राजनांदगांव

मनरेगा में 97 फीसदी मजदूरी भुगतान के साथ गोधन न्याय योजना में पशुपालकों को पौने आठ करोड़ मिले-कलेक्टर
05-Jan-2021 1:01 PM
मनरेगा में 97 फीसदी मजदूरी भुगतान के साथ गोधन न्याय योजना में पशुपालकों को पौने आठ करोड़ मिले-कलेक्टर

प्रेसवार्ता में नांदगांव कलेक्टर ने सालभर का रिपोर्ट कार्ड किया पेश

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जनवरी।
राजनंादगांव कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने सोमवार को जिले में चल रहे विकास कार्यों की स्थिति के साथ सालाना प्रशासनिक रिपोर्ट कार्ड पेश किया। सोमवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए कलेक्टर श्री वर्मा ने जिले में बीते साल हुए कार्यों के साथ मौजूदा साल में सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर विस्तृत जानकारी दी।
 
उन्होंने बताया कि जिले में मनरेगा मजदूरों के 97 फीसदी भुगतान कर दिए गए हैं। वहीं राज्य सरकार की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना के एवज में पशुपालकों को भुगतान स्वरूप 7 करोड़ 60 लाख रुपए दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में 1624 गौठान का निर्माण प्रस्तावित है। जिसमें 574 गौठान निर्माण पूर्ण हो चुका है। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना से 1800 पशुपालकों को सीधा लाभ हो रहा है। समूचे जिले में 2400 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री भी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि धान की समर्थन मूल्य में खरीदी भी जारी है। एक लाख 13 हजार किसानों ने धान बेच दिया है। जिले में कुल एक लाख 96 हजार 80 किसान पंजीकृत हैं। इनमें 5 एकड़ से कम कृषि भूमि वाले 94 हजार 181 किसान ऐसे हैं, जिन्हें एक बार में ही धान लाने का टोकन दिया गया। 5 एकड़ से  कम कृषि भूमि वाले 94 हजार किसान अपनी उपज बेच चुके हैं।

उन्होंने बताया कि धान खरीदी के लिए  जिले को 7 हजार 537 गठान बारदाने मिले थे। जिसमें 4 हजार 315 गठान राशन दुकानों से तथा 6 हजार 945 गठान मिलर्स से प्राप्त हुए थे। 1500 गठान प्लास्टिक के बारदाने भेजे गए। एक गठान में 500 बारदाने होते हैं। सोसायटियों में बारदाने का संकट और धान खरीदी प्रभावित होने को लेकर कलेक्टर ने कहा कि महासमुंद जिले से करीब एक हजार से अधिक गठान बारदाने पहुंचने वाले हैं। केंद्र सरकार ने भी एफसीआई को चावल लेने की अनुमति प्रदान कर दी है। कलेक्टर वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत चार एम्बुलेंस वेन मिली है। एक नवंबर को वार्डों में जाकर जरूरतमंदों का इलाज किया जाता है। दो माह में 188 कैम्प लगाए जा चुके हैं। जिसमें 8676 मरीजों का उपचार किया गया। एक वाहन प्रतिदिन चार स्थानों में कैम्प करता है। जिसमें एक डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट होते हैं। वाहन सुबह साढ़े 7 बजे से वार्डों में कैम्प लगाता है। पत्रकारवार्ता में जिला पंचायत के नए सीईओ अजीत बसंत समेत अन्य अफसर उपस्थित थे।

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