बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 21 मार्च। सुकमा जिले में पुना नर्कोम अभियान (नई सुबह-नई शुरूआत)के तहत 24 नक्सल आरोपियों ने बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया है। जिले के अति नक्सल प्रभावित पोटकपल्ली के कैंप में होली मिलन समारोह में 120 ग्रामीणों ने 24 नक्सलियों का सरेंडर कराया है। आत्मसमर्पण किए नक्सलियों तथा ग्रामीणों के साथ कैंप में उपस्थित सीआरपीएफ और जिला पुलिस अफसरों ने एक साथ होली मनाई।
रविवार को नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, आत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन से जुड़े 10 महिला सहित 24 नक्सलियों ने थाना किस्टाराम क्षेत्र अंतर्गत स्थापित नवीन कैंप पोटकपल्ली में प्रमोद चौधरी, टूआईसी 208 वीं वाहिनी कोबरा, पीके साहू टूआईसी 212 वीं वाहिनी सीआरपीएफ, कपिल बेनिवल, डीसी 208 वाहिनी कोबरा, कृष्ण कुमार डीसी 208 वाहिनी कोबरा, अमित पाल सिंह डीसी 204 वाहिनी कोबरा, सुनील चिन्ची डीसी 212 वीं वाहिनी सीआरपीएफ, गिरिजा शंकर साव उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स कोंटा के समक्ष बिना हथियार के समर्पण किया है।
इस दौरान 208 वाहिनी कोबरा के एसी उज्वल कुमार, एसी जितेंद्र कुमार एसी विशाल बालु बिन्नार, एसी आरबीएसएन सिंह एवं 204 वाहिनी कोबरा के एसी यशबीर सिंह, एसी.अक्षय कुमार, एसी.प्रशस्त्र ब्रिजपल्ली तथा 212 वाहिनी सीआरपीएफ के एसी.विरेन्द्र सिंह, एसी देवेंद्र कुमार, एसी.डॉ. रोहित, भावेश शेन्डे थाना प्रभारी किस्टाराम उपथित रहे।
होली मिलन के अवसर पर पोटकल्ली के 100-120 ग्रामीणों ने समाज की मुख्य धारा से भटककर प्रतिबंधित नक्सली संगठन से जुड़े सदस्यों को कैंप पोटकपल्ली में लाकर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कराया। आत्मसमर्पण किए नक्सलियों तथा ग्रामीणों ने कैंप में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ होली पर्व मनाया गया।
आत्मसमर्पित नक्सलियों में मिलिशिया सदस्य सोड़ी कोसा, वेट्टी हड़मा, माड़वी आयता, ओयम जोगा, वेट्टी हुंगा, वेट्टी भीमा, मडक़म हांदा, सोड़ी हुंगा, सोड़ी भीमा, वेट्टी देवा, वेको देवा, वेट्टी गंगा, सोड़ी हिड़मा, वेट्टी जोगा, वेट्टी भीमें, वेट्टी नंदे, वेट्टी मुये, वेट्टी देवे, किच्चे भीमे, किच्चे रामे, माड़वी हुंगी, सोड़ी सोमड़ी, सोड़ी सोमड़ी, वेट्टी मासे सभी निवासी पोटकपल्ली जिला सुकमा हैं।
सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को राज्य शासन की पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएं दी जाएगी।