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कुछ घंटे के अंदर ही गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 26 मार्च। कोतवाली थाना क्षेत्र के आसना चौक में एक युवक को लिफ्ट देना बाइक सवार को महंगा पड़ गया। युवक बाइक सवार को धक्का मार उसकी बाइक व फोन को लेकर फरार हो गया। मामले की शिकायत होते ही पुलिस ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने बताया कि छोटे देवड़ा निवासी मुन्ना यादव (37) अपनी बाइक डीलक्स सीजी 17 केएस 2701 को लेकर 23 मार्च की दोपहर 1 बजे के लगभग जगदलपुर से अपने घर जा रहा था, कि आसना चौक में खड़े विप्लव दत्ता (34 वर्ष) ने उसे हाथ दिखाते हुए उसे आगे तक छोडऩे की बात कहते हुए लिफ्ट लेकर बाइक में सवार हो गया, जैसे ही युवक मेटावाड़ा पुल के पास पहुँचा कि मुन्ना यादव के फोन आने पर अपनी बाइक रोककर जैसे ही बात करने के लिए बाइक से उतरा, तभी आरोपी विप्लव दत्ता ने उसे धक्का मरते हुए बाइक के साथ ही मोबाइल छीनकर फरार हो गया।
मुन्ना यादव ने मामले की रिपोर्ट 24 मार्च को कोतवाली थाना में दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए एक टीम बनाई, जिसमें सब इंस्पेक्टर पीयूष बघेल, प्रधान आरक्षक चोआदास गेंदले के साथ प्रधान आरक्षक बबलू ठाकुर को आरोपी की पतातलाश के लिए भेजा गया, वहीं लूट किये गए मोबाइल नंबर का लोकेशन पता करने के लिए सीसीटीवी फुटेज की मदद ली गई.
पुलिस ने कुछ घंटों के अंतराल में ही आरोपी विप्लव दत्ता को भानपुरी के नदपुरा से गिरफ्तार किया, वहीं आरोपी के खिलाफ धारा 392 के तहत मामला दर्ज करते हुए आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया।
जगदलपुर, 26 मार्च। भूमकाल आंदोलन के प्रणेता एवं स्वतंत्रता सेनानी वीर गुण्डाधूर की स्मृति में आदिवासी विकास विभाग द्वारा 27 मार्च को गोपापदर नेतानार में समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस समारोह में वीर गुण्डाधूर के योगदान पर परिचर्चा के साथ ही नाटक का मंचन भी किया जाएगा। इस अवसर पर वीर गुण्डाधूर के जीवन पर आधारित पुस्तिका का वितरण तथा उनके वंशजों का सम्मान भी किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 26 मार्च। आज सुबह मजदूर महिलाओं से भरी ऑटो पलट गई, जिससे चालक समेत दर्जन भर महिलाएं घायल हो गईं।
शनिवार की सुबह मावलीभाटा से जगदलपुर ऑटो में सवार होकर मजदूरी करने के लिए जा रहीं सभी महिला मजदूर सुबह 9 बजे के लगभग सडक़ हादसे में घायल हो गईं, जिन्हें 112 की मदद से मेकाज में भर्ती किया गया।
मामले के बारे में जानकारी देते हुए ऑटो चालक समलु ने बताया कि सभी महिला मजदूर मावलीभाटा के ही रहने वाली हंै और संजय मार्केट के पीछे बन रहे भवन का शनिवार को ढलाई होने वाला था, जिसके कारण सभी 11 महिलाओं को ऑटो में लेकर सुबह 8 बजे जगदलपुर की ओर आ रहा था कि अचानक डाराकाई मोड़ के पास 9 बजे के लगभग ऑटो पलट गई, जिससे कि ऑटो में सवार सभी लोग घायल हो गए, जिन्हें बेहतर उपचार के लिये डायल 112 की मदद से मेकाज में भर्ती किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 25 मार्च। बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में शुक्रवार को बस्तर रियासत के महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया। बस्तर रियासत के अंतिम राजा महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव को बस्तर वासी आज भी भगवान की तरह मानते हैं।
प्रतिमा स्थल पर राजपरिवार के सदस्यों विभिन्न सामाजिक राजनीतिक संगठनों एवं आम लोगों ने पंहुच श्रद्धांजलि दी, इसके बाद टाउन क्लब प्रांगण में विचार गोष्ठी का आयोजन भी किया गया।
यहां बस्तर संभाग के सभी क्षेत्रों के मांझी मुखिया, बस्तर के मूल समाजों के प्रतिनिधि एवं विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता पहुंचे। आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव द्वारा किए गए कार्यों को याद किया। गौरतलब है कि बस्तर में आदिवासियों के बीच मसीहा के रूप में प्रवीरचंद्र भंजदेव की पहचान रही है।
राज परिवार एवं सर्व समाज के द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा एवं विचार गोष्ठी में भाजपा के बड़े नेताओं ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी इस दौरान पहुंचे। इस दौरान बस्तर भाजपा के प्रभारी लोकेश कावडिय़ा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप सहित भाजपा के नेता मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 25 मार्च। तहसील के थाने में वीर क्रांतिकारियों के साथ अपने कर्तव्य निर्वहन करते हुए शहीद पुलिसकर्मी की शहादत को याद करते भावुक हुए। इस कार्यक्रम में स्कूलों के छात्राओं के साथ ही शिक्षिका व थाना के समस्त कर्मचारी मौजूद रहे।
भोपालपटनम तहसील के थाने में क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव का बलिदान दिवस मनाया गया। साथ ही नक्सली हमले में कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शहीद पुलिसकर्मी बसंत कोरम, एलादी पोट्टी, ब्रजेश कोरम, हरि मेहता याद करते हुए भावुक हुए और नम आँखों से श्रृद्धांजलि दी।
सर्वप्रथम प्रभारी एसडीओपी विनीत साहू ने वीर क्रांतिकारी भगत सिंह, शिवराम हरि राजगुरु, सुखदेव थापर के साथ बसंत कोरम, एलादी पोट्टी, ब्रजेश कोरम, हरि मेहता के छायाचित्र पर माल्यार्पण किया। विनीत साहू ने बलिदान दिवस पर बच्चों को वीर क्रांतिकारियों ने अंग्रेजी शासन के खिलाफ लड़ाई की है। वीर क्रांतिकारियों ने अंग्रेज़ी हुकूमत के आगे घुटने टेके नहीं बल्कि आजादी के लिए संघर्ष करते हुए शहीद हुए। वीर क्रांतिकारियों ने फांसी का हंसते-हंसते चूमा लेकिन वीर क्रांतिकारियों ने अंग्रेजी शासन से अपनी जान बचाने की भीख नहीं मांगी। आज वीर क्रांतिकारियों का बलिदान दिवस है। इन क्रांतिकारियों के साथ ही अपने कर्तव्य निर्वहन करते हुए नक्सली हमले में शहीद हुए पुलिसकर्मी को याद करते हुए विनीत साहू के साथ ही समस्त कर्मचारी भावुक हुए और नम आँखों से श्रृद्धांजलि अर्पित की। विनीत साहू ने शहीद पुलिसकर्मी के परिवार को श्रीफल और आदि सामग्री से सम्मानित किया।
कार्यक्रम में टीआई एक्का, भगतसिंग नेताम, थाने के समस्त कर्मचारी, शहीद पुलिसकर्मी के परिजन, पोटाकेबीन-कस्तूरबा गांधी आवासीय छात्रावास के सैकड़ों छात्राओं के साथ कन्या आवासीय छात्रावास (पोटाकेबीन)की अधीक्षिका चंद्रा नागवंशी, शिक्षिका शारदा गोटा, बबली लिखितकर मौजूद रहे।
जगदलपुर, 25 मार्च। जिला शिक्षा अधिकारी ने गुरुवार को बस्तर ब्लॉक के बीआरसी कार्यालय में बीईओ, बीआरसी,सीएसी की बैठक ली । शासन के दिया निर्देशो का पालन करने का निर्देश देते कहा कि शालाओं में गुणवत्तायुक्त शिक्षा तभी सम्भव होगी, जब संकुल समन्वयक अपनी जवाबदारी का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करेंगे, तभी बच्चों के शैक्षिक स्तर पर सुधार हो सकता है।
जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने बैठक में कहा कि शिक्षक समय पर शाला नहीं आते हैं तो बीईओ कार्रवाई करें। प्रत्येक संकुलों से लापरवाह शिक्षकों की जानकारी कार्यालय में देवे, जिसमे राज्य शासन के निर्देशो अनिवार्य रूप से पालन करने को लेकर दिशा निर्देश दिया गया।
विकासखंड के समस्त संकुल समंवयक को संबोधित करते हुए श्रीमती प्रधान ने कहा राज्य स्तर पर भाषाई एवं गणित कौशल विकास के लिए प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं के बच्चों के लिए 14 सप्ताह 100 दिन का मॉड्यूल तैयार कर सभी शालाओं को उपलब्ध करवाया गया है ।प्रत्येक सप्ताह के लिए भाषा एवं गणित का कार्यक्रम इस तरह तैयार किया गया है जिसमें आरंभिक स्तर पर बच्चों के भाषाई एवं गणित कौशल सीखने पर जोर दिया गया है।
जिसका मूल्यांकन तृतीय पक्ष के माध्यम से किया जाएगा। इस पर विशेष ध्यान देवे।किसी भी स्थिति में बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता को लेकर शिक्षक पूरी सजगता वह ईमानदारी के साथ कार्य करें। ऐसे शिक्षक जो कार्य के प्रति उदासीन रहते हैं।, बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैं। उन शिक्षकों का नाम प्रस्तावित करने का भी निर्देश बैठक में दिया। जिला शिक्षा अधिकारी ने बैठक में कहा कि मध्यान भोजन सभी शालाओं में गुणवत्ता युक्त बने इसके लिए शाला प्रबंध समिति एवं महिला स्व सहायता समूह जो भोजन बनाने की जवाबदारी निभा रही हैं। शाला प्रबंधन समिति के माध्यम से भोजन की गुणवत्ता का भी आकलन करवाया जाए। सभी शालाओं की रंगाई पुताई सहित साफ सफाई अनिवार्य रूप से पूर्ण हो मध्यान भोजन रसोई कक्ष भी साफ सुथरा हो इसका विशेष ख्याल रखे। संकुल समन्वयक प्रतिदिन शालाओं की मॉनिटरिंग के साथ-साथ बच्चों की गुणवत्ता का भी आकलन करें ।कमजोर बच्चों के लिए शिक्षक क्या कार्य कर रहे हैं इसकी पूरी सतत निगरानी भी रखे। बैठक में मुख्यरूप से जनपद उपाध्यक्ष,मोहन मौर्य,बीईओ अरुण देवांगन, बीआरसी राजेन्द्र सिंह ठाकुर एबीईओ सुशील तिवारी,मध्यान्ह भोजन नोडल अधिकारी शैलेन्द्र तिवारी, सहित समस्त संकुल समन्वयक उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 25 मार्च। विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन के प्रयासों से बीमार जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता मिली।
जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र की मूक-बधिर बालिका योग्यता जैन पिता सनत कुमार जैन को 3 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, किडनी की बिमारी से पीडि़त शक्ति परासर को 2 लाख 70 हजार रुपए, कैंसर की बिमारी से पीडि़त ओमप्रकाश अवस्थी को दो लाख रुपए एवं किडनी की बिमारी से पीडि़त अजय श्रीवास्तव को इलाज हेतु 3 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के स्वेच्छानुदान मद से प्रदान की गई।
इस अवसर पर आर्थिक सहायता प्राप्त करने वाले पीडि़तोंं ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिस संवेदनशीलता से आर्थिक सहायता प्रदान की है, उसके लिए हम सभी मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हैं एवं हमारे सक्रिय एवं हमेशा लोगों के सुख-दुख में साथ खड़े रहने वाले विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने संवेदनशीलता से हमें आर्थिक सहायता प्रदान करने में मदद की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 25 मार्च। विश्व टीबी दिवस पर जिले में टीबी की रोकथाम व उसके प्रति जनजागरण के लिये जिले में विविध कार्यक्रम आयोजित हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ महारानी अस्पताल जिला क्षय उन्मूलन कार्यालय जगदलपुर से हुआ। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में बस्तर संभाग जॉइंट डायरेक्टर डॉ.ए.आर.गोटा द्वारा टीबी प्रचार रथ को रवाना किया गया। पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार टीबी जागरूकता से संबंधित नारा, पोस्टर ,बैनर, माइकिंग के साथ महा रैली का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम के संबंध में जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ.आर.के चतुर्वेदी ने बताया कि जिले में टीबी रोग के रोकथाम के लिये युद्धस्तर पर मरीजों की पहचान और त्वरित इलाज की व्यवस्था की जा रही है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस पर जिले में महारैली का आयोजन किया गया जिसके माध्यम से लोगों को टीबी की बढ़ती समस्या और उसके प्रसार को रोकने के लिये विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही लोगो को टीबी संबंधी उपचार की जानकारी भी बताई गई।
उन्होंने बताया कि दुनिया भर में टीबी के सबसे ज्यादा मरीज भारत में ही हैं। जागरूकता के अभाव में ही लोग इसके वायरस की चपेट में आ जाते हैं। शुरू में इसके कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। इस कारण यह बीमारी धीरे-धीरे किडनी, दिमाग, रीढ़ की हड्डी, अतडिय़ों, जोड़ों इत्यादि को संक्रमित कर देती है। हालांकि 80 फीसदी केसों में यह फेफड़ों को ही संक्रमित करती है। दो हफ्तों से ज्यादा समय तक खांसी आना, थोड़ा-थोड़ा बुखार रहना, थकान महसूस करना, वजन घटना और भूख न लगना इस बीमारी के लक्षण हैं। टीबी के बीमारी की जांच व इलाज नि:शुल्क है। डॉक्टर की सलाह से इस बीमारी के इलाज के लिए तय समयावधि में लगातार दवाई खाने से इससे छुटकारा पाया जा सकता है।
जिला नोडल अधिकारी डॉ. सी.आर.मैत्री ने बताया कि टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है, बल्कि छिपाने की बजाए जांच कराकर, इलाज कराने से यह ठीक हो जाता है। जिले में अभियान चलाकर टीबी मुक्ति का प्रयास किया जा रहा है। जिले के विभिन्न स्थानों पर विशेष टीम के माध्यम से टीबी रोगियों की पहचान की जा रही है। इनमें मुख्य रूप से जेल, अर्बन स्लम क्षेत्र, वृद्धाश्रम, आदि स्थानों में टीबी रोगियों की पहचान की जाती है।
आयोजकों ने यह भी बताया कि विश्व क्षय या टीबी दिवस प्रतिवर्ष 24 मार्च को डॉ. राबर्ट कोच की स्मृति में मनाया जाता है। डॉ. कोच ने टीबी बैक्टीरिया की खोज 1882 में की थी, तभी से प्रतिवर्ष जागरूकता दिवस के रूप में इसे मनाया जाता है।
उक्त कार्यक्रम में सीएमएचओ डॉ. आर के चतुर्वेदी , नोडल अधिकारी टीबी कार्यक्रम डॉ. सी आर मैत्री, युवोदय के सभी वॉलिंटियर, बीएससी नर्सिंग के स्टूडेंट, टी.आई.एड्स नियंत्रण परियोजना के समस्त कर्मचारीगण, पीरामल स्वास्थ्य के टीम, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन के सभी कर्मचारीगण एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 25 मार्च। मंगलवार को विकास खण्ड बास्तानार में बस्तर जिला सीख कार्यक्रम प्रभारी छाया वर्मा ने सीख केंद्रों मुतनपाल, लालगुड़ा, तुरांगुर संकुल का निरीक्षण किया।
सीख मित्र विद्यार्थी गतिविधि व अध्ययन करते उपस्थित मिले। विद्यार्थियों से सवाल जवाब किया गया, जिसका सही सही जवाब मिला तत्पश्चात समुदाय व सीख मित्रों से चर्चा की व सुझाव भी दिया गया, जिससे अधिक से अधिक समुदाय की सहभागिता बने।
सीख कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ही कोरोना काल में बच्चों के पढ़ाई के नुकसान को समुदाय को जोड़ते हुए शाला उपरांत 4 बजे के बाद गांव के ही पढ़े-लिखें युवक-युवतियों को सीख मित्र के माध्यम से अध्ययन-अध्यापन करवाना है।
कार्यक्रम यूनीसेफ की ओर से जिला प्रशासन के माध्यम से चल रहा है, निरीक्षण के दौरान बास्तानार खण्ड शिक्षा अधिकारी, बास्तानार सहायक खण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड स्रोत समन्वयक,और मुतनपाल संकुल समन्वयक उपस्थित थे।
जिले में निरीक्षण उपरांत बुधवार को सीख कार्यक्रम की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक जिला पंचायत के सभागार में समय 4 बजे से जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान की अध्यक्षता में रखी गई है।
इस बैठक में सम्मिलित होने बास्तानार के खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं चार संकुल समन्वयक राजेश देशमुख, कमलेश रामटेके, महेश व अन्नू नाग को आदेशित किया गया है।
कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, कहा जनभावनाओं को ध्यान रखे सरकार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 25 मार्च। बस्तर हाई स्कूल जगदलपुर को आत्मानन्द हिंदी मीडियम में परिवर्तन करने के निर्णय को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विरोध जताया है। अभाविप कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को कलेक्टर बस्तर से मिलकर ज्ञापन सौंपा है।
अभाविप नगर मंत्री यश ध्रुव ने बताया कि ऐतिहासिक बस्तर हाई स्कूल को वर्तमान में आत्मानन्द हिंदी मीडियम स्कूल बनाने के लिये काम किया जा रहा है जो कि इस ऐतिहासिक स्कूल के गरिमा को खत्म करने जैसा है। अभाविप ने ज्ञापन में कहा कि इस बदलाव से छात्र वर्ग में एवं उस स्कूल से पूर्व में पढ़ कर निकले छात्रों और समाज में काफी आक्रोश है। बस्तर हाई स्कूल बस्तर की काफी पुरानी स्कूल है और बस्तर की पहचान है।
अभाविप जिला संयोजक कमलेश दीवान ने कहा कि बस्तर हाई स्कूल यथावत रखा जाए और आत्मानंद हिंदी मीडियम नव निर्माण भवन में संचालित किया जाए, जिससे बस्तर हाई स्कूल की गरिमा बनी रहेगी, यदि जनभावनाओं के विपरीत सरकार निर्णय लेकर आत्मानंद किया जाएगा तो अभाविप छात्र समुदाय के साथ सडक़ पर उतरकर विरोध के लिये बाध्य होगा, इसका जिम्मेदार शासन-प्रशासन होगा।
ज्ञापन के दौरान जिला संयोजक कमलेश दीवान, सह संयोजक वरुण साहनी, नगर मंत्री यश ध्रुव, सोनू कश्यप, तीरथ कश्यप उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 24 मार्च। शहीद दिवस के अवसर पर वीर शहीद भगत सिंह, राजगुरू एवं सुखदेव को बस्तर संभाग अंतर्गत अनेक स्थानों में नमन किया गया। बस्तर संभाग के समस्त जिला अंतर्गत थाना, चौकी, सुरक्षा कैंपों तथा आसपास के गांवों में पुलिस एवं सुरक्षा बल के सदस्यों के साथ-साथ क्षेत्र के लोगों ने भी 23 मार्च को शहीद दिवस कार्यक्रम में भाग लेते हुए देश की रक्षा के लिए शहीद हुए जवानों के बलिदान को याद किया गया।
उल्लेखनीय है कि बस्तर संभाग अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य गठन के पश्चात् से माओवादियों के जनविरोधी एवं हिंसात्मक विचारों के विरूद्ध संघर्ष करते हुये 1275 सुरक्षा बल सदस्यों एवं 1830 से अधिक ग्रामीणों द्वारा अपने प्राणों का बलिदान दिया गया है।
बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पी. ने बताया कि प्रतिबंधित सीपीआई माओवादी संगठन वर्तमान में दिशाविहीन एवं नेतृत्वविहीन हो चुका है। केवल आतंक के बल पर अपना अस्तित्व को बचाने के लिए माओवादियों द्वारा क्षेत्र की जनता को प्रताडि़त करते हुये उन्हें मूलभूत सुविधा से वंचित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। माओवादियों का यह चरित्र एवं करतूत ही उनकी खात्मा का कारण बनेगा।
पुलिस महानिरीक्षक द्वारा शहीद दिवस के अवसर पर बस्तर में शांति, सुरक्षा एवं विकास हेतु शहीद हुये सभी जवानों एवं ग्रामीणों को नमन करते हुए बस्तर की जनता को आश्वस्त किया गया कि अतिशीघ्र क्षेत्र में माओवादियों की हिंसात्मक गतिविधि को समाप्त किया जाकर बस्तर को एक नई पहचान दी जाएगी।
तार खींच कर बिजली चोरी, करंट से हुई थी एक मौत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 24 मार्च। वर्ष 2021 के सितंबर में हुए हादसे के आरोपी को नगरनार पुलिस ने ओडिशा से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, जिसमें पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में भी पेश किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी के नाम पर पहले भी स्थाई वारंट निकल चुका है।
थाना नगरनार प्रभारी बी आर नाग ने बताया कि धारा 304 (ए) भादवि135 विद्युत अधिनियम के फरार आरोपियों को जैपोर ओडिशा से नगरनार पुलिस ने पकड़ा। आरोपी लिंगेश्वर सेठिया उर्फ लिंगे (45) व कमलू सेठिया (50) दोनों निवासी मंगनपुर पर कार्यवाही किया गया।
मामला 28 सितम्बर 2021 के 7.45 बजे ग्राम मंगनपुर नयापारा में मृतक शिबोराम नाग (36) मंगनपुर का बिजली विभाग द्वारा लगाया गया खम्बा जो खाली था, जो अर्थिंग से लगा हुआ था, उसे काटकर कपड़ा सूखाने के लिये बांधा था और बहुत समय से कपड़ा सूखाने के काम में उपयोग कर रहा था।
26 सितंबर 2021 को कमलू सेठिया और लिंगे उर्फ लिगेश्वर सेठिया के द्वारा बिजली तार को अवैध रूप से अपने लेबर क्वार्टर तक खींचा था और लाईट उपयोग कर रहा था। बिजली तार जगह-जगह से कटा था, जिसमें करंट आ गया और करंट वारबेट वायर से होते हुये कपड़ा सुखाने के लिए जिस अर्थिंग तार का उपयोग मृतक कर रहा था, उसमें करंट आने से शिबोराम की मृत्यु हो गई। आरोपी घटना के बाद से फरार हो गये थे। जिसमें लिगेश्वर सेठिया का पूर्व से ही स्थायी वारंट जारी हुआ है तथा इसके अलावा उक्त आरोपी के नाम से न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी मनीषा ध्रुव के न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट भी जारी हुआ था। जिन्हें 23 मार्च को गिरफ्तार कर न्यायायल पेश किया गया है। कार्रवाई में निरीक्षक बीआर नाग, सउनि बलवीर सिंह, हरवानश् सिंह, अजीत सिंह की मुख्य भूमिका रही।
नशे में युवकों ने की मारपीट, गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 24 मार्च। बस्तर थाना क्षेत्र के बेड़ा उमरगाँव में मंगलवार की शाम उस समय बवाल हो गया, जब गाँव के ही कुछ युवकों ने 13 वर्ष व 6 वर्ष के बच्चों को जबरदस्ती पानी की टंकी में चढ़ाने की कोशिश करने के साथ ही जान से मारने की धमकी भी दे डाली, मामले की जानकारी डायल 112 को दी गई, जहां मौके से 2 युवकों को पकडक़र थाने के सुपुर्द किया गया।
पुलिस के अनुसार मंगलवार की शाम को ग्राम बेड़ा उमरगांव थाना बस्तर निवासी लछिन्द ने बताया कि उनका लडक़ा मनोज वैष्णव व उनका भतीजा रोहित वैष्णव दोनों अपने कुछ दोस्तों के साथ पानी टंकी के पास खेल रहे थे, तभी नाकागुड़ा के चार-पांच लडक़े आकर बच्चों को जबरदस्ती पानी टंकी के ऊपर चढ़ा रहे थे, बच्चे जब टंकी में चढऩे से मना कर दिए तो युवकों ने पानी टंकी में नहीं चढऩे पर बच्चों के साथ मारपीट करने के साथ ही उन्हें पानी टंकी से फेंक देने की बात कहते हुए जान से मारने की धमकी दे रहे थे। बच्चों के साथ हुए इस घटना को देखने के बाद गांव के कुछ लोग इक_ा होकर बच्चों को नीचे उतारे और डायल 112 वाहन को सूचना दी गई।
घटनास्थल पर पुलिस के पहुंचने से पहले कुछ आरोपी फरार हो गए, जबकि इनमें से एक कमलेश व सोमदास को पकड़ कर आगे की कार्यवाही के लिए थाना बस्तर ले जाकर पुलिस के हवाले किया गया व बच्चों को हल्की चोट लगा था जिन्हें उपचार के लिए बस्तर सीएचसी पहुंचाया गया।
जगदलपुर, 23 मार्च। 25 मार्च को अमर शहीद स्व. महाराजा प्रवीर चन्द्र भंजदेव की 56 वीं पुण्यतिथि है। प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी स्व. महाराजा साहब के प्रतिमा स्थल एवं राजा रूद्र प्रताप देव टाउन क्लब प्रांगण, दंतेश्वरी मन्दिर के समक्ष 11 बजे प्रात: बलिदान दिवस के रूप में महाराजा प्रवीर बस्तर विकास वाहिनी, प्रवीर सेना एवं महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव शहादत आयोजन समिति द्वारा श्रद्धांजली, प्रार्थना सभा एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया है। तथा असंख्य बस्तर वासियों ने महाराजा प्रवीर चन्द्र जी के साथ बस्तर के हितों में संघर्ष करते हुए शहादत् दी थी, उन्हें भी श्रद्धांजली अर्पित की जावेगी।
सर्वविदित है कि बस्तर के हित संरक्षण और आदिवासी समुदाय के लिए सदैव करबद्ध रहे लोकप्रिय महाराजा प्रवीर चन्द्र भंजदेव 25 मार्च 1966 को तत्कालीन शासन से संघर्ष करते हुए शहीद हो गये थे, महाराजा साहब के साथ असंख्य बस्तर हितैषी तत्कालीन शासन के कुटील षडयंत्र का शिकार हुए थे। जब तक महाराजा प्रवीर जीवित थे, तब तक सजग प्रहरी के रूप में बस्तरवासियों को अपनी सेवायें प्रदान करते रहे, जीवन पर्यन्त आदिवासी हितों के लिए संघर्ष किया। यही कारण है कि बस्तर के लिए समर्पित महाराजा को समूचे बस्तर में आज भी बहुत श्रद्धा से स्मरण किया जाता है। महाराजा प्रवीर जनविरोधी नीतियों के प्रबल प्रखर विरोधी थे, उन्होंनें अपने कार्यकाल में बस्तर की उपेक्षा करने वाले से कभी समझौता नहीं किया। मालिक मकबूजा की आड़ में आदिवासियों के शोषण का जमकर विरोध किया, बैलाडिला लौह पर्वत श्रृंखला को आन्ध्र के निज़ाम के हाथों से बचाकर खरबों की सम्पदा को बस्तर के नक्शे में लाना महाराजा साहब का बस्तर हित में उल्लेखनीय कार्य था। साथ ही उनकी माताश्री एकमात्र महिला शासक महारानी प्रफुल्ल कुमारी देवी द्वारा आधार रखे गये समूचे बस्तर हेतु जीवनदायिनी महारानी अस्पताल को मूर्त रूप प्रदान करना महाराजा का उल्लेखनीय कार्य था जो बैलाडिला पहाड़ भौतिक रूप से और महारानी अस्पताल जीवनदायिनी के रूप में बस्तर के हर आदमी से आज भी जुड़ा है और कई पीढिय़ों तक जुड़ा रहेगा और बस्तरवासियों को महाराजा प्रवीर की याद दिलाता रहेगा।
महाराजा प्रवीर को अच्छे घुड़सवार, कुशल क्रिकेट खिलाड़ी, साहित्यकार, मर्मज्ञ ज्योतिष, योगी पुरूष, दानवीर एवं पारदर्शी व्यक्तित्व के रूप विश्व भर में अपार ख्याति प्राप्त थी। आराध्य देवी मांई दंतेश्वरी के अनन्त भक्त थे, प्रकाण्ड विद्वान होने के साथ-साथ उच्च स्तरीय लेखक भी थे, उन्होंने बस्तर के जनजीवन, परम्पराओं, विकास संभावनाओं को केन्द्रित कर कई महत्वपूर्ण किताबें लिखी हैं, जो अब ऐतिहासिक धरोहर है। राजपुरूष होते हुए भी जीवन भर एक सिद्ध योग पुरूष की भांति अपने कम जीवन में बस्तरवासी के हितों में बलिदान दे दिया। इस शहादत को बस्तरवासी कभी भूला नहीं सकते। ना ही इस क्षति की पूर्ति की जा सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 मार्च। स्वरोजगार लोन के नाम पर ग्रामीणों को झांसा देते हुए ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने करीब 80 लोगों से ठगी की है।
थाना प्रभारी अरुण नामदेव ने बताया कि टहकापाल के रोजगार सहायक माधव मंडावी (26 वर्ष)ने 21 फरवरी को बड़ांजी थाना में एक लिखित शिकायत दी कि मनोज सेठिया नाम का व्यक्ति अपने आप को कलेक्ट्रेट जगदलपुर से संबंधित व्यक्ति बता कर फोन के माध्यम से प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के संबंध में ग्रामीणों को बताया कि यदि कोई ग्राम पंचायत का ग्रामीण व्यक्ति निजी व्यवसाय प्रारंभ करना चाहता है तो उसके लिए यह लोन योजना है, जिसमें व्यवसाय के लिए 1 लाख लोन लेने पर 1 वर्ष में 70 हजार पटाना पड़ेगा और शेष 30 हजार हितग्राहियों को छूट मिलेगा एवं लोन खाता खुलवाने के लिए प्रत्येक हितग्राही को 1200 एवं 500 प्रोटेक्शन राशि कुल 1700 रुपए जमा करना होगा।
टहकापाल के सरपंच, सचिव एवं रोजगार सहायक गांव के बेरोजगार व्यक्तियों को स्वरोजगार प्रारंभ करने के उद्देश्य से मनोज सेठिया के बताए अनुसार गांव के करीब 80 लोगों से 17-17 सौ रुपए लेकर 1,36,000 रु. जमा किए और टहकापाल के रोजगार सहायक माधव मंडावी ने मनोज सेठिया को उक्त रुपए दिये, परंतु मनोज के द्वारा किसी भी प्रकार का लोन पास नहीं कराया गया और ग्रामवासी एवं रोजगार सहायक द्वारा रुपए वापस मांगे जाने पर मनोज के द्वारा रुपए देने से इंकार किया गया।
प्रार्थी के शिकायत आवेदन पर अपराध दर्ज कर जांच में लिया गया। जांच के दौरान आरोपी मनोज सेठिया को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में न्यायालय पेश किया जा रहा है।
ससुर के अंतिम संस्कार में आया था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 मार्च। सोमवार को परपा थाना क्षेत्र के बुरुंगपाल में ससुर के निधन पर घर आये दामाद की तालाब में नहाने के दौरान डूबने से मौत हो गई।
परपा थाना प्रभारी धनंजय सिन्हा ने बताया कि दाबपाल निवासी सुकमन कश्यप का 1 वर्ष पहले सामू पोडियामी की बेटी से विवाह हुआ था, जिसके बाद 20 मार्च को ससुर का निधन हो गया, युवक अपनी पत्नी के साथ गाँव आया, जहाँ अंतिम संस्कार के बाद 21 मार्च की सुबह अकेले तालाब में नहाने के लिए चला गया, जहाँ बुरुंग पाल नहर तालाब में नहाने के दौरान गहरे पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई, मामले की जानकारी डायल 112 को दिया गया। तालाब में नहाने के लिए दो तीन लडक़े आये थे, जिन्होंने सुकमन का शव तालाब के किनारे तैरता देखा, जिसे बाहर निकाल कर देखा तो उसकी मृत्यु हो चुकी थी, घटना की सूचना थाना परपा उप निरीक्षक विष्णु प्रसाद यादव को दी गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 मार्च। रोजाना की तरह रोजी काम में जा रहे दो युवकों के ऊपर मधुमक्खी ने हमला करते हुए उसे घायल कर दिया, जिसके बाद डायल 112 की टीम ने घायलों को मेकाज में भर्ती कराया।
डायल 112 की टीम ने बताया कि आज सुबह 8 बजे के लगभग ग्राम भड़ीसगाँव खासपारा निवासी सुभाष नेताम 60 वर्ष एवं सरोज सिंह 40 वर्ष निवासी परपानाका खपराभट्टी दोनों काम में जाने के लिए घर से निकले थे कि अचानक मधुमक्खी दोनों पर हमला कर दिए, सुभाष को ज्यादा काटने से पूरे शरीर में सूजन आ गया, जबकि दूसरे को ज्यादा चोट नहीं आया,जिसके बाद दोनों पीडि़तों को उनके परिजनों के साथ 112 वाहन में बैठाकर इलाज के लिए डिमरापाल अस्पताल ले जाकर भर्ती किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 मार्च। आज जिला नारायणपुर अंतर्गत कड़ेमेटा एवं कड़ेनार कैम्प के बीच सडक़ मार्ग में माओवादियों द्वारा सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से लगाए विस्फोटक (आईईडी) को बीडीएस टीम ने सुरक्षित तरीके से बरामद कर निष्क्रिय किया। इस दौरान सुरक्षा बल के कोई भी सदस्य हताहत नहीं हुये तथा सुरक्षा बल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं।
कुछ सोशल मीडिया ग्रुप्स में नारायणपुर पुलिस अधीक्षक के काफिले पर नक्सल हमले से बाल-बाल बचने की जानकारी प्रसारित हुई है। इस संबंध में स्पष्ट जानकारी यह है कि 21 मार्च को नारायणपुर पुलिस अधीक्षक द्वारा भी क्षेत्र का भ्रमण कर सुरक्षा बल सदस्यों से रूबरू होकर नक्सल विरोधी अभियान एवं सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। पुलिस अधीक्षक के काफिले पर कोई नक्सल हमला नहीं हुआ है।
उल्लेखनीय है कि पल्ली-बारसूर मार्ग में कैम्प कड़ेेनार एवं कड़ेमेटा के बीच क्षेत्र में 14 मार्च को माओवादियों द्वारा सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से लगाये गये प्रेशर आईईडी की चपेट में आने पर एक गाय की मौत हो गई थी।
आधे घंटे चली मुठभेड़, नक्सली भागे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 मार्च। आज सुबह सुकमा जिले में स्थित एलमागुंडा कैंप पर नक्सलियों ने हमला कर दिया है। हमले में सीआरपीएफ के तीन जवान घायल हो गए। हमले के बाद तत्काल जवानों ने मोर्चा संभाला और जवाबी फायरिंग की। लगभग आधे घंटे चली इस मुठभेड़ में माओवादियों को भी नुकसान उठाना पड़ा और वे जंगलों की ओर भाग गए।
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि सुकमा जिले के एलमागुंडा में कुछ समय पूर्व ही नए कैंप की स्थापना की गई है। इस कैंप के लगने से माओवादियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है और उन्हें अपने काबिज इलाके से पीछे हटना पड़ा है। ऐसे में बौखलाए माओवादियों द्वारा लगातार जवानों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हुए जवानों के मनोबल को तोडऩे की कोशिश की जा रही है, पर उसमें वे सफल नहीं हो पा रहे हैं। जिससे बौखलाहट में सोमवार की सुबह लगभग 6.30 बजे माओवादियों ने कैंप पर फायरिंग की और देशी हैंड ग्रेनेड भी दागा है। माओवादियों के हमले के बाद तत्काल जवानों ने मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई की गई। लगभग आधे घंटे चली इस मुठभेड़ में माओवादियों को भी नुकसान उठाना पड़ा और वे जंगलों की ओर भाग गए।
मुठभेड़ में 2री वाहिनी, सीआरपीएफ के प्रधान आरक्षक हेमन्त चौधरी, आरक्षक बसप्पा एवं आरक्षक ललित बाघ घायल हो गए। घायल जवानों की स्थिति खतरे से बाहर है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए एलमागुण्डा से हेलीकॉप्टर के माध्यम से रायपुर भेज दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 21 मार्च। सुकमा जिले में पुना नर्कोम अभियान (नई सुबह-नई शुरूआत)के तहत 24 नक्सल आरोपियों ने बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया है। जिले के अति नक्सल प्रभावित पोटकपल्ली के कैंप में होली मिलन समारोह में 120 ग्रामीणों ने 24 नक्सलियों का सरेंडर कराया है। आत्मसमर्पण किए नक्सलियों तथा ग्रामीणों के साथ कैंप में उपस्थित सीआरपीएफ और जिला पुलिस अफसरों ने एक साथ होली मनाई।
रविवार को नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, आत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन से जुड़े 10 महिला सहित 24 नक्सलियों ने थाना किस्टाराम क्षेत्र अंतर्गत स्थापित नवीन कैंप पोटकपल्ली में प्रमोद चौधरी, टूआईसी 208 वीं वाहिनी कोबरा, पीके साहू टूआईसी 212 वीं वाहिनी सीआरपीएफ, कपिल बेनिवल, डीसी 208 वाहिनी कोबरा, कृष्ण कुमार डीसी 208 वाहिनी कोबरा, अमित पाल सिंह डीसी 204 वाहिनी कोबरा, सुनील चिन्ची डीसी 212 वीं वाहिनी सीआरपीएफ, गिरिजा शंकर साव उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स कोंटा के समक्ष बिना हथियार के समर्पण किया है।
इस दौरान 208 वाहिनी कोबरा के एसी उज्वल कुमार, एसी जितेंद्र कुमार एसी विशाल बालु बिन्नार, एसी आरबीएसएन सिंह एवं 204 वाहिनी कोबरा के एसी यशबीर सिंह, एसी.अक्षय कुमार, एसी.प्रशस्त्र ब्रिजपल्ली तथा 212 वाहिनी सीआरपीएफ के एसी.विरेन्द्र सिंह, एसी देवेंद्र कुमार, एसी.डॉ. रोहित, भावेश शेन्डे थाना प्रभारी किस्टाराम उपथित रहे।
होली मिलन के अवसर पर पोटकल्ली के 100-120 ग्रामीणों ने समाज की मुख्य धारा से भटककर प्रतिबंधित नक्सली संगठन से जुड़े सदस्यों को कैंप पोटकपल्ली में लाकर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कराया। आत्मसमर्पण किए नक्सलियों तथा ग्रामीणों ने कैंप में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ होली पर्व मनाया गया।
आत्मसमर्पित नक्सलियों में मिलिशिया सदस्य सोड़ी कोसा, वेट्टी हड़मा, माड़वी आयता, ओयम जोगा, वेट्टी हुंगा, वेट्टी भीमा, मडक़म हांदा, सोड़ी हुंगा, सोड़ी भीमा, वेट्टी देवा, वेको देवा, वेट्टी गंगा, सोड़ी हिड़मा, वेट्टी जोगा, वेट्टी भीमें, वेट्टी नंदे, वेट्टी मुये, वेट्टी देवे, किच्चे भीमे, किच्चे रामे, माड़वी हुंगी, सोड़ी सोमड़ी, सोड़ी सोमड़ी, वेट्टी मासे सभी निवासी पोटकपल्ली जिला सुकमा हैं।
सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को राज्य शासन की पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएं दी जाएगी।
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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 20 मार्च। इस्लाम धर्म के सूफी गौसे आजम के 18वें वंशज सैयदी हाशिमुद्दीन अल गिलानी बगदादी अपने दो दिवसीय बस्तर प्रवास पर बस्तर पहुंचे, यहां उनका भव्य स्वागत किया गया। रात 10 बजे स्थानीय जमाल मिल परिसर में गौसुलवरा कॉफेंस आयोजन किया गया था। कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए बस्तर सहित पड़ोसी राज्य ओडिशा, आंध्रप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र व अन्य राज्यों के लोग भी पहुंचे।
कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सैयदी ने कहा कि भारत से इराक का रिश्ता एक हजार साल से भी ज्यादा पुराना है। भारत के गुजरात राज्य के लोग एक हजार साल पहले गौसे आजम दस्तगीर से मिलने बगदाद आये थे। गौसे आजम भी दो मर्तबा गुजरात जा चुके है.गुजरात के मेमन कौम के लोग दस्तगीर को बेहद प्यार करते थे और दस्तगीर ने भी मेमन को धन और तरक्की बख्शी थी।
उन्होंने मंच मैसेज देते कहा कि मंत्री, विधायक या इस तरह के लोगों को गद्दी पर अल्लाह ने बिठाया है, उन्हें गद्दी पर इसलिए बिठाया गया है कि वे सभी लोगों की सेवा करें और अमन शांति लायें, लेकिन यदि कोई राजनेता ऐसा नहीं करता है तो उसे तत्काल गद्दी छोड़ देनी चाहिये, इस्लाम धर्म अमन, शांति और मोहम्बत बांटने वाला धर्म है।
उन्होंने इस्लाम धर्म के संस्थापक मोहम्मद साहब के एक किस्से को बताते कहा कि मोहम्मद जब भी अपने घर से बाहर निकलते थे तब एक यहूदी औरत उन पर कचरा फेंक देती थी। मोहम्मद रोज घर से निकलते थे और रोज औरत कचरा फे ंकती थी, यह सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा। एक दिन जब मोहम्मद घर से निकले तो औरत ने कचरा नहीं फेंका, मोहम्मद उस औरत के घर पहुंच गये और उससे कहा कि तुमने आज मुझ पर कचरा नहीं फेंका तो मुझे तुम्हारी फिक्र हुई, मन में आया कि कहीं तुम बीमार तो नहीं हो ऐसे में तुम्हारी खैरियत पूछने आ गया। औरत को अपने बर्ताव से पछतावा हुआ।
सैयदी ने कहा कि इस्लाम की असली सीख मोहम्मद साहब के साथ हुई घटना से मिलती है। इसके अलावा उन्होंने बीवी मरियम की इबादत और नबीयों के संबंध में जानकारी दी, वहीं माहे शाबान की बरकतों के बारे में भी बताया। इसके अलावा अंजुमन इस्लामिया कमेटी के द्वारा गरीबों की मदद के लिए शुरू किये फाउंडेशन को एक लाख ग्यारह हजार रूपये दिया। रविवार को सैयदी वापस लौट गये।
सैय्यदी को छतीसगढ़ शासन ने राज्य अतिथि का दर्जा दिया हुआ है। उनके स्वागत के लिए विधायक, महापौर, शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव शर्मा भी एयरपोर्ट पहुुंचे थे। एयरपोर्ट पर हजारों लोगों की भीड़ भी स्वागत के लिए उमड़ पड़ी थी। हजरत जगदलपुर मुस्लिम समाज के सदर हासिम खान के निवास स्थान पर गये और यहां भी लोगों से मुलाकात की। इसके बाद दूसरे दिन भी सैय्यदी शहर के फारूक नवीवाला, एस करीमुद्दीन सहित अन्य लोगों के घरों पर गये और लोगों से मुलाकात की।
आईपीएस अंकिता शर्मा को सैयदी ने दी शाल
सैय्यद हाशिमुद्दीन अल गिलानी बगदादी की सुरक्षा में लगी आईपीएस अंकिता शर्मा को खुद सैयदी ने शाल भेंट की। उन्होंने आईपीएस अंकित शर्मा से मुलाकात की और उनसे बात की। इस दौरान हजरत ने कहा कि आप बगदाद नहीं आ पाईं, इसलिए बगदाद यहां आ गया।
दरअसल एयरपोर्ट से निकलते ही सैयदी से मिलने के लिए हजारों लोग उनकी तरफ बढ़ गये। इसके बाद उन्हें कार में बिठाया गया और जब वे कब्रस्तान में उतरे, तब भी हजारों की भीड़ उनसे मिलने बेताब होने लगी थी। इस दौरान आईपीएस अंकिता शर्मा सैय्यदी की सुरक्षा में लगी हुई थीं और उन्होंने भीड़ को दूर करने में काफी मेहनत की थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 20 मार्च। आज ‘बस्तर चो गीत’ वीडियो एल्बम सॉन्ग आरुग म्यूजिक के यूट्यूब चैनल पर लॉन्च किया गया है। इस गीत को रिलीज के पहले ही एक घण्टे में 7 हजार 7 सौ 27 लोग देख चुके हैं। इस वीडियो एल्बम में बस्तर की संस्कृति, परंपरा, कला, पर्यटन का फिल्मांकन किया गया है। इस गीत को एनएमडीसी के कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी (सीएसआर) विभाग और बस्तर जिला प्रशासन के सहयोग से फि़ल्माया गया है।
आरुग म्यूजिक पर लॉच इस वीडियो एल्बम में बस्तरिया संस्कृति को बेहतरीन ढंग फि़ल्माया और बस्तर की कला, लोकजीवनशैली को अच्छी तरह से प्रतिबिंबित किया गया है। इस सॉन्ग के माध्यम बस्तरिया कला और संस्कृति प्रतिनिधि रूप में लोगों तक पहुंच रही है। बस्तर चो गीत में यहां की कला, संस्कृति, रहन-सहन और जनजीवन के पहलुओं को दर्शाने की कोशिश की गई है।
इस गीत में बस्तर के प्रमुख एवं उभरते पर्यटन स्थलों को पर्यटन के दृष्टिकोण से आकर्षक ढंग से दिखाया गया है, विशेषकर बीजाकासा और चित्रकोट का सौंदर्य देखते ही बन रहा है। गीत के बोल क्षेत्रीय रुचि के साथ सुलभ और आसानी से समझ में आने वाले हैं। इस गीत में बस्तर के प्राकृतिक और ऐतिहासिक महत्व को भी दिखाया गया है। उल्लेखनीय है कि बस्तर अपनी प्रकृति और संस्कृति के कारण विश्वविख्यात है, लेकिन अतिवाद के लिए भी चर्चित है, मुख्यत: बस्तर अतिवाद प्रभावित इलाका नहीं है।
प्रकृति से परिपूर्ण होने के कारण यहां अनेक जल प्रपात, गुफाएं, घाटियां हैं जो पर्यटको का मन मोह लेती हैं। यहां की डोकरा आर्ट, बेलमेटल आर्ट, तुम्बा आर्ट का इस गीत में विशेष चित्राकंन हैं। इस गीत को.को सागर बोस, भुनेश्वर यादव ने लिखा है, जिसे राकेश तिवारी ने अपनी आवाज़ दी है, जबकि अंकित तिवारी ने अपने रेप से गाने में जान डाल दी है।
इस एल्बम का निर्माण लाइमलाइट प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले किया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ी के प्रतिभाशाली कलाकारों ने काम किया है, जो मॉडलिंग और अभिनय के क्षेत्र में देश में प्रदेश का नाम ऊंचा कर रही हैं। जिनमें अदिति तिवारी बिलासपुर, अलीशा चंद्राकर दुर्ग, कनिका ध्रुव बस्तर ने अभिनय किया है। इस गीत को आप सभी आरुग म्यूजिक के युट्यूब चैनल पर देख एवं सुन सकते हैं।
सर्व धर्म समाज ने किया भव्य स्वागत
छत्तीसगढ़ सरकार ने दिया राज्य अतिथि का दर्जा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 20 मार्च। इस्लाम के आखिरी नबी की 18वीं पीढ़ी की संतान माने जाने वाले सैयदी हाशिमुद्दीन अल गिलानी अल बगदादी दो दिवसीय प्रवास पर बस्तर पहुंचे हंै, उनके स्वागत में मुस्लिम समाज और सर्व धर्म समाज के लोगों ने भव्य रैली निकाली, साथ ही विधायक समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उनका एयरपोर्ट पर स्वागत किया।
ज्ञात हो कि सैयदी हाशिमुद्दीन के आने के कार्यक्रम की मंजूरी मिलने से दो महीने पहले एक टीम यहां पहुंची थी, जिन्होंने यहां पूरी व्यवस्थाओं का जायजा लिया और इसके बाद उनके प्रवास को लेकर अपनी सहमति दी।
आज हैदराबाद से जगदलपुर पहुँचे सैयदी हाशिमुद्दीन अल गिलानी का भव्य रूप से स्वागत करने के बाद वे मुस्लिम कब्रिस्तान स्थित ऊंट वाले बाबा की दरगाह पहुँचे, इसके बाद सैयदी हाशिमुद्दीन रात 10 बजे जगदलपुर शहर के जमाल मिल मैदान में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होकर करीब दो से ढाई घंटे तक अपनी बात रखेंगे।
मुस्लिम समाज के अनुसार वे सिर्फ धार्मिक गुरु ही नहीं, बल्कि एक अच्छे अर्थशास्त्री भी हैं, ऐसे में समाज के हर वर्ग को उनकी बात सुनने के लिए आमंत्रित किया गया है।
सैयदी हाशिमुद्दीन को छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा राज्य अतिथि का दर्जा दिया गया है। यहां आने से पहले वे श्रीलंका में थे, भारत में जगदलपुर के बाद वे दुबई और मैनचेस्टर में भी कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 20 मार्च। जिले के परपा थाना क्षेत्र के नानगुर में बुजुर्ग महिला की रिश्तेदार ने जादू-टोना के शक में चाकू से गोदकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
परपा थाना प्रभारी धनंजय सिन्हा ने बताया कि नानगुर निवासी दयमनी (60) शनिवार को अपने घर में अकेली थी, उसी समय घर के बगल में रहने वाला रिश्तेदार घासीराम कश्यप घर में आया और बुजुर्ग महिला को पेट व गले में चाकू से वार करने लगा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या करने के बाद आरोपी गाँव के सरपंच से लेकर अन्य लोगों को इस बारे में बताया। हत्या की खबर का पता चलते ही मातम छा गया, वहीं आरोपी मौके से फरार हो गया था, जिसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को आरोपी घासीराम ने बताया कि उसको शक था कि मृतका उसके बड़े बेटे घनश्याम के ऊपर जादू-टोना करती थी, जिसके कारण शादी के 2 से 3 माह के बाद ही वह पागल हो गया, इसी बात से नाराज होकर घासीराम ने इस घटना को अंजाम दिया।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करते हुए शनिवार की रात को ही महिला के शव को मेकाज लाया गया, जहाँ पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
मेडिकल कॉलेज में देर रात तक सड़क हादसे, मारपीट के घायल पहुँचे
जगदलपुर, बस्तर संभागीय मुख्यालय सहित पूरे संभाग में होली का त्यौहार छोटे मोटे घटनाओं को छोड़ बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। बस्तर में अनेक स्थानों पर होलिका दहन हुआ। दूसरे दिन सुबह से ही बच्चे और युवा रंग और गुलाल लेकर होली खेलने निकल पड़े। कोरोना काल के 2 वर्ष के बाद शहर सहित ग्रामीण इलाकों में धूमधाम से होली खेली गई, बच्चों और युवाओं में होली को लेकर ज्यादा ही उत्साह देखा गया। लोगों ने परंपरागत ढंग से शालीनता पूर्वक होली पर्व का आनंद उठाया। होली पर्व पर खास भीड़-भाड़ नजर नहीं आयी। होली में सभी लोग अपने-अपने घरों या परिचितों के घरों में जाकर होली की बधाई देते हुए गले लगकर इसकी शुभकामनाएं भी दी।
आपात स्थितियों के मद्देनजर फायर ब्रिगेड के अलावा एंबुलेंस को भी चाक चौबंद रखा गया था। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के दस्तों ने शाम से ही शहर का भ्रमण शुरू कर दिया था। अप्रिय स्थितियों से निपटने प्रत्येक चौराहों एवं प्रमुख स्थलो पर पुलिस बल तैनात किया गया था। जो निरंतर गश्त करता चौकसी बरत रहा था, सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने काफी कड़ी सुरक्षा में थे। नशे में चूर लोगों ने कई जगहों पर गाली गलौच और मारपीट की, जिसकी सूचना मिलते ही हुड़दंगियों के पास पुलिस पहुँच गई।
बस्तर में सुबह से ही बच्चों और युवाओं का दल होली के मूड में सड़कों पर मस्ती करते नजर आया. विभिन्न चौक चौराहों पर गाने की धुन पर युवा नाच गाकर खुशी मनाते रहे। अनेक स्थानों पर भांग ठंडाई का भी इंतजाम किया गया था, जिसका लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया। शहर में इस बार लगभग सौ से अधिक स्थलों पर होलिकादहन किया गया। रात 11 बजे के बाद जो होलिका दहन का सिलसिला शुरू हुआ देर रात तक चलता रहा। बाजार में रंग- गुलाल, पिचकारी तथा मिठाई खरीदने वालों की भीड़ उमड़ी रही होली के दिन पूर्व शराब दूकानों में लोगों का मजमा लगा रहा। मोहल्लों में रंग-गुलाल के साथ-साथ नगाड़ों की थाप पर लोग मस्ती में झूमते रहे। होली पर्व के दिन अपने शुभकामनाओं के सन्देश आदान प्रदान करने के लिए लोगों ने मोबाइल एसएमएस, वाट्सअप एवं फेसबुक का जमकर उपयोग किया।