दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 15 जनवरी । विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम के तहत जिले में 16 जनवरी से कोरोना वायरस का टीकाकरण शुरू होने जा रहा है। शुरुआत में हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए जाने हैं ।
आज कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे पत्रकार वार्ता में बताया कि 16 जनवरी को कोरोना वारियर्स को वैक्सीन लगाने हेतु पांच केंद्र चयनित किए गए हैं। जिसमें जिला चिकित्सालय दुर्ग, श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज जुनवानी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगपुरा एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बैकुंठ धाम में वैक्सीन लगाने की तैयारी पूर्ण कर ली गई है। प्रत्येक केंद्र में पांच पांच सदस्य रहेंगे। जो जांच ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन ऑफिसर, सहयोगी एवं निरीक्षणकर्ता शामिल है।
18 जनवरी से 30 जनवरी तक कोरोना वारियर्स को वैक्सीन लगाने हेतु 13 केंद्र चयनित किए गए हैं। इन केंद्रों में मंगलवार शुक्रवार और शासकीय अवकाश को छोडक़र शेष दिवसों में वैक्सीनेशन किया जाएगा। इन 13 केंद्रों में जिला चिकित्सालय दुर्ग पंडित जवाहरलाल नेहरु चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर 9, श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज जूनवानी, चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज, सिविल अस्पताल सुपेला, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धमधा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अहिवारा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुम्हारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोरी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निकुंभ, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उतई शामिल है। टीकाकरण के पश्चात किसी विपरीत प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक वैक्सीनेशन केंद्र में उपचार केंद्र स्थापित किया गया है । सभी केंद्रों में चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है। वैक्सीनेशन के पश्चात प्रत्येक व्यक्ति को आधा घंटा तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा । किसी भी प्रकार से परेशानी नहीं होने पर व्यक्ति अपने घर जा सकता है।
डॉ भूरे ने कहा कि दुर्ग जिले में कुल 10260 डोज वैक्सीन उपलब्ध है वैक्सीन पूर्णत सुरक्षित है। इसे लगाए जाना भी सुरक्षित है परंतु प्रक्रिया तंत्र के विकसित करने के लिए व्यंजन लगाना भी जरूरी है। वैक्सीनेशन के दो डोज हैं। प्रत्येक दोस्त 28 दिन के अंतराल में लगाया जाएगा। प्रारंभिक तौर पर कोरोना वारियर्स को ही वैक्सीन लगाया जा रहा है। आम लोगों के लिए अभी भारत सरकार से कोई निर्देश प्राप्त नहीं है।