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जगदलपुर, 23 अगस्त। पिछले माह वृंदावन कॉलोनी में कुछ अज्ञात लुटेरों ने सराफा व्यापारी को गोली मारते हुए लाखों रुपये नगद के साथ ज्वेलरी लूटकर फरार हो गए थे, जिसकी तलाश के एक माह बाद पुलिस ने चार आरोपियों को पकडऩे में सफलता हासिल की, वहीं सबसे बड़ी भूमिका सीसीटीवी फुटेज ने किया, बस्तर पुलिस अधीक्षक ने ऐसे लोग जिनके द्वारा सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराते हुए चोरों तक पहुँचने में पुलिस की मदद की, उन्हें लालबाग स्थित भवन में सम्मानित किया गया।
बस्तर पुलिस ने बताया कि मिशन सिक्योर सिटी के अन्तर्गत लालबाग स्थित शौर्य भवन- मावा आलसना में बस्तर पुलिस के द्वारा वृन्दावन कॉलोनी में सराफा व्यापारी से लूट के मामले में सीसीटीवी फुटेज, जिससे अपराध एवं माल अपराधी की पतासाजी में महत्वपूर्ण जानकारियां मिली। ऐसे गणमान्य नागरिकों, संस्थान के संचालकों को पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा के द्वारा सम्मानित किया गया है। पुलिस अधीक्षक के द्वारा अपराध नियंत्रण और डिटेक्शन में सीसीटीव्ही कैमरा को अपराध में कडी को जोडऩे वाला तथ्य एवं सीसीटीव्ही कैमरे महत्व के संबंध में बताया।
18 जुलाई को वृन्दावन कॉलोनी में सराफा व्यापारी त्रिलोकचंद सिसोदिया के साथ हुये लूट की वारदात में सीसीटीव्ही कैमरे से अपराधियों के पतासाजी एवं जांच में महत्वपूर्ण भूमिका होना बताया गया है। कार्यक्रम में घटना के जांच में ऐसे मकान या संस्थान के सीसीटीव्ही कैमरे जिनसे अपराधियों की पतासाजी में महत्वपूर्ण जानकारी मिली, ऐसे 28 गणमान्य नागरिकों को बस्तर पुलिस की ओर से पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा द्वारा धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीत चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया है। साथ ही शहर के व्यापारी एवं गणमान्य नागरिकों से अपील भी किया गया है कि लोग अपने घर, महत्वपूर्ण चौक चौराहे एवं संस्थानों में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कैमरा लगायें एवम संदिग्ध व्यक्ति/ अपराध के संबंध में अंदेशा या जानकारी मिलने पर पुलिस थाना को सूचना देने की बात कही गई।
जगदलपुर, 23 अगस्त। बस्तर दशहरा में रथ निर्माण के लिए वन परिक्षेत्रों से आने वाले पेड़ों के बदले संबंधित वन परिक्षेत्रों में प्रतिवर्ष रथ निर्माण हेतु काटे जाने वाले पेड़ों की तुलना में 3 गुना पेड़ लगा कर वन परिक्षेत्र हरा-भरा किया जाएगा। संबंधित वन परिक्षेत्रों में निवासरत समुदाय के लोगों द्वारा विगत एक दशक से यह माँग की जा रही है कि दशहरा उत्सव के लिए रथ निर्माण हेतु काटे जाने वाले पेड़ों के बदले नए पेड़ लगाने तथा उन पेड़ों को सुरक्षित किया जाए।
इस संबंध में गत वर्ष सांसद बस्तर एवं पदेन अध्यक्ष दशहरा उत्सव समिति दीपक बैज की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में गहन विचार विमर्श करते हुए निर्णय लिया गया कि रथ निर्माण में उपयोग किए जाने वाले पेड़ों के बदले संबंधित वन परिक्षेत्रों में ही वृक्षा रोपण किया जाए और उस क्षेत्र में निवासरत समुदाय की सक्रिय भागीदारी कर पेड़ों को सुरक्षित भी किया जाए।
ज्ञात हो कि रियासत काल से बस्तर रियासत के तत्कालीन महाराजा स्वर्गीय पुरुषोत्तम देव को वर्ष 1408 ईस्वी में रथपति की उपाधि प्राप्त होते ही 75 दिवसीय दशहरा उत्सव में रथ यात्रा की शुरुआत हुई। इस 75 दिवसीय दशहरा पर्व में गोंचा पर्व से दशहरा उत्सव तक रथ यात्रा की रस्म पूरे होते हंै। इस रथयात्रा के मध्य बस्तर की आराध्य देवी माई दंतेश्वरी की रथ यात्रा रस्म भी पूरा किया जाता है। दशहरा उत्सव रथ यात्रा रस्म लगभग 600 वर्ष से अधिक समय से सम्पन्न हो रहा है। हरे-भरे साल एवं अन्य प्रजाति के पेड़ों को काट कर रथ का निर्माण प्रति वर्ष किया जाता है। रथ निर्माण के लिए जिले के माचकोट, कांगेर और दरभा वन परिक्षेत्रों के 61 जगहों से साल, टीवंस और धामन के पेड़ काटे जाते हंै। कालान्तर में संबंधित वन परिक्षेत्रों में पेड़ों का घनत्व कम होता जा रहा है।
कलेक्टर रजत बंसल ने कहा कि इसलिए यह आवश्यक हो गया है कि रथ निर्माण हेतु काटे जाने वाले पेड़ो के बदले भूमि चिन्हित कर संबंधित वन परिक्षेत्रों में वन विभाग राजस्व विभाग तथा ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग व उक्त क्षेत्र में रहने वाले समुदाय की सक्रिय भागीदारी से न केवल पेड़ लगाए बल्कि उसे सुरक्षित भी किया जाए। संबंधित वन परिक्षेत्रों में प्रतिवर्ष रथ निर्माण हेतु काटे जाने वाले पेड़ो की तुलना में 3 गुना पेड़ लगा कर वन परिक्षेत्र में निवासरत समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा।
दरभा में प्रशासन की पहल और महिलाओं की मेहनत ला रही रंग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 23 अगस्त। राष्ट्रीय स्तर पर आमतौर पर बस्तर की चर्चा नक्सली घटनाओं के कारण ही होती है, मगर देश की राजधानी में चर्चा का विषय नक्सली दहशत नहीं बल्कि यहां के पपीते की मिठास थी। पिछले दिनों दिल्ली में आयोजित फ्रेश इंडिया शो में हाईटेक तरीके से की जा रही इस खेती की जमकर सराहना हुई।
पपीते की हाईटेक खेती उस इलाके में हो रही है, जहां के किसान पारंपरिक पेंदा खेती के सहारे ही अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। पेंदा खेती के कारण यहां बड़े पैमाने पर जंगलों को भी नुकसान पहुंचा और यहां के ग्रामीणों को भी किसी प्रकार की आय नहीं बढ़ी। ऐसी स्थिति में प्रशासन द्वारा इस क्षेत्र में उन्नत कृषि को बढ़ावा देने का निर्णय लिया गया और तीरथगढ़, मुनगा और मामड़पाल में तीस एकड़ क्षेत्रफल में हाईटेक ढंग से पपीते की खेती का प्रयास किया गया। इसके लिए बस्तर किसान कल्याण संघ से तकनीकी सहायता ली गई।
तीरथगढ़ में मां दंतेश्वरी पपीता उत्पादक समिति की सचिव हेमा कश्यप बताती हैं कि यहां 8 स्वसहायता समूह की महिलाओं ने पपीते की खेती में रुचि दिखाई और अब 43 महिलाएं सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं। यहां चट्टानी जमीन में पपीते की खेती एक नया प्रयोग था। महिला स्वसहायता समूह की कुछ महिलाओं ने इस प्रयोग की असफलता की आशंका को देखते हुए कार्य छोड़ दिया, मगर 43 महिलाएं पूरी रुचि और चट्टानी इरादों के साथ अपने काम में डटी रहीं। इसका परिणाम आज उन्हें दिख रहा है, जब उन्हें अच्छी फसल मिल रही है और उनकी कीमत भी अच्छी है।
हेमा ने बताया कि बस्तर जिला प्रशासन द्वारा इसकी पहल करते हुए यहां की महिला स्वसहायता समूह की सदस्यों को प्रेरित करते हुए जोड़ा गया, वहीं उद्यानिकी विभाग एवं बस्तर किसान कल्याण संघ द्वारा भी आधुनिक तरीके से की जाने वाली इस खेती के लिए आवश्यक प्रशिक्षण और मार्गदर्शन के साथ-साथ अधोसंरचनाएं भी उपलब्ध कराई गईं। पिछले वर्ष सितंबर में इस भूमि के चयन के बाद इसके समतलीकरण और अत्याधुनिक ड्रिप सिस्टम, मौसम पर नजर के लिए उपकरण, स्थान की सुरक्षा के लिए फेंसिग कार्य आदि करने के बाद यहां बस्तर किसान कल्याण संघ द्वारा पौधे उपलब्ध कराए गए, जिनका रोपण जनवरी में किया गया।
इस हाईटेक खेती से पूरी तरह अनजान स्वसहायता समूह की महिलाओं को समय-समय पर मिले प्रशिक्षण ने काम आसान कर दिया। वहीं अच्छी उत्पादन क्षमता वाली अमीना किस्म की पपीते के पेड़ों में लगे फलों ने स्वसहायता समूह की सदस्यों का उत्साह और बढ़ा दिया।
खास बात यह है कि यहां पौधों को रोपने से पहले इनकी टेस्टिंग करते हुए द्विलिंगी पौधों को ही लगाया जाए, जिनमें उत्पादन अधिक होने के साथ ही गुणवत्ता भी अच्छी होती है। डेढ़ वर्ष की इस फसल में प्रति एकड़ 70 से 80 टन उत्पादन की संभावना है। इससे इनके अच्छे दाम मिलने की संभावना और भी बढ़ जाती है। पिछले महीने की 6 तारीख को हुई पहली तुड़ाई के बाद अब तक सात-आठ तुड़ाई की जा चुकी है और दस टन से अधिक फल बेचे जा चुके हैं। लगभग दस एकड़ में लगाए गए 5500 पौधों से अभी प्रति तुड़ाई दो टन से अधिक उत्पादन हो रहा है।
इस फसल को रायपुर के व्यापारी प्रति किलो 22-23 रुपए की दर पर उठा रहे हैं। जगदलपुर तक फसल को पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था भी की गई है। बस्तर जिले के दरभा अंचल के पहाड़ी क्षेत्र में किए जा रहे पपीते की यह खेती फलों के थोक व्यापारियों को लगातार आकर्षित कर रही है। जिला प्रशासन, उद्यान विभाग और बस्तर किसान कल्याण संघ के सहयोग से सफलतापूर्वक इस हाईटेक खेती को कर रही महिलाओं को आशा है कि क्षेत्र के दूसरे किसान भी अब इससे प्रेरणा लेकर क्षेत्र में समृद्धि का नया अध्याय लिखेंगे।
जगदलपुर, 23 अगस्त। आम जनता द्वारा भूमि क्रय -विक्रय के दस्तावेजों का पंजीयन हेतु अब घर बैठे ही आवेदन किया जा सकेगा। आवेदक घर से ही ई-पंजीयन साईट 222.द्गश्चड्डठ्ठद्भद्गद्ग4ड्डठ्ठ.ष्द्द.द्दश1.द्बठ्ठ के माध्यम से भूमि-भवन आदि से संबंधित सम्पूर्ण विवरण अपलोड कर ऑनलाईन पंजीयन हेतु आवेदन कर सकेंगे एवं टोकन प्राप्त कर निर्धारित दिनांक एवं समय पर उपस्थित होकर दस्तावेज का पंजीयन कराया जाना आसान हो सकेगा।
इस संबंध में 16 अगस्त को उप पंजीयक कार्यालय (संयुक्त जिला कार्यालय भवन) जगदलपुर जिला बस्तर में अधीनस्थ दस्तावेज लेखकों एवं आम जनता को प्री-रजिस्ट्रेशन के संबंध में आई.टी.साल्यूशन जगदलपुर के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
अब आम जनता को भूमि क्रय-विक्रय दस्तावेजों के पंजीयन के लिए घंटो लाईन लगाकर इंतजार नही करना पड़ेगा, निर्धारित दिनांक एवं समय पर उप पंजीयक कार्यालय में उपस्थित होकर मात्र बायोमेट्रिक (फोटो हस्ताक्षर) आदि के लिए ही उपस्थित होना होगा।
प्री-रजिस्ट्रेशन के द्वारा पक्षकार के समय की बचत तो होगी, साथ ही अनावश्यक इंतजार करने की परेशानियों से भी मुक्त होंगे, जिला पंजीयक बस्तर द्वारा जानकारी दी गई कि मुख्यालय उप पंजीयक कार्यालय जगदलपुर में प्रतिदिन औसतन 12 -15 दस्तावेजों का पंजीयन किया जाता है, जिससे पंजीयन एवं मुद्रांक शुल्क के रूप में प्रतिदिन शासन को 8 से 10 लाख रुपये की आय होती है। पंजीयन जिला बस्तर के अन्तर्गत जगदलपुर, कोण्डागांव, केशकाल उप पंजीयक कार्यालय आते हैं।
30 सितम्बर तक करवाया जा सकता है पंजीयन
जगदलपुर, 23 अगस्त। आदिवासी क्षेत्रों की संस्कृतियों में बस्तर की संस्कृति की अलग ही पहचान है। इस संस्कृति को शुद्ध बनाए रखने के लिए अगली पीढ़ी तक हस्तांतरण करने हेतु और बस्तर की समृद्धशाली लोक संस्कृति को देश दुनिया से परिचय कराने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय जगदलपुर के समीप ग्राम आसना में बस्तर अकादमी ऑफ डांस आर्ट लिटरेचर एण्ड लेंग्वेज (बादल) की स्थापना की गई है।बस्तर अकादमी ऑफ डांस आर्ट लिटरेचर एण्ड लेंग्वेज (बादल) द्वारा बस्तर जिले के लोककला को गति देने के लिए जिले के सभी लोक कलाकारों का पंजीयन सितम्बर 2021 तक किया जाना है।
ऐसे कलाकार जो बस्तर जिले की लोकगीत, चईतपरब, लेजागीत, मारीरसोना, भतरी नाट, खेलगीत, बिहाव गीत, जगार गीत आदि, इसी तरह गेड़ी नृत्य, मादर नाचा, धुरवा नाचा, गवरसिंग नाचा, ठसावक्ता, कहनी गीत तथा बस्तर हस्तशिल्प में बेलमेटल, टेराकोटा, शीशम कला आदि विधा के जानकार कलाकरों का कार्यालयीन अवधि एवं दिवस में 30 सितम्बर 2021 तक बादल आसना में नि:शुल्क पंजीयन किया जाएगा। ताकि भविष्य में उन्हें उनकी कला के प्रदर्शन हेतु अवसर दिया जा सके। इच्छुक कलाकार आधार नम्बर के साथ बादल में व्यक्तिगत अथवा समूह का पंजीयन करा सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर/भानुप्रतापपुर, 22 अगस्त। आज दोपहर दो मोटरसाइकिलों में आमने-सामने भिड़ंत हो जाने से दो व्यक्तियों की मौत हो गई, वहीं 2 बच्चों समेत 4 गायल हो गए। रक्षाबंधन के दिन हुई दुर्घटना से क्षेत्र में शोक व्याप्त है।
रविवार को रक्षाबंधन के दिन ग्राम मोहगांव घोड़ा गोटा निवासी गुलशन बेलसरिया (28 वर्ष) अपनी पत्नी मीरा बेलसरिया को उसके मायके ले जा रहा था। नीरा का मायका राजनांदगांव जिले के मानपुर तहसील के ग्राम खडक़ी में स्थित है। दंपत्ति के साथ इनके दो बच्चे समीर 3 वर्ष तथा मयंक 1 वर्ष भी थे।
गुलशन की मोटरसाइकिल जब भानुप्रतापपुर संबलपुर रोड के रेलवे ओवरब्रिज के ठीक नीचे पहुंची थी, तभी विपरीत दिशा से आ रही मोटरसाइकिल से उनकी भिड़ंत हो गई। उक्त मोटरसाइकिल में ग्राम जामली के 50 वर्षीय जय सिंह नेताम और 22 वर्षीय विनोद गावड़ी सवार थे। यह दोनों मोबाइल के सिम को एक्टिवेट कराने भानुप्रतापपुर आ रहे थे।
दोनों मोटरसाइकिल के बीच हुई जबरदस्त टक्कर के बाद सभी सवार सडक़ पर ही गिर गए तथा बुरी तरह घायल हो गए। सभी लोगों को तत्काल भानुप्रतापपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां गुलशन बेल सरिया तथा जय सिंह नेताम को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि विनोद गावड़े की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है, वहीं नीरा व बच्चों को भी चोटें आई हुई है।
इस दुर्घटना में भानुप्रतापपुर निवासियों में शोक की लहर छा गई है। शाम को पोस्टमार्टम के पश्चात शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 अगस्त। बस्तर की महिला कमांडो ने आज नक्सल पीडि़त बच्चों के साथ रक्षाबंधन का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया। नक्सल पीडि़त बच्चों ने अपनी कलाई में राखी बंधवाने के बाद बहनों को रक्षा करने का वादा भी किया।
बस्तर की जनता के स्नेह और समर्थन से विगत वर्षों में संभाग अंतर्गत महिला बल सदस्यों द्वारा बस्तर की सुरक्षा, शांति एवं विकास के लिए समर्पित होकर बेहतरीन सेवाएं दी जा रही है। रक्षाबंधन के अवसर पर क्षेत्रवासियों द्वारा सुरक्षा कैम्पों में जाकर बस्तर पुलिस एवं केन्द्रीय अर्धसैनिक बल के अधिकारी व जवानों को रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें शुभकामना दी गई।
इस परंपरा के साथ-साथ रक्षाबंधन त्योहार के अवसर पर बस्तर संभाग में तैनात महिला कमाण्डोज द्वारा नक्सल हिंसा में पीडि़त परिजन की कलाइयों में रक्षा सूत्र बांधकर रक्षाबंधन त्यौहार मनाया गया। इससे शासन, स्थानीय प्रशासन, पुलिस एवं सुरक्षाबलों के संबंध को मजबूत दिशा मिलेगी।
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी. ने रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि बस्तर पुलिस एवं क्षेत्र में तैनात सुरक्षाबलों द्वारा क्षेत्र की जनता के जानमाल की रक्षा के लिए सदैव तत्पर है। क्षेत्र की सुरक्षा के साथ-साथ चहुँमुखी विकास एवं शांति के लिए बस्तर पुलिस हमेशा प्रयासरत है।
बस्तर पुलिस को देखकर सभी के चेहरे खिले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 अगस्त। रक्षाबंधन पर धरमपुरा स्थित वृद्धा आश्रम में बस्तर पुलिस पहुंचीं, यहां बुजुर्ग महिलाओं से खूब सारी बात सुनी, समस्याएं सुनीं। महिलाओं ने पुलिस परिवार को राखियां बांधी और आशीर्वाद दिया, वहीं पुलिस परिवार ने भी इनको मिठाई व कई सामान दिए।
आज सभी जगह भाई बहन का त्यौहार रक्षाबंधन बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा रही हैं, वहीं एक संस्था है वृद्धा आश्रम, जहां कुल 14 महिलाएं रहती हैं। जिन महिलाओं को उनके परिवार वालों ने अपने घर से दूर वृद्धा आश्रम छोड़ दिया जहां ये महिलाएं अपना समय गुजार रही हैं, मगर कोई भी त्यौहार आता है, इन महिलाओं को ये उम्मीद होती है कि उनसे मिलने कोई परिवार वाला आएगा, लेकिन जब कोई नहीं आता है तो यह मायूस रहती हैं, पर जगदलपुर बस्तर पुलिस हमेशा ही कोई भी त्योहार हो, इनसे मिलने जरूर पहुंच जाती है।
आज रक्षाबंधन के त्यौहार पर धरमपुरा स्थित वृद्धा आश्रम में बस्तर पुलिस पहुंचीं। इन महिलाओं से खूब सारी बात सुनी, समस्याएं सुनीं। महिलाओं ने पुलिस परिवार को राखियां बांधी और आशीर्वाद दिया, वहीं पुलिस परिवार ने भी इन महिलाओं के लिए मिठाई कई सामान दिए। पुलिस परिवार को इन महिलाओं ने अपने साथ पाया, उनके चेहरे खुशी से खिल उठे, साथ ही अनाथ आश्रम पहुंचकर बस्तर पुलिस ने अनाथ बच्चों के साथ रक्षाबंधन की बधाइयां दी, साथ ही मिठाई खिलाई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 अगस्त। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के मुख्य संयोजक व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे जगदलपुर शहर अध्यक्ष नवनीत चाँद के नेतृत्व में एवं मुक्तिमोर्चा के जिला उपाध्यक्ष नीलाम्बर सेठिया, करपावण्ड मंडल अध्यक्ष गौतम नाग की अध्यक्षता में करपावण्ड मंडल की बैठक आयोजित की गई।
नवनीत चाँद ने कहा कि खाद की किल्लत, कालाबाजारी, बीज की कमी, फसल बीमा में विलंब, इंद्रावती विकास प्राधिकरण के गठन पर विलंब, सिंचाई परियोजना न बनना, 40 प्रतिशत किसानों द्वारा मक्का की खेती के बावजूद भी मक्का प्रोसिंग प्लांट, फूड प्रोसिंग प्लांट न लगना दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों की राज्य सरकारों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की क्षेत्र के प्रति उदासीनता व अन्याय का परिचायक है। जिसकी जितनी निंदा की जाए, वो कम है। नवनीत चाँद ने आगे कहा -विडंबना है कि शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में विस्तार व वास्तविक मॉनिटरिंग न होना, क्षेत्र की जनता के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। शिक्षक विहीन स्कूल, असुविधाओं से भरे स्वास्थ्य व्यवस्था, लंबे वक्त से रिक्त पड़े पद, जरूरी उपकरणों की कमी, विशेषज्ञों की कमी पर विभागीय अधिकारियों की उदासीनता तो वहीं इंद्रावती नदी के करीब बसे ब्लाक में एक भी सिंचाई परियोजनाओं का न होना जनप्रतिनिधियों की इच्छा शक्ति की कमी को दर्शाता है।
आगे कहा कि पंचायत स्तर पर जारी निधि के स्वीकृत कार्यों पर पंचायत प्रतिनिधियों पर दबाव बनाकर बाहरी ठेकेदारों को कार्य देकर ग्राम पंचायत के स्थानीय बेरोजगारों के अधिकारों पर अतिक्रमण किया जा रहा है। वहीं मनरेगा मजदूरी का लंबे समय से भुगतान न होना, पंचायत स्तर पर जनता की आवश्कताओं से जुड़े कार्यों को स्वीकृति मिलने में विलंब, वन व शासकीय जमीनों में भूमाफियों द्वारा अतिक्रमण का अवैध खेल राजनीतिक संरक्षण में चल रहा है। बकावण्ड ब्लाक व करपावण्ड क्षेत्र की जनता राज्य सरकार व स्थानीय जनप्रतिनिधियों व विभागीय जिम्मेदारों के अन्याय के खिलाफ अपने अधिकारों व वास्तविक विकास के लिए आंदोलन के लिए तैयार है। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा ब्लाक में संगठन विस्तार को बढ़ाकर, क्षेत्र के प्रत्येक व्यक्ति के अधिकारों व विकास एवं कर्तव्य हेतु जनजागरण अभियान चला बस्तर हित भावना जगाएगा।
इस दौरान मुक्तिमोर्चा के बस्तर ग्रामीण जिला अध्यक्ष भरत कश्यप, नगरनार मंडल अध्यक्ष अजय बघेल, जिला उपाध्यक्ष नीलाम्बर सेठिया, बकावण्ड मंडल अध्यक्ष नीलाम्बर भद्रे, करपावण्ड मंडल अध्यक्ष गौतम नाग, जगदलपुर शहर महामंत्री परमानंद नाग, ओम मरकाम व बकावण्ड, करपावण्ड मंडल के पाधिकारी व कार्यकता उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 अगस्त। कांगेर घाटी के गोद में बसा धुरवा बाहुल्य गांव कोलेंग में अब तेजी से बदलाव दिख रहा है। यहां पहली बार महिलाएं सब्जियों की व्यावसायिक खेती कर रही हैं। संभागीय मुख्यालय से लगभग 45 किलोमीटर दूर यह क्षेत्र कांगेर घाटी के बीचोंबीच पहाड़ और वनों से पूरी तरह घिरा हुआ है और आमतौर पर जगदलपुर और नानगुर के व्यापारियों से साप्ताहिक हाट-बाजार में सब्जियों की खरीददारी करने वाली महिलाओं के इस कदम से ग्रामीणों में भी खुशी है। इस गांव में किराना के साथ अब कपड़ा और मनिहारी की दुकान भी खुल चुकी है। व्यावसायिक खेती के साथ ही कपड़ा और मनिहारी का व्यवसाय करने वाली यह सभी महिलाएं स्वसहायता समूहों से जुड़ी हुई हैं।
मासिक बैठक में अपनी आय व्यय का ब्यौरा देते समय सीतामाता स्वसहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती सुखमती नाग ने बताया कि वे इस क्षेत्र की महिला संगठन की भी अध्यक्ष हैं। उन्होंने इस क्षेत्र में आ रहे बदलाव के संबंध में चर्चा करने पर बताया कि कांगेर घाटी के गोद में बसे इस गांव में भी विकास की किरण पहुंच रही है। शासन ने इस क्षेत्र को सडक़ से जोडऩे का कार्य किया है, जिससे यहां आवागमन आसान हो गया है। वहीं कोलेंग क्षेत्र में बिजली के आने से भी लोगों में खुशी है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के लोगों का जीवन बहुत ही कठिन था और महिलाओ के पास अपनी खेती-बाड़ी में खरीफ सीजन में काम करने और वनोपज संग्रहण के अलावा जीवन-यापन का कोई अच्छा सहारा नहीं था। उन्होंने बताया कि वे 2014 में पहली बार महिला स्व सहायता समूह से जुड़ी, जब नक्सलियों के हाथों मारे गए क्षेत्र के जनप्रतिनिधि स्व. श्री पाण्डूराम ने स्वयं अपनी ट्रैक्टर में महिलाओं को बिठाकर जगदलपुर ले गए और वहां महिला स्वसहायता समूह के तौर पर पंजीयन करवाया। फिर लाल ईंट के निर्माण से उनके स्वसहायता समूह की व्यावसायिक शुरुआत हुई। यहां वन विभाग के साथ ही निर्माणाधीन सामुदायिक भवन, सुरक्षा कैंप और सल्फीपदर में बन रहे आंगनबाड़ी भवन में स्वसहायता समूह द्वारा बनाई गई ईंटों का उपयोग किया गया। अब इस समूह की महिलाएं समूह से ऋण ले रही हैं और शासन-प्रशासन के सहयोग से सब्जियों का उत्पादन कर रही हैं। इसके साथ ही वे स्वयं यहां कपड़ा दुकान का संचालन कर रही हैं। इसी समूह की लच्छनदई किराना दुकान और तुलसा आलू-प्याज का व्यवसाय कर रही हैं। इसी समूह में एक और लच्छनदई हैं, जो फैंसी सामान का व्यवसाय कर रही हैं। यहां सब्जी उत्पादक समूह के लिए शासन द्वारा एक वाहन की व्यवस्था भी की गई है, जो सब्जी की तुड़ाई के बाद उन्हें दरभा तक सब्जियों के परिवहन में सहायता उपलब्ध करा रही है।
उन्होंने बताया कि कोलेंग में अब कियोस्क के माध्यम से बैंकिंग की सुविधा भी मिल रही है।
जगदलपुर, 21 अगस्त। कोड़ेनार थाना क्षेत्र के बड़ेकिलेपाल से नाबालिगको परपा पुलिस ने बरामद किया, वहीं आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया। आरोपी ने नाबालिक को शादी का झांसा देकर रेप किया, जिसके बाद आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एसडीओपी केशलूर ऐश्वर्य चंद्राकर ने बताया कि प्रार्थी ने बताया कि 27 मार्च की दोपहर 2 बजे नाबालिग लडक़ी घर में बिना बताये कहीं चली गई है। आसपास रिश्ते परिवार में पता किया कहीं पता नहीं चला, नाबालिग लडक़ी को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बहला फुसलाकर भगा ले गया है, की रिपोर्ट पर थाना परपा में धारा 363 कायम कर जांच में लिया गया। जिसके बाद थाना प्रभारी परपा निरीक्षक बुधराम नाग ने एक टीम गठित कर नाबालिग का पता तलाश अलग-अलग स्थानों में किया जा रहा था।
इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि नाबालिग ग्राम बड़ेकिलेपाल थाना कोड़ेनार में होने की सूचना मिलने पर महिला प्रआर छुबी ठाकुर प्रआर केतन कश्यप, आर महेन्द्र कोमरे की टीम गठित कर रवाना किया गया। बड़ेकिलेपाल में पता तलाश करने पर अपहता नाबालिक को आरोपी पाउल कश्यप (32 वर्ष) परपा के कब्जे से बरामद किया गया।
नाबालिग से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा 27 मार्च को शादी का प्रलोभन देकर बहला फूसलाकर भगा ले जाकर अपने घर पर रखकर जबरन बलात्कार करना बताया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय में पेश किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 अगस्त। संसदीय सचिव रेखचंद जैन आज शहर के गंगामुण्डा तालाब के ऊपर नवनिर्मित भगवान विश्वकर्मा के मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए एवं भगवान विश्वकर्मा से क्षेत्र के सुख-समृद्धि की कामना कर कहा कि निर्माण के देवता भगवान विश्वकर्मा से प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा आरंभ की गई गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ एवं गढ़बो नवा जगदलपुर के सफलता की कामना करता हूं।
उन्होंने उपस्थित विश्वकर्मा समाज के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज ने हमेशा जगदलपुर के नवनिर्माण में अपना योगदान दिया है एवं आगे भी समाज के द्वारा सक्रिय रूप से जगदलपुर के नवनिर्माण में सहयोग दिया जाएगा उन्होंने अपने ओर से समाज को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर वरिष्ठ पार्षद राजेश राय कांग्रेस नेता सुरेन्द्र झा इंटक जिलाध्यक्ष नितिश शर्मा सहित समाज के वरिष्ठ सदस्य धरमचंद शर्मा, जीपी शर्मा , बंशीलाल विश्वकर्मा सहित समाज के अध्यक्ष डायमंड शर्मा, उपाध्यक्ष सुदर्शन विश्वकर्मा, सचिव अजय शर्मा, महामंत्री रंजीत शर्मा, कार्यकारिणी महामंत्री गुलाब विश्वकर्मा,कमलेश शर्मा, बटोही शर्मा, जिलाध्यक्ष रामप्रवेश शर्मा, मीडिया प्रभारी महेन्द्र विश्वकर्मा, कोषाध्यक्ष आनंद शर्मा, संरक्षक रमेश विश्वकर्मा, बंशीलाल विश्वकर्मा, सदस्य सुनील विश्वकर्मा संरक्षक रामगोविन्द विश्वकर्मा, सदस्य विजय विश्वकर्मा,सुरेश विश्वकर्मा, चिरंजीव विश्वकर्मा, विधि सलाहकार संजय विश्वकर्मा, आनंद विश्वकर्मा सहित समाज के सदस्य उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 अगस्त। कोतवाली थाना क्षेत्र के कुम्हारपारा से 3 माह पहले हुये ऑटो चोरी के मामले में बस्तर पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने बताया कि 25 मई को कुम्हारपारा से ऑटो क्रमांक-सीजी17 केएस 7562 को चोरों द्वारा चोरी कर ले जाया गया है। प्रार्थिया कंचन विश्वकर्मा की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 379 का अपराध दर्ज कर जांच में लिया गया। तलाशी दौरान जानकारी मिली कि उक्त ऑटो कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के कब्जे में धनपुंजी क्षेत्र में देखा गया है। सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जीतेन्द्र सिंह मीणा एवं अति. पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी एमन साहू के नेतृत्व में पुलिस की टीम तैयार कर कार्रवाई के लिए रवाना किया गया था।
उक्त टीम के द्वारा धनपुंजी में 3 संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर घेराबंदी कर पकड़ा गया, जिनसे पूछताछ करने पर अपना नाम मलिक हनतल, हेमंत जयपुरिया, महेश कुलदीप निवासी सिमीलीगुड़ा कोरापुट का होना बताये, जिनके कब्जे से चोरी की ऑटो क्रमांक-सीजी 17 केएस 7562 कीमती 95,000/-रूपये को बरामद किया गया।
पूछताछ पर तीनों ने उक्त ऑटो को चोरी करना स्वीकार किया एवं पुन: अपराध की नीयत से छत्तीसगढ़ और ओडिशा के सीमा पर आना बताया। उक्त ऑटो को जब्त कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जगदलपुर, 21 अगस्त। बस्तर अंचल में रेल सुविधाओं के विस्तार के लिये पूर्व सांसद दिनेश कश्यप के नेतृत्व में बस्तर के भाजपा नेताओं के प्रतिनिधि मंडल ने आज केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से ओडिशा के कोरापुट में मुलाकात की व उन्हें इस विषय में ज्ञापन भी सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप,पूर्व विधायक डॉ.सुभाऊ कश्यप, संतोष बाफना, बैदूराम कश्यप, लच्छूराम कश्यप शामिल थे।
बस्तर के भाजपा नेताओं ने केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से विस्तार से बस्तर में रेल सुविधायें बढ़ाने चर्चा की। केन्द्रीय रेल मंत्री को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि समूचा बस्तर संभाग केन्द्र सरकार के आकांक्षी क्षेत्र में आता है। आदिवासी बाहुल्य बस्तर में रेल सुविधाओं के विस्तार के लिये केन्द्र सरकार द्वारा कई परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। बस्तर अंचंल देश के केरल व अन्य राज्यों से क्षेत्रफल की दृष्टि से अधिक है। इस दृष्टि से यहाँ अभी रेल सुविधाओं के विस्तार में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। जिसमें जगदलपुर रावघाट रेल परियैजना का कार्य लगभग बंद की अवस्था में है।140 किमी लंबी इस रेललाईन के निर्माण को गति देने आवश्यकता है।
जिसकी वर्तमान स्थिति की समीक्षा कर शीघ्र निर्माण आरंभ किया जाये। बस्तर से चलने वाली तीन यात्री ट्रेनें अभी भी कोरान काल की पहली लहर की दौर से बंद है। विशाखापटनम किरंदुल नाईट एक्सप्रेस,हावडा़ जगदलपुर समलेश्वरी एक्सप्रेस व दुर्ग जगदलपुर एक्सप्रेस को अविलंब शुरू किया जाये। बस्तर संभाग में सात जिले है। विगत 10 वर्षो में आदिवासी बाहुल्य वाले बस्तर संभाग के लिये कई नई रेल लाईनें समय समय पर प्रस्तावित की गयी हैं। जिनमें मलखानगिरी सुकमा दंतेवाडा़ रेल लाईन, किरंदुल मनगुरू रेल लाईन,किरंदुर बीजापुर भोपालपटनम सूरजपुर रेल लाईन, धमतरी कांकेर कोण्डागाँव रेल लाईन, कोण्डागाँव अमरावती नगरी दुगली धमतरी रेल लाईन व जगदलपुर सुकमा कोंटा भद्राचलम रेल लाईन शामिल हैं। इन सभी प्रस्तावित रेललाईनों का सर्वेक्षण कर परियोजनाओं को शीघ्र कार्यरूप देने पहल हो। बस्तरवासियों की जन भावनाओं का ध्यान रखते हुए किरंदुल विशाखापटनम एक्सप्रेस का नामकरण बस्तर की आराध्य देवी माँ दंतेश्वरी के नाम पर किया जाये। इसी तरह किरंदुल विशाखापटनम पैसेजर ट्रेन का इंद्रावती व दुर्ग जगदलपुर एक्सप्रेस का नाम दण्डकारण्य एक्सप्रेस किया जाना उचित व जनभावनाओं का सम्मान होगा।
ज्ञापन में हीराखण्ड एक्सप्रेस व समलेश्वरी एक्सप्रेस को किरंदल तक बढाऩे और जगदलपुर, दंतेवाडा़, किरंदुल रेल्वे स्टेशनों का विस्तार करने माँग की गयी है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने बताया कि केन्द्रीय रेल मंत्री श्री वैष्णव से बस्तर में रेल सुविधायें बढ़ाने विस्तारपूर्वक चर्चा हुई है। उन्होंने जन आंकाक्षाओं के अनुरूप शीघ्र बस्तर में रेल सुविधाओं को गति देने आश्वस्त किया है।
डॉक्टरों ने दी युवक को नई जिंदगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 21 अगस्त। मेकाज के चिकित्सकों ने एक बार फिर से मानसिक रूप से बीमार युवक को नई जिंदगी दी है। बीती रात कुआकोंडा निवासी युवक ने ब्लेड से अपने पेट को काट लिया, जिससे अंतडिय़ा बाहर आ गई, जिसके बाद परिजनों ने उसे कुआकोंडा के साथ ही दंतेवाड़ा ले गए, वहां से मरीज को मेकाज रेफर किया गया, जहाँ सर्जरी के चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर उसको नई जिंदगी दी।
परिजनों ने बताया कि कुआकोंडा के कनकीपारो निवासी मूंगा सोरी (43 वर्ष) खेती किसानी का काम करता है। उसके 5 बच्चे भी हंै, 3 दिनों से उसका मानसिक संतुलन सही नहीं चल रहा था। बीती रात युवक ने अपने घर के अंदर ही पेट को ब्लेड से काट लिया, जिसके बाद खून बहने लगा, अचानक रात को जब युवक की पत्नी हूंगी अंदर गई तो उसने पति को लहूलुहान देखकर बच्चों को आवाज लगाई, जिसके बाद 108 वाहन की मदद से उसे कुआकोंडा के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उसे दंतेवाड़ा रेफर किया गया, दंतेवाड़ा में भी कुछ देर रखने के बाद मरीज को मेकाज रेफर कर दिया। मरीज करीब 13 घंटे के बाद मेकाज पहुँचा, जहाँ मरीज की हालत को देखने के बाद चिकित्सकों ने उसका तत्काल ऑपरेशन करने की बात कही।
सर्जरी विभाग के डॉ. राजेन्द्र सिंह पैकरा व डॉ. राकेश साहू के साथ ही एनेथिसिया जी एस काशी के साथ ही स्टाफ नसों ने करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसका सफल ऑपरेशन किया। डॉ राजेन्द्र पैकरा ने बताया कि अंतडिय़ा सडऩे की कगार पर आ गई थी, साथ ही अगर कुछ देर और लेट होता तो उसकी जान भी जा सकती थी। चिकित्सकों का कहना है कि यही इलाज बाहर में करीब 2 लाख रुपये के लगभग की है, जबकि मेकाज में इसका पूरा खर्च निशुल्क किया गया।
मेकाज के एनआईसीयू स्टाफ पर लगा लापरवाही का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 20 अगस्त । मेडिकल कॉलेज डिमरापाल एनआईसीयू में भर्ती एक नवजात की मौत 2 दिन पहले हो गई, नवजात की माँ जहां अस्पताल में अपना उपचार करा रही है, वही चिकित्सको ने बिना जानकारी जाने ही मेकाज चौकी को एक पत्र जारी कर दिया कि नवजात के परिजन भाग गए, पुलिस ने जब पूरी जानकारी पता किया तो पता चला कि नवजात के परिजन तो अस्पताल में ही है, ऐसे में एक पिता को बिना जानकारी दिए ही स्टाफ ने परिजनों के भाग जाने की सूचना पुलिस को दे दिया। परिजन ने मेकाज के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
मामले के बारे में जानकारी देते हुए मेकाज चौकी स्टाफ ने बताया कि 14 अगस्त की रात को कोंडागांव जिला के हाडीगाँव मे रहने वाले मंगल मरकाम ने अपनी पत्नी सुमनतीं मरकाम को प्रेग्नेंसी के दौरान भर्ती किया गया था, जिसके बाद उसने एक बालिका को जन्म दिया, जन्म के बाद नवजात की हालत ठीक नही होने के कारण उसे एनआईसीयू में भर्ती कर दिया गया, जहाँ 6 दिन के बाद नवजात ने दम तोड़ दिया, एनआईसीयू के चिकित्सकों ने बिना देरी किये पुलिस को एक पत्र भेज दिया, जिसमे इस बाद का उल्लेख किया गया कि नवजात की मौत के बाद परिजन फरार हो गए, पुलिस ने परिजनो की तलाश शुरू किया।
पुलिस ने इस मामले में हाडीगाव के सरपंच तिलक नेताम से इस बारे में चर्चा किया तो उसने बताया कि नवजात के परिजन अभी भी मेकाज में ही अपना उपचार करा रहे है, पुलिस ने जब चतुर्थ कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अशोक बघेल को मामले के बारे में जानकारी दी, अध्यक्ष ने जब वार्ड में पता किया तब जानकारी मिली कि नवजात की माँ का तो उपचार चल रहा है, नवजात के पिता मंगल ने बताया कि पत्नी चौथा मंजिल के मेडिसिन वार्ड में भर्ती है और रोजाना नवजात के हाल चाल को जानने के लिए जा रहा था, आज सुबह भी वार्ड गया था, जहाँ स्टाफ ने यहां आना वर्जित बताया, जिसके बाद दवाई व हगिस छोडक़र 8 बजे नीचे गया तो गाँव के सरपंच ने पुलिस से मिलने की बात कही, जब पुलिस से बात हुई तो उसने इस बात की जानकारी दी कि बच्चे की मौत हो गई है।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि बच्चे की मौत होने के बाद भी वहां के स्टाफ ने बताया कि आज सुबह ही उसका डाइपर बदला गया है, जबकि बच्चे का शव मरचुरी में रखवा दिया गया है, इस मामले में सबसे चौकाने वाली बात तो यह भी है कि नवजात की मौत की सूचना स्टाफ की जगह पुलिस ने दिया कि 2 दिन पहले ही बच्चे की मौत हो गई है। नवजात के पिता ने इस मामले में परपा थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराते हुए आवेदन दिया गया है।
इस मामले में अधीक्षक डॉक्टर के एल आजाद का कहना था कि शिशु रोग चिकित्सक से बात हुई है, जिसमे इस बात की जानकारी मिली है कि बच्चे के परिवार से कोई भी नही आता था, जबकि गायनिक विभाग के चिकित्सकों ने बच्चे की माँ को मेडिसिन विभाग में शिफ्ट कर दिया था, परिवार का कोई भी सदस्य नही होने के कारण पुलिस को सूचना दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर , 20 अगस्त। नगर सैनिक के पद में पदस्थ महिला ने शुक्रवार की सुबह रायपुर के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई, घटना की जानकारी लगते ही परिवार के साथ ही ऑफिस में भी दुख की लहर छा गई।
महिला सैनिक निर्मला दयाल के संबंध में उनके देवर सलीम हक्कू ने बताया कि 26 जुलाई को महारानी अस्पताल में ड्यूटी करने के दौरान अचानक बिहोश होकर गिर पड़ी, जिसके बाद उन्हें वहां पर भर्ती किया गया, जहाँ चिकित्सको ने दिमाग ब्लॉक होने की बात कही गई, जिसके बाद उपचार के बाद 31 जुलाई को स्वास्थ्य में हल्का सा सुधार होने पर परिजन उन्हें घर ले आये, उसके बाद बेहतर उपचार के लिए उन्हें वापस शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, कुछ दिन के बाद उन्हें मेकाज ले जाया गया, जहाँ उन्हें पैरालिसिस होने की जानकारी मिली, जहाँ 4 अगस्त को दुबारा निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, उपचार के दौरान स्वास्थ्य में सुधार ना होने के कारण उन्हें 7 अगस्त को रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहाँ आज सुबह उनका निधन हो गया, 3 बहनों में दूसरे नंबर की निर्मला के 4 बेटी है, जो शहर के निजी स्कूल में पढ़ाई कर रहे है, पूरे परिवार की जिम्मेदारी निर्मला के ऊपर ही थी, नगर सैनिक के पद में पदस्थ हुई निर्मला कुछ महीनों तक यातायात विभाग में भी अपनी सेवा दी, निर्मला की मौत की खबर शहर में आते ही विभाग में दुख की लहर छा गई, कई स्टाफ ने उनकी मौत की खबर मिलते ही फोन में स्टेटस डालकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्राथनाएं भी की।
जगदलपुर, 20 अगस्त। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के जगदलपुर शहर अध्यक्ष व बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के मुख्य सयोंजक नवनीत चांद के नेतृव व नगरनार मंडल अध्यक्ष अजय बघेल की अध्यक्षता में, नगरनार मंडल के पाधिकारियो व कार्यकर्ताओं की बैठक ग्राम कस्तूरी में सम्पन्न हुई।
उक्त बैठक को सम्बोधित करते हुए नवनीत चांद ने कहा की। इस मंडल में 32 ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है। जहां सरकार व क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की वादा खिलाफी के चलते समस्याओं का अंबार है। पंचायतों के अधिकार निधि के स्वीकृत कार्यों को गांव के बहार के लोगों को जबरदस्ती पंचयात प्रतिनिधियों पर दबाव बना ठेके दिलवाए जा रहे है। जो ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों व ग्राम वाशियो के अधिकारों का हनन है। बस्तर विकास निधि व राज्य व केंद्र की जनकल्याण योजनाओ की निधियों पर कार्य की स्वकृति को विभागीय आला अधिकारियों द्वारा लटकाया जाता है। जिस से क्षेत्र की जनता के आवश्कता अनुसार विकास कार्य नही हो पा रहा है।
पंचायतों में छोटे छोटे कार्य समय पर नही किये जाने से जनता परेशान है। वही बस्तर के विकास के मिल के पत्थर के रूप में पहचाने जाने वाले एक मात्र नगरनार इस्पात सयंत्र के निजीकरण का विरोध सम्पूर्ण बस्तर की जनता ,एक स्वर में कर रही है। पर विडंबना यह है। बस्तर की भावनाओं से दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियां खेल रही है।
केंद्र की भाजपा सरकार निजीकरण को ही अपने विकास का एजेंडा बता रही है। तो राज्य में कांग्रेस की सरकार द्वारा सयंत्र के निजीकरण के विरोध का मुखोटा पहन, पीछे के दरवाजे से एनएमडीसी के सयंत्र के निजीकरण के मंसूबे को जानते हुए भी, 16 सौ करोड़ के अर्थदंड के बाद भी बैलाडिला की 4 खदानों का लीज 2035 तक स्वीकति दे ,अपनी कथनी व करनी का अंतर दिखा दिया है।
दोनों ही पार्टियों के द्वारा बस्तर के साथ किये जा रहे छल को देखकर भी बस्तर व स्थानीय क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता भरी खामोशी, बस्तर की जनता के सामने के एक बड़े प्रश्न खड़ा कर रही है। सयंत्र प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के साथ दोनों पार्टियो का षड्यंत्र बस्तर बर्दास्त नहीं करेगा, ग्राम पंचायतो की समस्याओं, अधिकार व सयंत्र के निजीकरण पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से सवाल कर स्पष्ठ जवाब हेतु आंदोलन का आगाज आने वाले दिनों में किया जाएगा व संघटन को विस्तारित कर जन-जन तक दोनों ही सरकारों की वादा खिलाफी का प्रचार कर जनजागरण फैलाया जाएगा।
इस दौरान बस्तर जिला ग्रामीण अध्यक्ष भरत कश्यप, उपाध्यक्ष शिमंचल ठाकुर, उपाध्यक्ष नीलांबर सेठिया, शहर महामंत्री ओम मरकाम, नगरनार मंडल अध्यक्ष अजय बघेल, सचिव तुलसी सेठिया व नगरनार मंडल के पाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
जगदलपुर, 20 अगस्त। नगरनार मिडिल स्कूल स्थित फुटबॉल ग्राउंड में सांसद दीपक बैज व वरिष्ठ कांग्रेसी मलकित सिंह गैदु चैम्पियंस ट्राफी 2021 ग्रामीण स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता के फाइनल मैच में आज नगरनार पहुचे मैच की सुरुआत राष्ट्रगान से हुई साथ ही साँसद दीपक बैज के द्वारा एक एक खिलाडिय़ों से परिचय लिया गया और सिक्का उछाल कर व फुटबॉल को किक मार कर विधिवत मैच का शुभारंभ किया साथ ही साँसद प्रतिनिधि नगरनार ब्लाक धनुरजय दास ने अतिथियों का स्वागत माला व शाल पहनाकर किया। इस दौरान साँसद प्रतिनिधि नगरनार ब्लाक धनुरजय दास, प्रभुलाल बघेल, जितेंद्र नाथ, दिगंबर सेठिया,राजू पटेल,कमलसाय बघेल,सम्भुनाथ,पल्लव यादव,अनुराग महतो एवँ समस्त प्रतिभागी व दर्शकगण उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 20 अगस्त। आज भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, प्रदेश मिडिया प्रभारी दीपक म्हस्के एवं बस्तर जिला अध्यक्ष रूपसिंह मंडावी की सहमती से बस्तर जिला आईटी सेल संयोजल आशुतोष आचार्य एवं सोशल मिडिया जिला संयोजक तेजपाल शर्मा द्वारा बस्तर जिले के नव नियुक्त आईटी सेल व सोशल मिडिया विभाग भाजपा के कार्यकारिणी एवं मंडल संयोजकों की घोषणा की गई.
इस दौरान जिला कार्यकारिणी आईटी सेल में चुम्मन पाण्डेय को सह संयोजक, सुप्रियो मुखर्जी को ऑडियो-विडियो कांफ्रेस प्रमुख, प्रदीप पाढ़ी को ऑडियो-विडियो कांफ्रेस सहप्रमुख, मनीष पवार को डाटा मैनेजमेंट प्रमुख, महेश कश्यप को डाटा मैनजमेंट सहप्रमुख, सोमप्रकाश जोशी को संवाद प्रमुख, कशिश तिवारी को संवाद सहप्रमुख, राजेश पाण्डेय को कार्यालय प्रभारी एवं गौरीशंकर को कार्यकारिणी सदस्य नियुक्त किया गया. इसके साथ ही सोशल मिडिया विभाग में सचिन झा को ट्विटर टोली प्रमुख, अभिषेक जिन्हा को ट्विटर टोली सहप्रमुख, अनिमेष मिश्रा को फेसबुक-इन्स्टाग्राम टोली प्रमुख, मिहन चौरसिया को फेसबुक-इन्स्टाग्राम टोली सहप्रमुख, अर्जुन काबरा को व्हाट्सअप टेलीग्राम प्रमुख, धुनिलाल देवांगन को व्हाट्सअप टेलीग्राम सहप्रमुख, शेख सिराजुद्दीन को व्हाट्सअप टेलीग्राम सहप्रमुख, नवीन बर्मन को कंटेंट मेकिंग संकलन प्रमुख नियुक्त किया गया है.
इसके साथ ही कार्यकारिणी के अलावा मंडल में आईटी सेल में दिव्यांश सिंघल को जगदलपुर, चंदन झा को बस्तर, डमरू कश्यप को बकावंड, तरुण पाण्डेय को करपावंड, मुकेश दीवान को भानपुरी, महादेव कवासी को दरभा, थैलेश पाणिग्रही को तोकापाल, भूपेन्द्र ठाकुर को बास्तानार, पप्पू चालकी को नगरनार एवं अम्र गुप्ता को नानगुर मंडल का प्रभार दिया गया है वहीं सोशल मिडिया विभाग में प्रकाश झा को जगदलपुर, सत्यम झा को बस्तर, नरेंद्र सेठिया बकावंड, सुंदर सेठिया करपावंड, भूपेन्द्र दीवान को भानपुरी, सुरेश सिंह को दरभा, त्रिकांत पाणिग्रही को तोकापाल, राजू बैग को बास्तानार, गणेश नागवंशी को नगरनार एवं डमरू भारती को नानगुर मंडल सोशल मिडिया का प्रभारी नियुक्त किया है.
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, प्रदेश मिडिया प्रभारी दीपक म्हस्के एवं बस्तर जिला अध्यक्ष रूपसिंह मंडावी की सहमती से बस्तर जिला आईटी सेल संयोजल आशुतोष आचार्य एवं सोशल मिडिया जिला संयोजक तेजपाल शर्मा ने सभी नवनियुक्त आईटी सेल व सोशल मिडिया विभाग भाजपा के कार्यकारिणी एवं मंडल संयोजकों को बधाई देते हुए उन्हें सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दी. नियुक्ति से सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता में कार्यकारिणी व मंडल की घोषणा के बाद चारो ओर खुशी का माहौल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 19 अगस्त। पुलिस लाइन में रहने वाली इंजीनियरिंग छात्रा ने मानसिक बीमारी से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद परिजन उसे महारानी अस्पताल ले गए, जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया।
कोतवाली थाना में पदस्थ एएसआई सुजाता डोरा ने बताया कि मृतका भुवनेश्वर (ओडिशा) में रखकर बीटेक की पढ़ाई कर रही थी। वह 5 भाई, बहनों में दूसरे नंबर की थी। परिवार के लोगों ने बताया कि विगत 6 माह से मानसिक हालत ठीक न होने के चलते उसका उपचार चल रहा था, बीती रात को घर के कमरे में अपनी चुन्नी को ही फंदा बनाकर झूल गई। रात को जब उसकी बुआ किसी काम से गई तो उसे लटकते हुए देखकर परिजनों को आवाज लगाई, जब पीडि़ता को महारानी अस्पताल ले गए, तब तक उसकी सांस चल रही थी, लेकिन कुछ देर के बाद उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि मृतका की माँ जेल विभाग में कार्यरत है। मृतका के पास से कोई भी सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जगदलपुर, 19 अगस्त। आजादी के 74 वर्ष पूरे होने के साथ ही 75वें वर्ष में प्रवेश के अवसर पर छत्तीसगढ़ ग्रामीण सडक़ विकास अभिकरण ने भानपुरी में भारत की आजादी का अमृत महोत्सव मनाया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे स्थानीय विधायक एवं छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप ने कहा कि वर्ष 2000 में प्रारंभ हुई इस योजना ने पहले गांवों को शहरों से जोडऩे का कार्य किया और उसके बाद गांवों को गांवों से जोडऩे का कार्य किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों को पक्की सडक़ों से जोडऩे के कारण आए हुए बदलाव को आसानी से अनुभव किया जा सकता है। गांव-गांव में सडक़ों के निर्माण के कारण शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण जैसी योजनाओं को पहुंचाने के साथ ही उन पर बेहतर ढंग से निगरानी भी हो रही है। इसके साथ ही इन सडक़ों के निर्माण के कारण यहां के कृषि और वन उत्पादों को बेहतर दाम पर खरीदने वाले व्यापारी भी पहुंच रहे हैं, जिससे ग्रामीणों की समृद्धि बढ़ रही है। उन्होंने गांवों को पक्की सडक़ से जोडऩे के लिए विभाग के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि ये सडक़ें मजबूत बनें, इसके लिए इसकी निरंतर निगरानी हो। इससे ग्रामीणों को इन सडक़ों का बेहतर लाभ मिल सकेगा।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के कार्यपालन अभियंता पी मोहनराव सोनी ने इस अवसर पर विभाग के गतिविधयों की जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2000 में प्रारंभ हुई इस योजना के माध्यम से जिले में अब तक 2387.17 किलोमीटर सडक़ निर्माण की स्वीकृति प्रदान हो चुकी है, जिसमें अब तक 2179.15 किलोमीटर सडक़ के निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि जब यह योजना प्रारंभ हुई थी, तब 1 हजार की आबादी वाले गांवों को जोड़ा गया था, इसके बाद 500 की आबादी और फिर ढाई सौ की आबादी वाले गांवों को भी पक्की सडक़ों से जोड़ा गया। 100 लोगों की आबादी वाले नक्सल प्रभावित गांवों को भी इस योजना के तहत अब पक्की सडक़ों से जोड़ा जा रहा है। सडक़ों के निर्माण की गुणवत्ता पर निगरानी और बेहतर सडक़ों के निर्माण हेतु शोध के लिए भिरलिंगा में कार्यालय की स्थापना भी की गई है। अब हरित मार्ग, सोलीफिल्ड, कोल्ड मिक्स, रोलर कॉम्पेक्टेड, पेवर ब्लॉक्स, सीमेंट कांक्रीट सडक़ों का निर्माण भी किया जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण के लिए सडक़ों के किनारे पौधरोपण का कार्य भी किया जा रहा है।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप, उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती टीकेश्वरी मंडावी, सरपंच संतोष बघेल, प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के अधीक्षण अभियंता आरके शास्त्री सहित जनप्रतिनिधि, विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 19 अगस्त। संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय के नए वेबसाईट का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि वेबसाइट विश्वविद्यालय का आईना होता है। बस्तर जैसे सूदूरवर्ती अंचल में इस विश्वविद्यालय का कार्यक्षेत्र कोंटा और भोपालपटनम से चारामा तक फैला हुआ है और इस विश्वविद्यालय के नए वेबसाईट से छात्रों सहित आमजन को भी विश्वविद्यालय के संबंध में जानकारी प्राप्त करने में आसानी होगी। वर्तमान कोरोनावायरस संक्रमण काल में जहां शिक्षा सहित अन्य सभी अकादमिक गतिविधियां आनलाइन हो गई है इन परिस्थितियों में यह वेबसाइट छात्र हित में महत्वपूर्ण साबित होगी मैं विश्वविद्यालय तथा छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ. शैलेन्द्र सिंह ने विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन का स्वागत करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा के लिए संवेदनशील विधायक के प्रयासों से हमारे विश्वविद्यालय को नये नये कोर्स की सौगात मिल रही है जिससे की इस दूरस्थ आदिवासी अंचल के छात्रों को रोजगारपरक शिक्षा प्राप्त हो सकेगी।
उन्होंने विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन से और भी नये कोर्स आरंभ करने की मांग की।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो वी के पाठक ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विधायक का मार्गदर्शन एवं सहयोग हमारे शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय को लगातार प्राप्त होता रहा है और उनके प्रयासों से ही बहुत जल्द विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल का भी शुभारंभ होने जा रहा है आज उन्होंने जो वेबसाइट का लोकार्पण किया है इससे इस क्षेत्र के छात्र छात्राओं सहित आम लोगों को भी विश्वविद्यालय के संबंध में जानकारी प्राप्त करने में आसानी होगी।
इस अवसर पर संसदीय सचिव रेखचंद जैन के साथ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. शैलेन्द्र सिंह कुलसचिव प्रो. विनय कुमार पाठक सहायक कुलसचिव टंडन वरिष्ठ प्राध्यापक श्री नेमा, वरिष्ठ पत्रकार संतोष सिंह, विधि विभाग के जिलाध्यक्ष अवधेश झा, कांग्रेस नेता दंतेश्वर राव सहित विश्वविद्यालय के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
जगदलपुर, 19 अगस्त। सद्भावना दिवस पर आज कार्यालयीन अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा एकता और सद्भावना की शपथ ली। आयुक्त कार्यालय में कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र ने अधिकारी-कर्मचारियों को शपथ दिलाई। इसके साथ ही कलेक्टोरेट और जिला पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों ने भी भावनात्मक एकता बनाए रखने और हिंसा का सहारा लिए बिना सभी प्रकार के मतभेंदों को बातचीत और संवैधानिक माध्यमों से सुलझाने की शपथ ली।
25 लाख के जेवर-पिस्टल बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 19 अगस्त। आज से एक माह पहले शहर के वृंदावन कॉलोनी में कुछ नकाबपोश युवकों के द्वारा एक सराफा व्यापारी को गोली मारते हुए उसके पास से नगदी पैसों के साथ ही सोने के आभूषण छीनकर फरार हो गए थे, जिसके बाद पुलिस की कई टीमों ने अलग-अलग जांच करते हुए एक माह के बाद अंतरारज्यीय गिरोह के 4 आरोपियों को पकडऩे में सफलता हासिल कर लिया है।
आरोपियों से घटना में उपयोग 2 मोटर सायकिल व 1 पिस्टल, 470 ग्राम सोने के आभूषण कीमत 25 लाख रूपये को जब्त किया गया है। आज बस्तर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मीणा ने पत्रकार वार्ता लेते हुए बताया कि 18 जुलाई को सराफा व्यापारी त्रिलोकचंद सिसोदिया रात 8 बजे संजय मार्केट में अपनी ज्वेलरी शॉप बंद करके ज्वेलरी अपनी स्कूटी की डिक्की में रखकर सहकर्मी के साथ अपने घर की ओर जा रहे थे कि उनके घर के कुछ दूर पहले ही अज्ञात आरोपियों द्वारा उनके ऊपर फायर करते हुए उन्हें घायल कर स्कूटी की डिक्की में रखे हुए सोने के जेवरात लगभग 500 ग्राम से अधिक लूट कर फरार हो गये थे। पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना स्थल जाकर व प्रार्थी से पूछताछ के बाद अज्ञात आरोपियों की पतासाजी के लिए एक टीम बनाई, घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल 6 टीमों का गठन किया गया, संदिग्ध आरोपियों की पतासाजी के लिए घटना स्थल से लेकर जगदलपुर शहर से लेकर उडीसा राज्य की सीमा तक लगभग 200 सी.सी.टी.व्ही. फुटेज तथा लाखों सेल मुव्हमेंट का जांच सीसीटीवी फुटेज टीम व सायबर एक्पर्ट द्वारा किया गया है।
बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी. ने 10 सदस्यीय एस.आई.टी टीम का गठन करते हुए अज्ञात आरोपियों के संबंध में जानकारी देने पर 30 हजार रूपये की ईनाम की घोषणा की थी। ओडिशा, आन्ध्रप्रदेश व तेलंगाना में टीमों को भेजकर कैम्प कराकर अज्ञात आरोपियों के संबध में उनकी आपराधिक प्रकरण के आधार पर इस तरह की घटना कारित करने वाले अपराधियों के गैंग के संबंध में जानकारी ली गई।
घटना को कुल 6 आरोपियों ने 3 मोटर सायकलों में आकर अंजाम दिया है। सी.सी.टी.व्ही. फुटेज से अज्ञात आरोपियों के कद-काठी व हुलिया के आधार पर ओडिशा में कैम्प कर रही टीम ने स्थानीय सम्पर्कों के माध्यम से उनमें से 1 की पहचान आर. रवि निवासी आस्का जिला गंजाम ओडिशा के रूप में की। सूचनाओं के आधार पर टीमों द्वारा लगातार ओडिशा, आन्ध्रप्रदेश व तेलंगाना के आर.रवि. और उसके गैंग के सदस्यों के रूकने के ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही थी। गैंग के रूकने व छुपने के स्थानों पर मुखबिरों को सक्रिय किया जा कर उनकी भी मदद ली जा रही थी। इसी क्रम में यह जानकारी प्राप्त हुई कि सरहदी राज्य ओडिशा के ग्राम चांदली में आर.रवि व उसके गैंग के अन्य सदस्यों का मूव्हमेंट है।
इस महत्वपूर्ण सूचना पर तत्काल पुलिस टीम द्वारा चांदली के आर. रवि के ठिकाने पर दबिश दी गई, जहां पर आर. रवि और उनके टीम के अन्य 3 सदस्य शिबा राव, पी. रवि कुमार, राज कुमार दास को मौके पर ही पकड़ा गया। पूछताछ पर आर. रवि ने यह बताया कि सराफा व्यापारी के साथ घटना को उनके गैंग के ही सदस्य शिबा राव, पी. रवि कुमार, राज कुमार दास तथा अन्य 2 लोगों द्वारा मिलकर किया गया था। घटना करने के उपरांत वो सीधा ग्राम चांदली के अपने किराये के घर में आकर लूटे गये आभूषण व पिस्टल को वही डंप कर दिये थे तथा तत्काल वहां से निकल गये थे कि पुलिस की नाकाबंदी में पकड़ में न आ जाएं और यह सोचकर कुछ समय बीत जाने व पुलिस की गतिविधि सामान्य होने पर यहां आकर लूटे गये जेवरात का बंटवारा कर लेंगे, इसलिए सभी आरोपी आये थे।
आरोपियों के कब्जे से घटना में उपयोग 2 मोटर सायकिल व 1 पिस्टल जिसे आरोपी शिबा उर्फ तूफान ने मुंगेर बिहार से खरीद कर लाना बताया है।
पुलिस ने 470 ग्राम सोने के आभूषण कीमत 25 लाख रूपये का जब्त किया गया है। फरार 2 आरोपियों के संबंध में जानकारी एकत्र की जा रही है। गिरफ्तार किये गये आरोपियों का मूवमेंट तेलंगाना, आन्ध्रप्रदेश, झारखंड, बिहार, प.बंगाल व छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में देखा गया है। उन राज्यों में भी इस गैंग के द्वारा कारित इस आपराधिक कार्यप्रणाली के अपराधों के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा रही है। आरोपियों को थाना बोधघाट के धारा 341,307,394,397,34 भादवि 25,27 आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया। इस लूट की वारदात में अंतरराज्यीय आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने पर पुलिस महानिरीक्षक सुन्दराज पी. ने टीम को बधाई देते हुए उन्हे पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
इस प्रकरण में आरोपियों की गिरफ्तारी करने में सेनानी 9 वी वाहिनीं (सी.ए.एफ.) अजातशत्रु बहादुर सिंह, सरहदी राज्य ओडिशा के पुलिस अधीक्षक गंजाम बृजेष राय, पुलिस अधीक्षक कोरापुट वरूण एवं वहां की स्थानीय पुलिस ने उल्लेखनीय सहयोग प्रदान किया है।
वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश शर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी उदयन बेहार, एश्वर्य चन्द्राकर, संजय सिंह, निरीक्षक धनंजय सिन्हा, एमन साहू,टामेश्वर चौहान, शिवशंकर गेंदले, शिवशंकर हुर्रा एवं एम्ब्रोस कुजूर, उप.निरी. खोमराज ठाकुर, प्रमोद ठाकुर, दिलीप मेश्राम, अरूण नामदेव, कृष्णा साहू, होरीलाल नाविक मुकेश शर्मा (सायबर सेल कोण्डग़ांव) , सउनि. सुदर्शन दुबे, मोहन नायडू, सतीश यदुराज, परिमल दास, अजीत सिंह, सतीश यादव, राजकुमार सिंह, रामविलास नेगी प्रधान आरक्षक प्रदीप पटेल (सायबर सेल सुकमा) उमेश चंदेल, प्रमोद सिन्हा, आरक्षक प्रमोद बेहरा (सायबर सेल रायपुर), भूपेन्द्र नेताम, गौतम सिन्हा, वेदप्रकाश देशमुख, रूपेश यादव, विक्रम खरे, गायत्री तारम, बबलू ठाकुर, रवि ठाकुर, रवि सरदार, मौसम गुप्ता, सतीश ठाकुर, अशोक खाखा, धर्मेन्द्र ठाकुर, रवि कुमार, लोमेश दिवान, शैलेन्द्र साहू (सायबर सेल कांकेर), प्रदीप कश्यप, चंदन गोयल, गुमान सिंह ठाकुर, बिजेन्द्रमणी शुक्ला, धनसिंह, सोनवानी ओमप्रकाश सिंह, चन्द्रशेखर जांगडे, दीपक कुमार (सायबर सेल), सोनू गौतम, हिमांशु यादव, सन्नू मंडावी, प्रदीप पीटर, भीम मंडावी, म.आर.शैलेन्द्रि ठाकुर, भगवती भतरा, थानेस्वरी कष्यप डी.पी.सी.आर. ईश्वर बघेल का काफी योगदान था।