बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 15 जुलाई। बस्तर वनांचल क्षेत्र के नाम पर जाना जाता है, जहा शिक्षा को लेकर लोगों में जागरूकता का अभाव की बात कही जाती थी, किंतु आज परिस्थिति पूरी तरह बदली हुई है, इसका जीवंत उदाहरण कोरोनाकाल में भी बंद पड़ी शालाओं को देखते हुए गांव के बच्चे कैसे बारिश में भी नियमित रूप से पढ़ सके, इसको लेकर बस्तर ब्लॉक के संकुल केन्द्र एकटागुड़ा, माशा टाकरागुड़ा के शाला प्रबंध समिति के अध्य्क्ष अनंत राम कश्यप ने निर्णय लेकर शाला निधि की राशि व जन सहयोग से वाटर प्रूफ टेंट लगाने का निर्णय लिया। जिसे सभी ने सर्व सहमति से पारित किया।
सीएसी व शिक्षको ने भी किया सहयोग
अपने बच्चों की पढ़ाई की चिंता को जब सीएसी एवं शिक्षकों ने महसूस किया तो वे भी आर्थिक सहयोग के लिए तैयार हो गए। ग्राम के पूर्व सरपंच, सचिव ने भी मोहल्ला क्लास में निरंतरता बनी रहे, इसको लेकर उन्होंने भी आर्थिक सहयोग दिया।
इस अवसर पर बीआरसी राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि शाला समिति की इस पहल की जितनी तारीफ की जाए, वह कम है। उन्होंने पूर्व सरपंच नारायण कश्यप का शिक्षा को लेकर पूर्व के वर्षों में किया गया नवाचार आज भी स्मरण है।
शुभारंभ अवसर पर शाला समिति के आद्यक्ष अनन्त राम कश्यप, पूर्व सरपंच नारायण कश्यप, बीआरसी राजेन्द्र सिंह ठाकुर, संकुल समन्वयक शैलेन्द्र तिवारी, प्रधान अध्यापिकाराममणि गोयल, देवाश्री कौशिक, दुर्गेश्वरी बघेल सुखराम कश्यप उपस्थित थे।