर पर भी काफी क्षति पहुंची है।
बताया गया है कि डेंजर जोन में पिछले तीन साल के भीतर सडक़ दुर्घटनाओं में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। राजनांदगांव शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ जगहों को डेंजर जोन के रूप में चिन्हांकित किया गया है जिसमें पार्रीनाला, रेवाडीह, आशानगर मोड़ से भापेजी ढ़ाबा, पेंड्री भापेजी ढ़ाबा से 8वीं बटालियन, रीवागहन मोड से पंजाब फ्यूल्स पुल, सुंदरा डेंटल कॉलेज से युगांतर स्कूल, सोमनी क्षेत्र में इंदावानी चौक एवं सोमनी में ओवरब्रिज रिलायंस पेट्रोल पंप, छुरिया क्षेत्र में उरईडबरी, कोलिहापुरी, महाराजपुर, चिचोला, पाटेकोहरा, डोंगरगांव क्षेत्र में डोंगरगांव गांधी पेट्रोल पंप से छुरिया मोड़ तक, लालबाग थाना क्षेत्र में बोरी से धरमकांटा तक, चिचोला क्षेत्र में एलबी नगर शामिल हैं।